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गाजीपुर, चंदौली, मऊ और वाराणसी में ईवीएम बदलने की अफवाह के बाद रात भर हंगामा

पूर्वांचल के चार जिलों में शाम से ही ईवीएम को लेकर हंगामा मचा रहा रात भर कई जगह विवाद की नौबत आई तो फोर्स तक बुलानी पड़ गई।

By Abhishek SharmaEdited By: Updated: Tue, 21 May 2019 03:42 PM (IST)
गाजीपुर, चंदौली, मऊ और वाराणसी में ईवीएम बदलने की अफवाह के बाद रात भर हंगामा
वाराणसी, जेएनएन। पूर्वांचल के चार जिलों में शाम से ही ईवीएम को लेकर हंगामा मचा रहा। रात भर कई जगह विवाद की नौबत आई तो फोर्स तक बुलानी पड़ गई। दरअसल चारों मामले वाराणसी, चंदौली, मऊ और गाजीपुर जिले से जुड़े हुए हैं जहां ईवीएम बदलने का आरोप लगाते हुए गठबंधन प्रत्‍याशियों की ओर से प्रदर्शन करते हुए खुद के रखवाली की बात पर विवाद बढ़ता चला गया। विवाद शुरू होते ही प्रशासन के हाथ पांव फूल गए और आनन-फानन सुरक्षा व्‍यवस्‍था कड़ी करनी पड़ गई। गाजीपुर और चंदौली में हुए विवाद के मामले में चुनाव आयोग से निर्देश लेने के बाद जिला निर्वाचन अधिकारी के हस्‍तक्षेप से विवाद का हल निकाला गया। वहीं इसी मामले में मीरजापुर के कांग्रेस प्रत्‍याशी ललितेशपति त्रिपाठी ने भी निर्वाचन आयोग को पत्र लिखा है। 

वाराणसी में धरने पर बैठे कार्यकर्ता 

गाजीपुर और चंदौली में ईवीएम बदले जाने की अफवाह की सूचना मिलते ही कांग्रेस और सपा के कई कार्यकर्ता पहड़िया मंडी पहुंच गए। वे सरकार विरोधी नारेबाजी करते हुए धरने पर बैठ गए। अचानक उनके रात में पहुंचने पर मौजूद सुरक्षाकर्मी भी घबरा गए। उन्होंने इसकी सूचना तत्काल उच्च अधिकारियों को दी। मौके पर पीएसी संग स्थानीय पुलिस पहुंच गई। रात तक दोनों पार्टी के कार्यकर्ता धरने पर बैठे रहे। हालांकि, पुलिस ने इस दौरान सुरक्षा व्‍यवस्‍था और कड़ी कर दी। रात भर किसी स्थिति से निपटने के लिए सुरक्षाबलों को सतर्क कर दिया गया था। वहीं, ईवीएम बदलने की अफवाह को लेकर पहड़िया मंडी में विभिन्न दलों के कार्यकर्ता जमे हैं। रात में उप निदेशक मंडी को लोगों ने रोक दिया था, फ‍िलहाल सुबह भी लोग शांति से बैठे हुए हैं।

ईवीएम बदलने की अफवाह के बाद सक्रिय हुए अधिकारियों ने मामले में अपनी तरफ से स्पष्ट किया कि कूलर लगे कमरे में बैठने को लेकर बहस हुई थी। एसपी सिटी, एडीएम सिटी मौके पर पहुंचे और लोगों को शांत कराने के बाद सुरक्षा घेरे में स्ट्रॉन्ग रूम भी ले जाया गया। सभी प्रतिनिधि व्यवस्था से संतुष्ट थे। जिलाधिकारी सुरेंद्र सिंह ने बताया कि पिंडरा में चुनाव के बाद से ही कई प्रत्याशियों के प्रतिनिधि रात में रुक रहे हैं। 24 घंटे सीसीटीवी के माध्यम से वह ईवीएम पर नजर रख रहे हैं। ईवीएम को लेकर कुछ लोग अफवाह फैला कर माहौल बिगाड़ने की कोशिश में हैं। सोशल मीडिया पर अफवाह फैलाने वालों पर कार्रवाई की जाएगी।

