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वाराणसी में जिला पंचायत से नक्शा पास कराने के बाद ही गांव में खुल सकेंगे पेट्रोल पंप

गांव में पेट्रोल पंप समेत अन्य व्यवसायिक भवन निर्माण का नक्शा जिला पंचायत से पास कराना अनिवार्य है। शासन की ओर से इस आशय का आदेश दो साल पहले ही दिया जा चुका है लेकिन जमीन पर इसका अमल लगभग शून्य है।

By Saurabh ChakravartyEdited By: Updated: Fri, 01 Jul 2022 09:18 PM (IST)
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गांव में पेट्रोल पंप समेत अन्य व्यवसायिक भवन निर्माण का नक्शा जिला पंचायत से पास कराना अनिवार्य है।
जागरण संवाददाता, वाराणसी : गांव में पेट्रोल पंप समेत अन्य व्यवसायिक भवन निर्माण का नक्शा जिला पंचायत से पास कराना अनिवार्य है। शासन की ओर से इस आशय का आदेश दो साल पहले ही दिया जा चुका है लेकिन जमीन पर इसका अमल लगभग शून्य है। जिलाधिकारी कौशल राज शर्मा ने इसे गंभीरता से लिया है। राजस्व के नुकसान को देखते हुए जिलापूर्ति अधिकारी को पत्र लिखा है कि किसी भी पेट्रोल पंप को अनापत्ति प्रमाण पत्र देने से पहले जिला पंचायत से नक्शा पास होने की जांच कर लें। नक्शा पास नहीं है तो कदापि एनओसी यानी अनापत्ति प्रमाण न दें।

शासन ने गांव में किसी भी तरह के कारोबार के लिए लाइसेंस का प्रविधान किया है। जिला पंचायत से प्रत्येक वर्ष नवीकरण के लिए सबकी अलग-अलग फीस भी तय की है पर इसकी वसूली बहुत कम हो पाती है। इतना ही नहीं गांव देसी, विदेशी शराब की बिक्री के अलावा भांग आदि की दुकानों के लिए लाइसेंस भी जिला पंचायत से नवीकरण कराना अनिवार्य है लेकिन यह भी नहीं हो रहा है।

संसाधन का अभाव

गांव में भवन निर्माण के लिए जिला पंचायत से नक्शा पास कराना अनिवार्य कर दिया गया है लेकिन जिला पंचायत में इस कार्य को करने के लिए दक्ष कर्मचारी का अभाव है। बताया जा रहा है कि इसकी वजह से नक्शा स्वीकृति में खासा दिक्कत आ रही है। इसी प्रकार गांव में कारोबारी से नवीनीकरण शुल्क लेने में भी दिक्कत है। जिला पंचायत में इतने कार्मिक नहीं है जो वसूली कर सकें।

समूहों ने आम सभा में रखा लेखा -जोखा व कार्ययोजना की रूपरेखा

आजादी के अमृत महोत्सव अंतर्गत ग्रामीण आजीविका मिशन की ओर से गठित जखिनी क्लस्टर प्रगति संकुल समिति की वार्षिक आमसभा की बैठक में समूहों ने प्रगति का लेखा जोखा रखा। साथ ही आगामी वर्ष की कार्ययोजना की रूपरेखा भी प्रस्तुत की। संकुल समिति में कुल 36 ग्राम संगठनों के 505 स्वयं सहायता समूहों के 6060 सदस्य जुड़े हैं। सभा के दौरान संकुल अध्यक्ष रीना सिंह ने गत वर्ष की रिपोर्ट पढ़कर सदस्यों को सुनाया। इस वर्ष की कार्ययोजना, समुदाय आधारित प्रशिक्षण केंद्र पर चर्चा, बजट, अवशेष पात्र, परिवारों को जोडऩेे व समूहों के क्रेडिट लिंकेज से जोडऩे के लक्ष्य आदि पर चर्चा हुई। इसी के साथ बाजार में नामी कंपनियों के बीच देसी ब्रांड की धाक की ब्रांडिंग संग बेहतर पैकेजिंग पर भी मंथन हुआ। समूह के साथ बदलते समाज विषय पर नाटक की प्रस्तुति कर समूह से होने वाले लाभों व बदलाव को दर्शाया। इससे पूर्व उपायुक्त, स्वत: रोजगार दिलीप सोनकर ने कार्यक्रम का शुभारंभ करते हुए प्रस्तावित कार्यक्रम लखपति योजना के बारे में जानकारी दी गई। जिला मिशन प्रबंधक श्रवण कुमार सिंह ने समूहों को हौसला बढ़ाते हुए कहा कि हम सब मिलकर श्रेष्ठ संकुल समिति बनाएंगे।

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