Railway News : आनलाइन अनारक्षित टिकट पर मेल और एक्सप्रेस ट्रेनों में बैठने की मिली छूट
रेल यात्रियों के लिए अच्छी और सुखद खबर है। अब उन्हें मेल व एक्सप्रेस ट्रेनों में अनारक्षित टिकट पर भी सफर करने का मौका मिलेगा। शर्त यह है कि वह टिकट आनलाइन ही अनुमन्य होंगे। गाडि़यों में अनारक्षित टिकट की बिक्री न होने से बड़ा वर्ग प्राभावित हुआ।
जागरण संवाददाता, वाराणसी : रेल यात्रियों के लिए अच्छी और सुखद खबर है। अब उन्हें मेल व एक्सप्रेस ट्रेनों में अनारक्षित टिकट पर भी सफर करने का मौका मिलेगा। शर्त यह है कि वह टिकट आनलाइन ही अनुमन्य होंगे। लाकडाउन के बाद संक्रमण के खतरों को भांपते हुए ट्रेनों में अनारक्षित टिकट सेवा बंद कर दी गई थी। स्थितियां समान्य होते ही लगभग डेढ़ वर्ष के लंबे अंतराल पर यह सेवा कुछ ही ट्रेनों में बहाल हुई।
गाडि़यों में अनारक्षित टिकट की बिक्री न होने से बड़ा वर्ग प्राभावित हुआ। सबसे ज्यादा निचले तबके को दुश्वारियां झेलनी पड़ीं। हालांकि अब रेलवे प्रशासन ने अपने पुराने निर्णय पर पुनर्विचार किया है। अनारक्षित सेवा सभी मेल व एक्सप्रेस ट्रेनों में भी बहाल कर दी गई। लेकिन शर्त यह है कि उन्हें आनलाइन बुक कराना होगा। निदेशक आनंद मोहन ने बताया कि किसी भी ट्रेन की अनारक्षित बोगियों में आनलाइन टिकट पर सफर करने की छूट दी जा रही है।
वाराणसी मंडल की 11 जोड़ी ट्रेनों में लिनेन की सुविधा बहाल
पूर्वोत्तर रेलवे वाराणसी मंडल की 11 जोड़ी ट्रेनों में लिनेन व चादर की सुविधा बहाल कर दी गई है। गाड़ी संख्या - 15159/15160 छपरा-दुर्ग-छपरा सारनाथ एक्सप्रेस,12559/12560 बनारस-नई दिल्ली-बनारस शिवगंगा एक्सप्रेस, 22536/22535 बनारस-रामेश्वरम-बनारस एक्सप्रेस, 12581/12582 बनारस-नई दिल्ली-बनारस एक्सप्रेस, 15127/15128 बनारस-नई दिल्ली-बनारस काशीविश्वनाथ एक्सप्रेस, 12537/12538 बनारस-मुजफ्फरपुर-बनारस बापूधाम एक्सप्रेस गाड़ियों में यह सेवा दी जा रही है। जनसंपर्क अधिकारी अशोक कुमार ने बताया कि आने वाले दिनों में ग्रीष्मकालीन विशेष गाड़ियों के संचलन के लिए वातानुकूलित कोचों की संख्या में वृद्धि की संभावना को ध्यान में रखकर पर्याप्त मात्रा में साफ-सुथरे लिनेन जिसमें चादर, तकिया, तकिया कवर, तौलिया एवं कंबल आदि शामिल हैं की व्यवस्था की जा रही हैं।