मुंबई से बनारस तक पलट प्रवाह, बढ़ा संक्रमण का खतरा, होली में घर आने की प्रवासियों की होड़ से बढ़ सकती हैं मुश्किलें
कोरोना संक्रमण बढ़ रहा है। महाराष्ट्र के नागपुर में लॉकडाउन लगा है तो मुंबई में भी कोविड-19 से संक्रमित होने वालों की संख्या में इजाफा हो रहा है। इससे बेखबर होली पर ट्रेनों से बनारस आने वालों में होड़ सी है। इससे जिले में संक्रमण का खतरा मंडराने लगा है।
वाराणसी, जेएनएन। कोरोना संक्रमण बढ़ रहा है। महाराष्ट्र के नागपुर में लॉकडाउन लगा है तो मुंबई में भी कोविड-19 से संक्रमित होने वालों की संख्या में इजाफा हो रहा है। इससे बेखबर होली पर बनारस आने वालों में होड़ सी मची है। इस पलट प्रवाह से जिले में संक्रमण का खतरा मंडराने लगा है, जिससे यहां के लोगों की मुश्किलें बढ़ सकती हैं। होली तक इस रूट की ट्रेनों में कोई जगह नहीं बची है।
28 मार्च के बाद ही कंफर्म बर्थ मिलने की उम्मीद है। कोरोना के कारण पहले से ही ट्रेनों की संख्या कम है और उस पर जनरल कोच में भी यात्रा के लिए रिजर्वेशन अनिवार्य है। अभी चलाई जा रही किसी भी नियमित स्पेशल ट्रेन में होली तक कोई जगह नहीं है। रिजर्वेशन जरूरी होने से जितनी सीटें होंगी, उतने ही लोग यात्रा कर सकेंगे। रेलवे रिजर्वेशन में वेटिंग के आंकड़ों पर गौर करें तो 20 से 28 मार्च तक मुंबई व दिल्ली से आने वाली सभी प्रमुख स्पेशल ट्रेनों में लंबी वेटिंग है। हालांकि, 28 मार्च अर्थात होलिका-दहन के दिन के लिए कुछ ट्रेनों में टिकट उपलब्ध है। एक-दो दिनों में बची हुई सीटें भी बुक हो जाएंगी। 26 मार्च को मुंबई से चलने वाली महानगरी एक्सप्रेस के शयनयान श्रेणी में 64, थर्ड एसी में 07, सेकेंड में 04 और 2 एस श्रेणी में 10 वेटिंग हैं। इसी तिथि में कामायनी और लोकमान्य तिलक टॢमनल-मंडुआडीह सुपरफास्ट एक्सप्रेस में वेटिंग का आंकड़ा दहाई को पार कर चुका है। 28 मार्च तक यही स्थिति बनी हुई है। ऐसे ही दिल्ली से आने वाली शिवगंगा एक्सप्रेस के शयनयान श्रेणी में 237, थर्ड एसी में 104, सेकेंड एसी में 40, फस्र्ट एसी में 10 और 2एस में 100 वेटिंग है। तेजस एक्सप्रेस के चेयर कार में 162 और एक्जीक्यूटिव कार में 39 वेटिंग हैं।