अफजाल की पुलिस से नोंकझोक

नवीन मंडी समिति जंगीपुर में बनाए गए स्ट्रॉन्ग रूम के बाहर सोमवार की देर शाम उस समय हंगामा मच गया जब गठबंधन प्रत्याशी अफजाल अंसारी अपने सैकड़ों समर्थकों संग पहुंच कर आसन जमा लिए। इससे जिला व पुलिस प्रशासन के होश उड़ गए। मौके पर सदर एसडीएम व सीओ भी भारी फोर्स के साथ पहुंच गए। हालांकि, देर रात तक उन्हें हटाया नहीं जा सका। अफजाल अंसारी ने ईवीेएम की सुरक्षा पर सवाल लगाते हुए कहा कि उन्हें जिला प्रशासन पर भरोसा नहीं है। उनके लोग खुद मशीन की निगरानी करेंगे। आरोप लगाया कि चंदौली में ईवीएम बदलने की कोशिश हुई है। यहां भी यह वाकया दोहराया जा सकता है। पुलिस ने उन्हें समझा-बुझाकर वहां से हटाने की कोशिश की, लेकिन वह और उनके समर्थक एक भी बात मानने को तैयार न थे। इसको लेकर प्रशासनिक अधिकारियों व अफजाल अंसारी के बीच तीखी नोकझोंक भी हुई। अफजाल अंसारी के किसी भी कीमत पर वहां से न हटने की जानकारी उच्चाधिकारियों को भी दे दी गई। स्थिति को देखते हुए वहां भारी संख्या में पीएसी बुला ली गई। उनके साथ जंगीपुर सपा विधायक डा. विरेंद्र यादव भी थे। 

बोले अफजाल : चंदौली में कुछ संदिग्ध ईवीएम पकड़ी गई हैं। ऐसे में हम लोग चहारदीवारी के बाहर ही रहेंगे और मतगणना तक स्ट्रॉन्ग रूम की निगरानी करेंगे। दल के शीर्ष नेताओं का भी इस दिशा में निर्देश आया है कि वह स्ट्रॉन्ग रूम के आसपास अपने लोगों को तैनात करें, ताकि ईवीएम से कोई छेड़छाड़ न कर सके। 

भोर में बनी बात, समर्थकों संग लौटे अफजाल : जंगीपुर मंडी समिति में देर रात तक हो हल्ला, नोंकझोक के बाद करीब तीन बजे भोर में प्रत्येक विधानसभा के स्ट्रॉन्ग रूम के सामने एजेंटों के रखे जाने की सहमति पर मामला शांत हुआ। इस दौरान पूर्व मंत्री ओमप्रकाश सिंह और जंगीपुर सपा विधायक वीरेंद्र यादव के अलावा सुभासपा के जखनियां विधायक त्रिवेणी राम भी रहे। अफजाल व पूर्व मंत्री ओमप्रकाश के पहल पर प्रशासनिक अधिकारियों से लंबी वार्ता के बाद यह निर्णय लिया गया कि एक विधानसभा के स्ट्रॉन्ग रूम के सामने एक सांसद प्रतिनिधि रहेगा। अधिकारियों ने बात मान ली और विधानसभा वार एक एजेंट की ड्यूटी लगाई गई है। भारी संख्या में मेन गेट पर मंडी समिति परिसर के बाहर भी फोर्स की तैनाती कर दी गयी है।

 

