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पूर्वोत्तर रेलवे में रिकॉर्ड 2.4313 मिलियन टन माल लदान, गत वर्ष की तुलना में 5.5 प्रतिशत अधिक

पूर्वोत्तर रेलवे में माल यातायात की सुविधाओं में बढ़ोतरी हुई है। विभिन्न स्तरों पर गठित बिजनेस डेवलपमेंट यूनिट के प्रयासों के फलस्वरूप माल लदान में अपेक्षित वृद्धि हो रही है। 12 मार्च तक पूर्वोत्तर रेलवे पर 2.4313 मिलियन टन माल का लदान हुआ।

By Saurabh ChakravartyEdited By: Published: Sun, 14 Mar 2021 07:10 AM (IST)Updated: Sun, 14 Mar 2021 07:10 AM (IST)
पूर्वोत्तर रेलवे में माल यातायात की सुविधाओं में बढ़ोतरी हुई है

वाराणसी, जेएनएन। पूर्वोत्तर रेलवे में माल यातायात की सुविधाओं में बढ़ोतरी हुई है। विभिन्न स्तरों पर गठित बिजनेस डेवलपमेंट यूनिट के प्रयासों के फलस्वरूप माल लदान में अपेक्षित वृद्धि हो रही है। 12 मार्च तक पूर्वोत्तर रेलवे पर 2.4313 मिलियन टन माल का लदान हुआ जो गत वर्ष की इसी अवधि की तुलना में 5.5 प्रतिशत अधिक है।

इसी प्रकार मार्च माह में 12 मार्च तक पूर्वोत्तर रेलवे पर गत वर्ष इसी अवधि की तुलना में 107.10 प्रतिशत माल लदान अधिक हुआ। वित्त वर्ष 2020-21 के आरंभ से ही देशवासियों को कोविड-19 के संक्रमण से बचाने के लिए देशव्यापी लॉकडाउन लागू हुआ। इसका प्रभाव देश की अर्थव्यवस्था पर पड़ा। भारतीय रेल ने इस परिस्थिति को एक अवसर के रूप में लिया। इसके लिये भारतीय रेल ने विशेष योजना बनाकर कार्य किया तथा देश के विभिन्न भागों से माललदान कर उसे गंतव्य पर पहुंचाया। मालगाडिय़ों की औसत गति में वृद्धि की। माल लदान में अपेक्षित वृद्धि के लिए व्यापारिक संस्थाओं को रियायत दी गई। पूर्वोत्तर रेलवे पर माल लदान में बढ़ोतरी के लिए मंडल एवं मुख्यालय स्तर पर गठित 'बिजनेस डेवलेपमेंट यूनिट के विपणन प्रयासों तथा मालगाडिय़ों की औसत गति में वृद्धि तथा मालगोदामों में अपेक्षित सुधार एवं विकास के कार्यों के फलस्वरूप माल लदान में वृद्धि हो रही है। पुराने आइसीएफ कोचों को एनएमजी वैगन में परिवॢतत किए जाने के फलस्वरूप ऑटोमोबाइल लदान में वृद्धि हुई है। पूर्वोत्तर रेलवे के इज्जतनगर मंडल के हल्दी रोड स्टेशन से बांग्लादेश ऑटोमोबाइल की बुकिंग की जा रही है जो पूर्व में सड़क मार्ग से होता था। इसी प्रकार नौतनवा स्टेशन ऑटोमोबाइल टॢमनल के रूप में विकसित हुआ जिससे रेल मार्ग से यहां आकर नेपाल को जाने वाला माल यहीं अनलोड कर भेजा जा रहा है।

आरपीएफ की तत्परता

आरपीएफ की तत्परता से काशी स्टेशन पर एक बुजुर्ग यात्री की जान बचा ली गई। परिवारीजनों ने जवानों का आभार जताया। शाहगंज निवासी रामसुंदर (77) गाड़ी संख्या- 03009 के बी-1 में सीट संख्या 28 पर सफर कर रहे थे। 12 मार्च की रात हावड़ा से ट्रेन चली। काशी स्टेशन पहुंचने से पहले ही उनकी तबीयत बिगड़ गई। एक सहयात्री ने रेलवे कंट्रोल को ट्वीट कर इसकी जानकारी दी। चेन पुलिंग कर काशी स्टेशन पर ही ट्रेन रोक दिया गया। समय रहते आरपीएफ के जवानों 108 एंबुलेंस की सहायता से बुजुर्ग को कबीरचौरा स्थित मंडलीय अस्पताल में भर्ती कराया। परिवारीजनों को भी इस वाकये से अवगत कराया। काशी स्टेशन के आरपीएफ उप निरीक्षक विजय शंकर पांडेय ने बताया कि उपचार में विलंब होने पर अनहोनी से इनकार नहीं किया जा सकता था।


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