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Varanasi: नेपाल के राजदूत डॉ. शंकर प्रसाद बोले, भगवान पशुपतिनाथ के अभिषेक के लिए हर सावन काशी से जाएगा गंगा जल

काशी- नेपाल संगमम् में नेपाल के राजदूत डॉ. शंकर प्रसाद ने कहा कि भारत- नेपाल के सदियों पुराने रिश्ते को प्रगाढ़ करना इस आयोजन का लक्ष्य है। उन्होंने कहा कि अब हर साल सावन में भगवान पशुपतिनाथ के अभिषेक के लिए काशी से गंगा जल जाएगा।

By Jagran NewsEdited By: Pragati ChandUpdated: Mon, 26 Dec 2022 11:31 AM (IST)
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काशी-नेपाल संगमम् में नेपाल के राजदूत डॉ. शंकर प्रसाद। -जागरण

वाराणसी, जागरण संवाददाता। नेपाल के राजदूत डॉ. शंकर प्रसाद ने कहा कि सावन में हर साल काशी से गंगा जल काठमांडू ले जाया जाएगा। इससे पशुपतिनाथ का अभिषेक किया जाएगा। इससे सदियों पुराना भारत- नेपाल का संबंध और प्रगाढ़ होगा। डॉ. शंकर प्रसाद नेपाली संस्कृति परिषद समिति की ओर से तेलियाबाग स्थित सरदार वल्लभ भाई पटेल स्मारक अतिथि गृह में आयोजित काशी- नेपाली संगमम् एवं अंतरराष्ट्रीय सम्मेलन के दूसरे दिन रविवार को बतौर मुख्य अतिथि संबोधित कर रहे थे।

भारत- नेपाल के रिश्ते को कोई ताकन नहीं बिगाड़ सकता

डॉ. शंकर प्रसाद ने कहा कि भारत- नेपाल में भरोसे का रिश्ता है। दुनिया की कोई ऐसी ताकत नहीं जो भारत- नेपाल के रिश्ते को बिगाड़ सके। नेपाल और भारत की संस्कृति को जोड़ना हमारा लक्ष्य है। इसके लिए दोनों ही देशों की ओर से सतत प्रयास किया जाता रहा है।

युगों से सनातन हिंदू समाज है नेपाली समाज

मुख्य वक्ता मुस्लिम राष्ट्रीय मंच के संस्थापक व मार्गदर्शक इंद्रेश कुमार ने कहा कि नेपाली समाज युगों से सनातन हिंदू समाज है। नेपाल की संस्कृति भी सनातनी हिंदू संस्कृति है। इस संस्कृति का लक्ष्य है प्राणियों में सद्भावना, सभी सुखी और निरोग रहें। वसुधैव कुटुंबकम मिशन और मंजिल है। इस धर्म को दुनिया के सभी धर्मों ने स्वीकारा, सम्मान और स्थान दिया है।

जय सिंधु, जय हिंदू, अम्मा की लगाए गए नारे

इस दौरान सभी ने जय सिंधु, जय हिंदू, अम्मा की जय नारे लगाए। इंदौर के सांसद शंकर लालवानी ने कहा कि एक संस्कृति का एक प्रभा है। दुनिया की कोई ताकत इसे बिगाड़ नहीं सकता है। नेपाली पशुपतिनाथ मंदिर के महासचिव डॉ. गोपाल प्रसाद, प्रो. राजीव श्रीवास्तव आदि ने विचार व्यक्त किए। दूसरे सत्र में 22 राज्यों से आए कलाकारों ने रंगारंग प्रस्तुतियों में नेपाल-भारत के रिश्तों पर बल दिया।

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