चंदौली में रिजर्व ईवीएम मंडी समिति में रखने पर हंगामा

सकलडीहा विधानसभा क्षेत्र की रिजर्व ईवीएम सोमवार को स्थानीय मंडी समिति में रखे जाने को लेकर गठबंधन, कांग्रेस व जन अधिकार पार्टी के नेताओं ने हंगामा खड़ा कर दिया। सकलडीहा विधायक प्रभुनारायण यादव समेत तमाम नेतागण मंडी परिसर में धरने पर बैठ गए।आरोप लगाया कि जिला प्रशासन सत्ता पक्ष के दबाव में मतगणना के दिन ईवीएम बदलने की साजिश रच रहा है। जानकारी मिलते ही जिला निर्वाचन अधिकारी नवनीत सिंह चहल, एसपी संतोष सिंह, एडीएम, सीडीओ समेत कई अधिकारी मौके पर पहुंच गए। धरनारत लोगों को बताया गया कि यह नियम के तहत ही यहां रखी गई हैं, लेकिन लोग लाई गई ईवीएम को समिति से बाहर रखवाने की मांग पर अड़े रहे। डीएम ने प्रेक्षक व निर्वाचन आयोग को मामले की पल-पल की जानकारी दी। 

लोकसभा चुनाव के दौरान प्रत्येक विधानसभा क्षेत्रों में 13-13 फीसद अतिरिक्त ईवीएम जोनल मजिस्ट्रेटों को दी गई थीं। इनका प्रयोग वहां करना था जहां ईवीएम खराब होती। मतदान संपन्न होने के बाद ये ईवीएम जोनल मजिस्ट्रेटों ने संबंधित तहसीलों के मिनी स्ट्रॉन्ग रूम में जमा करा दी थी। हालांकि, जिले की अन्य तहसीलों से अतिरिक्त ईवीएम रविवार की देर रात ही मंडी समिति परिसर में विधानसभा वार बने कक्षों में जमा हो गई। सकलडीहा तहसील की 35 ईवीएम सोमवार को एसडीएम रामसजीवन मौर्य मालवाहक से लेकर मंडी समिति पहुंचे और सकलडीहा कक्ष में जमा करा दी। इसकी जानकारी होते ही कांग्रेस जिलाध्यक्ष देवेंद्र सिंह मुन्ना, सपा जिलाध्यक्ष सत्यनारायण राजभर, बसपा जिलाध्यक्ष घनश्याम प्रधान समेत बड़ी संख्या में कार्यकर्ताओं संग समिति पहुंचे और ईवीएम यहां से दूसरे स्थान पर रखने की मांग करने लगे। एसडीएम के समझाने के बाद भी वे नहीं माने तो उन्होंने जिलाधिकारी, एडीएम, सीडीओ, एसपी को जानकारी दी। कुछ ही देर में सकलडीहा विधायक प्रभुनारायण व पूर्व प्रमुख बाबूलाल यादव भी समर्थकों संग मौके पर पहुंच गए और आरोप लगाया कि प्रशासन दवाब में काम कर रहा। डीएम ने समझाने की कोशिश की, लेकिन वे अतिरिक्त ईवीएम हटाने की मांग पर अड़े रहे। आखिरकार इवीएम को दूसरी जगह रखने की बात पर विवाद थमा।

बोले चंदौली के जिला निर्वाचन अधिकारी 

जिला निर्वाचन अधिकारी नवनीत सिंह चहल ने कहा कि रिज़र्व ईवीएम रखे जाने के मामले को लेकर निर्वाचन आयोग का कोई निर्देश नहीं आया है। सपा- बसपा गठबंधन और कांग्रेस, जन अधिकार पार्टी कार्यकर्ताओं के धरने के दौरान आयोग से बात की गई थी। विधानसभावार ईवीएम को पैरामिलेट्री फोर्स की देखरेख में मंडी समिति में बने स्ट्राॅन्‍ग रूम में रखा गया है। सीसी टीवी कैमरे 24 घंटे चल रहे। स्ट्राॅन्‍ग रूम में प्रत्याशियों की भी सील लगी है। कहा, ईवीएम के संबंध में अफवाहों पर ध्यान देने की जरूरत नहीं। किसी को कोई जानकारी चाहिए तो वे जिला व उप जिला निर्वाचन अधिकारी से संपर्क कर सकता है।


