भारतीय डाक विभाग स्कूलों में खोलेगा फिलेटली क्लब, खोले जाएंगे फिलेटली डिपोजिट एकाउंट
बनारस में डाक विभाग एक नई पहल करने जा रहा है। इसके तहत यहां के स्कूलों में फिलेटली क्लब खोले जाएंगे ताकि विद्यार्थियों में डाक टिकट संग्रह की अभिरुचि के प्रति उनकी प्रवृत्ति को विकसित किया जा सके। इससे छात्र-छात्राओं की शिक्षा में भी फायदा मिलेगा।
By Saurabh ChakravartyEdited By: Updated: Thu, 24 Sep 2020 12:51 PM (IST)
वाराणसी [वंदना सिंह]। बनारस में डाक विभाग एक नई पहल करने जा रहा है। इसके तहत यहां के स्कूलों में फिलेटली क्लब खोले जाएंगे ताकि विद्यार्थियों में डाक टिकट संग्रह की अभिरुचि के प्रति उनकी प्रवृत्ति को विकसित किया जा सके। इससे छात्र-छात्राओं की शिक्षा में भी फायदा मिलेगा। सभी विद्यार्थी इसके सदस्य होंगे। इसका उद्देश्य यह भी है कि तमाम समसामयिक चीजों, देश की विभूतियों व विविधता आदि से बच्चे इन टिकटों के माध्यम से रूबरू हो सकेंगे। साथ ही प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारी में भी इससे मदद मिलेगी। फिलहाल अभी इसकी शुरुआत कक्षा 12 तक के बच्चों से होगी क्योंकि शुरू से ही इन डाक टिकटों के माध्यम से उनका सामान्य ज्ञान मजबूत होगा जो आगे काम आएगा।
फिलेटली को हॉबी की तरह किया जाए प्रमोट डाक विभाग ने डाक टिकटों के माध्यम से छात्र-छात्राओं को रचनात्मक बनाने की भी तैयारी कर ली है। इसके लिए विभाग जल्द ही स्कूलों के प्रधानाचार्यों से संपर्क करेगा। स्कूली बच्चों को फिलेटली क्लब से जेाडऩे के लिए विभाग शहर के सभी स्कूलों के प्रधानाचार्यों से मुलाकात कर इसकी शुरुआत करेगा। स्कूल अपने यहां फिलेटली डिपाजिट एकाउंट खोलें जिसका अवलोकन कर बच्चे इसे जान सकें और फिलेटली को हॉबी की तरह प्रमोट किया जाए यानी विद्यालय अपनी रचनात्मक कार्यों में इसे भी शामिल करें। वाराणसी में फिलेटली ब्यूरो प्रधान डाकघर विश्वेश्वरगंज में है जहां 250 रुपये में ये एकाउंट खुलता है। डाक टिकटों की कीमत वक्त के साथ बढ़ती जाती है।
विद्यार्थियों को पुरस्कार स्वरूप खोलकर दें फिलेटली एकाउंट
वाराणसी परिक्षेत्र के पोस्टमास्टर जनरल कृष्ण कुमार यादव ने बताया स्कूलों का अपना फिलेटली डिपाजिट एकाउंट खुलने से डाक टिकट, इंफार्मेशन वाउचर आदि स्कूल को भेजा जाएगा। इससे स्कूल डाक टिकट कलेक्शन का डिस्प्ले भी कर सकेंगे। साथ ही इसे लाइब्रेरी में भी रख सकेंगे जिससे बच्चे इसे देख और पढ़ सकेंगे। इसके साथ ही बच्चों को व्यक्तिगत तौर पर भी फिलेटली एकाउंट खोलने के लिए प्रेरित किया जाएगा। स्कूल प्रबंधन बच्चों को जब भी कोई उपहार या पुरस्कार दे तो उसमें बच्चों को फिलेटली डिपाजिट एकाउंट खोलकर दें ताकि हर साल जब छात्र के पास डाक टिकटों का संग्रह पहुंचे तो उन्हें स्कूल की तरफ से मिलने वाले सम्मान का अहसास हमेशा ताजा रहे। स्कूलों तक जाकर विभाग एकाउंट खोलेगा। आजकल थीम आधारित डाक टिकटों का कलेक्शन ज्यादा हो गया है।
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