वाराणसी से बोगीबील तक सबसे लंबी क्रूज सेवा के संचालन की तैयारी, काशी में जलमार्ग शिखर सम्मेलन का आयोजन
वाराणसी से डिब्रूगढ़ में बोगीबील तक सबसे लंबी क्रूज सेवा के संचालन की तैयारी की जा रही है। इस बाबत काशी में जलमार्ग शिखर सम्मेलन के आयोजन के साथ ही जेटी और तमाम अन्य योजनाओं पर मंथन किया जाएगा।
वाराणसी, जागरण संवाददाता। दो दिवसीय सम्मेलन का केंद्रीय मंत्री सर्बानंद सोनोवाल करेंगे उद्घाटन। भारतीय जलमार्ग प्राधिकरण (आइडब्ल्यूएआइ) की ओर से काशी में 11 व 12 नवंबर को पीएम गति शक्ति मल्टी माडल जलमार्ग शिखर सम्मेलन का आयोजन किया जा रहा है। शुक्रवार को दीनदयाल हस्तकला संकुल में केंद्रीय जल परिवहन मंत्री सर्बानंद सोनोवाल इसका उद्घाटन करेंगे।
सीएम योगी आदित्यनाथ, केंद्रीय वाणिज्य एवं उद्योग मंत्री पीयूष गोयल व बंदरगाह एवं जल मार्ग राज्य मंत्री श्रीपद नाइक भी शामिल होंगे। सम्मेलन में केंद्र व प्रदेश सरकार समेत उद्योग क्षेत्र से जुड़े लोगों के बीच जल परिवहन का राष्ट्रीय मास्टर प्लान साझा किया जाएगा। संबंधित मंत्रालयों व विभागों के वरिष्ठ अधिकारी, बंदरगाह प्राधिकरण, क्षेत्र के विशेषज्ञ और निजी क्षेत्रों के विशेषज्ञ प्रतिभाग करेंगे। सुबह 11 बजे सोनोवाल गंगा में नाव-बजड़ों व जलयान से घाटों से सुविधाजनक रूप से पहुंचने के लिए सात जेटी के निर्माण कार्य का शुभारंभ व रविदास घाट पर तैयार जेटी का लोकार्पण भी करेंगे।
प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की योजना काशी से बोगीबील (डिब्रूगढ़) तक सबसे लंबी जलयान (क्रूज) सेवा संचालित करने की है। परियोजना को मूर्त रूप देने के लिए केंद्रीय बंदरगाह, जहाजरानी और जलमार्ग मंत्रालय के भारतीय जलमार्ग प्राधिकरण (आइडब्ल्यूएआइ) की ओर से काशी में 11 व 12 नवंबर को पीएम गति शक्ति मल्टी माडल जलमार्ग शिखर सम्मेलन का आयोजन किया जा रहा है। इसमें काशी से डिब्रूगढ़ तक सबसे लंबी क्रूज सेवा की घोषणा की जाएगी। साथ ही प्रदेश सरकार समेत सभी संबंधित इकाइयों व मंत्रालयों के सहयोग से जल परिवहन को धार देने का प्रयास किया जाएगा।
दीनदयाल हस्तकला संकुल में केंद्रीय बंदरगाह एवं जलपरिवहन मंत्री सर्बानंद सोनोवाल शुक्रवार को समिट का उद्घाटन करेंगे। इसमें सीएम योगी आदित्यनाथ, केंद्रीय वाणिज्य एवं उद्योग मंत्री पीयूष गोयल व बंदरगाह एवं जल मार्ग राज्य मंत्री श्रीपद नाइक व शांतनु ठाकुर शामिल होंगे। पहला कार्यक्रम रविदास घाट पर होगा। यहां पर सात जेटी का लोकार्पण और आठ के निर्माण कार्य का शुभारंभ किया जाएगा। इस दौरान जल परिवहन को धार देने के लिए प्रदेश सरकार और आइडब्ल्यूएआइ के बीच अनुबंध होगा।
वाराणसी, मथुरा और अयोध्या में इलेक्ट्रिक केटामारन (वाटर क्राफ्ट) के लिए कोचीन शिपयार्ड से एमओयू किया जाएगा। देश की सबसे लंबी जलयान सेवा वाराणसी से डिब्रूगढ़ की घोषणा की जाएगी। इन सेवाओं को फिल्म के माध्यम से सभी संबंधितों को दिखाया जाएगा। इसके बाद दीनदयाल हस्तकला संकुल में आयोजित सम्मेलन में केंद्र व प्रदेश सरकार समेत उद्योग क्षेत्र से जुड़े लोगों के बीच जल परिवहन का राष्ट्रीय मास्टर प्लान साझा किया जाएगा।
संबंधित मंत्रालयों व विभागों के वरिष्ठ अधिकारी, बंदरगाह प्राधिकरण, क्षेत्र के विशेषज्ञ और निजी क्षेत्रों के विशेषज्ञ प्रतिभाग करेंगे। इन कार्यक्रमों में भाग लेने के लिए सोनोवाल गुरुवार शाम को वाराणसी पहुंचे। शाम को दशाश्वमेध घाट पर गंगा आरती में सम्मिलित हुए और रमाडा होटल में रात्रि विश्राम किया। उन्होंने सुबह बाबा विश्वनाथ का दर्शन-पूजन भी किया।