मऊ में ईवीएम रखवाली पर चटकी लाठियां 

कृषि एवं फल मंडी में रखे ईवीएम की रखवाली करने पहुंचे बसपा कार्यकर्ताओं पर देर रात पुलिस ने लाठियां भांजकर वहां से खदेड़ दिया। नगर पालिकाध्यक्ष मुहम्मद तैयब पालकी, जिलाध्यक्ष राजीव कुमार राजू सहित दर्जनों कार्यकर्ताओं को पुलिस ने दौड़ा-दौड़ा कर पीटा। मौके पर पूर्व नगर पालिका अध्यक्ष सपा नेता अरशद जमाल, सपा जिलाध्यक्ष धर्म प्रकाश यादव व गठबंधन के दोनों दलों के दर्जनों कार्यकर्ता भी थे। कृषि मंडी से भागकर सभी नेता व कार्यकर्ता पहुंचे सपा कार्यालय तो वहां भी अपर पुलिस अधीक्षक शैलेंद्र श्रीवास्तव व सिटी मजिस्ट्रेट के साथ कई थानों की फोर्स पहुंच गई। रात में नगर पालिका अध्यक्ष तैयब पालकी की तलाश में पुलिस ने कई जगह छापेमारी की। अपर पुलिस अधीक्षक शैलेंद्र श्रीवास्तव, सिटी मजिस्ट्रेट व सीओ सिटी के आवाज देने पर सपा कार्यालय का दरवाजा खुला तो तीनों अधिकारी अंदर गए और वार्ता की। वहीं, रात में ही घोसी से आ रहे सपा नेता राजेंद्र पांडेय व पूर्व विधायक सुधाकर सिंह के पुत्र को पुलिस ने हिरासत में लिया और कोतवाली ले गए।बवाल के बाद बलिया मोड़ पहुंच पूर्व विधायक सुधाकर सिंह ने जिलाधिकारी से वार्ता कर मामले को शांत कराया। इसके बाद प्रशासन ने 2:30 बजे गाड़ियों और बंद लोगों को छोड़ दिया। ईवीएम की निगरानी के लिए प्रत्येक विधानसभा से दो-दो लोगों का पास बनाने की सहमति बनी।

मीरजापुर में कांग्रेस प्रत्‍याशी ने की शिकायत 

मीरजापुर संसदीय सीट से कांग्रेस प्रत्याशी ललितेश पति त्रिपाठी ने चुनाव पर्यवेक्षक को पत्र लिखकर मतगणना स्थल परिसर के पास रखे तीन सौ अतिरिक्त ईवीएम हटाने की मांग की है। ईवीएम को लेकर चल रही खींचतान के बीच बीच बीती रात कांग्रेस कार्यकर्ता मतगणना स्थल के सामने इकट्ठा भी हुए। इतना ही नहीं कांग्रेस की ओर से मतगणना स्थल की निगरानी भी की जा रही है। कांग्रेस प्रत्याशी ललितेश पति त्रिपाठी ने चुनाव पर्यवेक्षक को लिखे पत्र में आरोप लगाया है कि मीरजापुर पालिटेक्निक जहां पर मतगणना होनी है, उसी परिसर में तीन सौ अतिरिक्त ईवीएम भी रखे गए हैं। ललितेश का आरोप है कि यह निष्पक्ष चुनाव के विरुद्घ है। साथ ही पत्र में यह भी लिखा गया है कि यहां पर जिले के उच्चाधिकारियों का भी आना-जाना लगा हुआ है जिससे चुनाव की निष्पक्षता पर प्रश्नचिह्न खड़ा हो रहा। ललितेश ने कहा कि रिजर्व ईवीएम को यहां से हटाया जाए और यह सभी प्रत्याशियों या उनके प्रतिनिधियों के सामने होना चाहिए। साथ ही इस पूरी प्रक्रिया की फोटोग्राफी भी कराई जाए। कांग्रेस नेताआें का कहना है कि अब रिजर्व ईवीएम का कोई काम नहीं है और मतगणना स्थल पर रखे जाने का कोई तुक नहीं है, इसलिए इन्हें तुरंत हटाया जाए।

