मुगलसराय बना अतीत, अब पं.दीनदयाल उपाध्याय जंक्शन
मुगलसराय रेलवे जंक्शन को पं. दीन दयाल जंक्शन का नाम मंगलवार को आखिरकार मिल ही गया।
मुगलसराय (चंदौली) : मुगलसराय रेलवे जंक्शन को पं. दीन दयाल जंक्शन का नाम देने की सारी औपचारिकताएं पूरी होने के बाद रेल प्रशासन ने मंगलवार को मुगलसराय का नाम हटाकर पं. दीनदयाल उपाध्याय जंक्शन कर दिया। रिजर्वेशन के आंतरिक सिस्टम में कोड बदलने की तैयारियां तेज करने के साथ बाह्य व्यवस्थाओं को भी जमीन पर उतारने की मैराथन तैयारी पहले से ही चल रही। डिसप्ले बोर्ड का कंप्यूटर माडल भी पहले ही जारी कर दिया गया था। दावा यहां तक कि सब कुछ इसी सप्ताह बदल डालने की तेजी के साथ काम जारी है। हालांकि, रेल प्रशासन ने अधिकृत कुछ भी जारी नहीं किया था मगर मंगलवार दोपहर बाद नाम बदलने की प्रक्रिया शुरू होने के बाद सब स्पष्ट हो गया।
सूत्रों के मुताबिक डिसप्ले बोर्ड पर ¨हदी, अंग्रेजी व उर्दू में नाम लिखने की तैयारियां थीं। बोर्ड पर पं. दीनदयाल उपाध्याय जं. यह तीनों ही भाषाओं में लिखा जाना था। इस तरह का माडल पहले से तय था मगर थोड़ा बहुत परिवर्तन संभव होने की बात भी कहीं जा रही थी। अब जल्द ही सामान्य व आरक्षित टिकटों पर ¨हदी में पं. दीनदयाल उ जं और अंग्रेजी में पीटी डीडी उपाध्याय जेएन लिखा हुआ दिखाई पड़ेगा। जंक्शन का नाम बदले जाने के क्रम में इसे अंतिम प्रक्रिया बताई जा रही है। पिछले माह राज्यपाल के आदेश पारित किए जाने के बाद महाप्रबंधक हाजीपुर जोन एलसी त्रिवेदी ने नाम तय कर अतिरिक्त सदस्य कामर्शियल आरडी शर्मा के पास स्वीकृति के लिए भेजा था। हालांकि, तीन जुलाई को ही प्रधान सचिव एवं निदेशक माल डिब्बा विनिमय लव कुमारी ने कोड, जंक्शन के नाम पर अपनी मुहर लगा दी थी। इसी के साथ मुगलसराय स्टेशन इतिहास के पन्नों में सिमटकर रह गया।