Balia Murder Case : दबंगों ने पुलिस के सामने ही शुरू कर दी फायरिंग, पूरे गांव में दहशत
बलिया के दुर्जनपुर में कोटे के दुकान के आंवटन के दौरान हुई मारपीट में गोली लगने से मृत जयप्रकाश के भाई चंद्रमा पाल ने आठ नामजद और 25 अज्ञात लोगों के विरुद्ध थाने में तहरीर दे दी है। विभिन्न धाराओं में एफआइआर दर्ज कर आरोपियों की तलाश हो रही है।
By Saurabh ChakravartyEdited By: Updated: Fri, 16 Oct 2020 03:00 AM (IST)
बलिया, जेएनएन। रेवती थाना क्षेत्र के दुर्जनपुर में गुरुवार को सरकारी सस्ते गल्ले की दुकान आवंटन को लेकर विवाद हो गया। इस दौरान एक पक्ष की ओर से की गई फायरिंग में गोली लगने से जयप्रकाश उर्फ गामा पाल (46 वर्ष ) की मौत हो गई। जय प्रकाश दुर्जनपुर पुरानी बस्ती के रहने वाले हैं। बवाल के दौरान चले ईंट पत्थर में चार महिलाएं समेत आधा दर्जन लोग घायल हो गए। दबंगों ने पुलिस के सामने ही फायरिंग शुरू कर दी। इससे पूरे गांव में दहशत फैल गया। घटना के बाद गांव तनाव व्याप्त है। तनाव को देखते हुए मौके पर भारी संख्या में पुलिस फोर्स तैनात कर दी गई है। इस मामले में मुख्य आरोपी धीरेंद्र प्रताप सिंह डब्लू को बताया जा रहा है।
गांव के पंचायत भवन के बाहर टेंट लगाकर हनुमानगंज व दुर्जनपुर गांव के लिए एक-एक कोटे की दुकान आवंटन के लिए चार समूहों ने आवेदन किया था। दुर्जनपुर के दुकान के लिए मां सायर जगदंबा और शिव शक्ति स्वयं सहायता समूह के बीच वोटिंग की नौबत आ गई। वहां मौजूद एसडीएम सुरेश कुमार पाल व सीओ चंद्रद्रकेश सिंह ने कहा कि वोटिंग वही व्यक्ति कर सकता है जिसके पास आधारकार्ड अथवा अन्य पहचान पत्र होगा। इसमें एक पक्ष के लोग आधार कार्ड लेकर आए थे लेकिन दूसरे पक्ष के लोग कोई पहचान पत्र लेकर नहीं आए थे। इसी बात को लेकर बैठक में हंगामा शुरु हो गया।
हालात बिगड़ते देख एसडीएम के निर्देश पर बीडीओ बैरिया गजेंद्र प्रताप सिंह ने बैठक की कार्रवाई स्थगित कर दी। इसके बाद सभी अधिकारी बैरिया के लिए निकल गए। इस पर एक पक्ष के लोग प्रशासन के विरोध में नारेबाजी करने लगे। देखते ही देखते गाली गलौज, मारपीट और ईंट पत्थर एक- दूसरे पर चलने लगे। इसी दौरान एक तरफ से असलहे से फायरिंग शुरु हो गई। इसमें जयप्रकाश पाल को चार गोलियां लगीं और वह जमीन पर गिरकर छटपटाने लगे। उन्हें तत्काल सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र सोनबरसा पहुंचाया गया, जहां इलाज के दौरान चिकित्सकों ने मृत घोषित कर दिया।
एसडीएम व सीओ के वोटिंग कराने के फैसले से बिगड़े हालात रेवती थाना क्षेत्र के दुर्जनपुर में गुरुवार को कोटे की दुकान के आवंटन को लेकर हुई फायरिंग व विवाद के बाद से हालात बेहद तनावपूर्ण हैं। मुख्यमंत्री योगी आदित्य नाथ ने दोषियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई के निर्देश दिए हैं। उन्होंने घटना का संज्ञान लेते हुए वहां मौजूद एसडीएम, सीओ व पुलिस के जवानों को निलंबित करने का आदेश दिया है। इस मामले में अधिकारियों की भूमिका की भी जांच करने को कहा है। सुरक्षा के मद्देनजर फोर्स की तैनाती कर दी गई है।
ग्रामीणों के अनुसार दुर्जनपुर गांव में दुकान के आवंटन को लेकर दो समूह के लोग जुटे थे। एसडीएम सुरेश कुमार पाल व सीओ चंद्रकेश सिंह के वोटिंग कराने के फैसले के बाद स्थिति बिगड़ गई। मौके पर हालात बिगड़ते देख एसडीएम के निर्देश पर बीडीओ बैरिया गजेंद्र प्रताप सिंह ने बैठक की कार्रवाई स्थगित कर दी। इसके बाद सभी अधिकारी बैरिया के लिए निकल गए। इस पर एक पक्ष के लोग प्रशासन के विरोध में नारेबाजी करने लगे।
देखते ही देखते गाली गलौज, मारपीट और ईंट पत्थर एक- दूसरे पर चलने लगे। इसी दौरान एक तरफ से असलहे से फायरिंग शुरू हो गई। फायरिंग में जयप्रकाश पाल को चार गोलियां लगीं और वह जमीन पर गिरकर छटपटाने लगे। उन्हें तत्काल सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र सोनबरसा पहुंचाया गया, जहां इलाज के दौरान चिकित्सकों ने मृत घोषित कर दिया।
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