ईवीएम की आंच बलिया तक पहुंची

ईवीएम बदलने की गाजीपुर से उठी आंच मंगलवार को बलिया भी पहुंच गई है। सपा व बसपा गठबंधन समेत अन्य दलों के प्रत्याशी अपने समर्थकों के साथ तिखमपुर स्थित मंडी समिति के गेट पर पहुंच गए है। दलों के कार्यकर्ताओं ने हर आने जाने वाली गाड़ियों पर नजर रखनी शुरू कर दी। इस बीच दोपहर में कुछ कागजात लेकर मंडी समिति में जाती एक गाड़ी को गठबंधन के लोगों ने रोक लिया और उसमें लदे बक्से को देखने की जिद करने लगे। इसे प्रशासन ने दिखाने से मना किया, जिस पर गठबंधन के लोग हंगामा पर उतारू हो गए। अंतत: वह वाहन वापस होने लगा, तभी सभी ने बक्सा खोलवाकर देखा तो उसमें केवल कागजात थे। गठबंधन समर्थक मंडी समिति के गेट पर जमे हैं और अंदर जाने वाले वाहनों की निगरानी कर रहे हैं।

जौनपुर में भी ईवीएम की सुरक्षा पर चिंता

मतगणना स्थल शीतला चौकियां मार्ग स्थित नई सब्जी मंडी पर मंगलवार दोपहर सपा जिलाध्यक्ष लालबहादुर यादव, बसपा जिलाध्यक्ष ओमप्रकाश गौतम, जोनल को आर्डिनेटर बसपा अमरजीत गौतम तथा मछलीशहर सीट से गठबंधन प्रत्याशी टी.राम पहुंचे। मंडी गेट के समीप एक दुकान पर लगभग आधा घंटा आपसी मंत्रणा की फिर कुछ कार्यकर्ताओं के साथ सभी उठकर मंडी के मुख्यद्वार से अंदर प्रवेश करने लगे। इतने में मुख्य द्वार पर तैनात पीएसी तथा पुलिस ने आगे बढ़कर सभी क़ो रोक लिया। मुख्य द्वार से बाहर कर द्वार बंद कर लिया। सपा जिलाध्यक्ष लालबहादुर यादव ने पत्रकारो से मुखातिब होते हुए बताया कि ईवीएम की सुरक्षा को लेकर सतर्कता दिखाई जा रही है। साथ ही आरोप भी लगाया कि सोमवार शाम वह और सपा के चीफ इलेक्शन एजेंट हीशामुद्दीन शाह ईवीएम की सुरक्षा व्यवस्था देखने पहुंचे तो सुरक्षा में लगे सीसीटीवी कैमरे बंद थे। आरोप लगाया कि पुलिस प्रशासन ने अंदर मोबाइल नहीं ले जाने दिया। इस बात को लेकर हल्की नोकझोंक भी हुई थी। सपा जिलाध्यक्ष ने कहा कि ईवीएम की सुरक्षा को लेकर हमलोगों द्वारा सतर्कता दिखाई जा रही है। सपा, बसपा जिलाध्यक्ष लालबहादुर यादव, ओमप्रकाश गौतम, जोनल को आर्डिनेटर अमरजीत गौतम, प्रत्याशी टी. राम, सपा जिला प्रवक्ता राहुल त्रिपाठी अपने सहयोगियों अनिल यादव, दीपक गोस्वामी, गुड्डू के साथ मतगणना स्थल के मुख्य द्वार के अंदर जैसे ही प्रवेश किया पुलिस के जवानों ने रोक लिया। मछ्लीशहर सीट से गठबंधन प्रत्याशी टी.राम एक दो लोगों के साथ अंदर गये और पुलिस अधिकारियों से वार्ता करते रहे।

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