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IIT BHU के विज्ञानियों का अनुसंधान, हवा कहां और कितनी खराब है इसका हिसाब पवन संतरी डिवाइस से मिलेगा

आइआइटी बीएचयू के इलेक्ट्रानिक इंजीनियरिंग विभाग के विज्ञानियों द्वारा तैयार आर्टीफिशियल इंटेलीजेंस (एआइ) पर आधारित यह डिवाइस ‘पवन संतरी’ बहुविध उपयोगी अपने आप में एक सुरक्षा व अभिसूचना तंत्र है। हवा कहां कितनी और किस वजह से खराब है इसका हिसाब तो पवन संतरी डिवाइस आपको देगी।

By Shailesh AsthanaEdited By: Saurabh ChakravartyUpdated: Wed, 12 Oct 2022 06:54 PM (IST)
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एसोसिएट प्रोफेसर डा. एनएस राजपूत द्वारा तैयार पवन संतरी डिवाइस
वाराणसी, शैलेश अस्थाना। हवा कहां, कितनी और किस वजह से खराब है इसका हिसाब तो पवन संतरी डिवाइस आपको देगी ही साथ में यह भी बताएगी कि इससे आपको क्या खतरा हो सकता है। इतना ही नहीं यह उस खराब हवा को आपके पास तक पहुंचने से भी रोकेगी।

आवश्यकता पड़ने पर ये सुरक्षा अलर्ट भी देगी। खूबियों से भरी यह डिवाइस घर में दूध फटने, गैस सिलेंडर रिसने, फलों के पकने, खाद्य पदार्थों के सड़ने से लेकर, बाहर हुए किसी प्रदूषण के चलते विषैली गैसों के आक्रमण तक की जानकारी घर से बाहर और देश की सीमा तक देकर हम सबकी सुरक्षा करेगी।

आइआइटी बीएचयू IIT BHU के इलेक्ट्रानिक इंजीनियरिंग विभाग के विज्ञानियों द्वारा तैयार आर्टीफिशियल इंटेलीजेंस Artificial Intelligence (एआइ) पर आधारित यह डिवाइस ‘पवन संतरी’ बहुविध उपयोगी अपने आप में एक सुरक्षा व अभिसूचना तंत्र है। विभाग के एसोसिएट प्रोफेसर डा. एनएस राजपूत द्वारा तैयार इस यंत्र को मोबाइल से लेकर वाहन तक, किचेन या घर के रोशनदान, खिड़की से लेकर देश की सीमा तक, बाजारों, चौक-चौराहों से लेकर फैक्ट्रियों, बड़े माल्स कहीं भी लगाया जा सकता है, हवा और गंध के संबंध में प्रत्येक तरह की गतिविधि की पल-पल सूचना प्राप्त की जा सकती है।

आग कैसे व कहां लगी, कैसे बुझेगी, सब चलेगा पता

कहीं आग लगी तो तत्काल जलती वस्तुओं की प्रकृति की सूचना दे देगी। क्या जल रहा है, यह तो तत्काल बता ही देगी, आग कैसे लगी, किस दिशा में बढ़ रही, फायर मैप भी बनाकर प्रदर्शित कर देगी। आग बुझाने के लिए पानी डालना है या कार्बन डाई आक्साइड, यह भी सूचित करेगी। यह डिवाइस अपनी लोकेशन भी शेयर करेगी। इसमें तापमान व आर्द्रता बताने वाले सेंसर भी लगे हैं।

वाहनों के साइलेंसर में लगा देंगे तो करेगा इंजन की सुरक्षा

पवन संतरी बाइक या कार के साइलेंसर में लगाने पर धुएं की स्थिति देख इंजन की रिपोर्ट देती रहेगी, आपको गाड़ी की सर्विसिंग के प्रति अलर्ट करेगी, इससे वाहन सुरक्षित तो रहेगा ही, पर्यावरण का प्रदूषण भी कम होगा।

सरकार की बढ़ा सकती आय

प्रदूषण निगरानी एजेंसियां चाहें तो इससे फैक्ट्री, वाहनों से होने वाले प्रदूषण की जानकारी ट्रेस कर संबंधित को सूचना देकर सचेत करने के अलावा जुर्माना भी लगा सकती हैं। इस तरह यह पर्यावरण सुरक्षा के साथ राजस्व वृद्धि में भी सहायक सिद्ध हो सकती है।

विभिन्न क्षेत्रों में क्रांतिकारी परिवर्तन

महज मोबाइल के साइज की यह डिवाइस पर्यावरण संरक्षण के क्षेत्र में महत्वपूर्ण तो है ही, भवनों में लगने वाले एयर गार्ड को तत्काल सक्रिय कर शट डाउन कर देगा। आक्सीटोसीन जैसे रसायनों से पकाए जाने वाले फलों, सब्जियों, मिलावटी, दूध, मिठाइयों के बारे में बता देगा। सांस की गंध से डायबिटीज की सूचना देगा तो शराब की क्वालिटी से लगायत बाजार में मछली या मांस कितना पुराना बिक रहा है, यह भी पता चलेगा। यह सारी सूचनाएं इससे ब्लूटूथ, गूगल या क्लाउड के माध्यम से जोड़कर प्राप्त की जा सकती हैं।

महज आठ से 10 हजार का खर्च

डा. राजपूत बताते हैं कि इस डिवाइस को बनाने में आठ से 10 हजार रुपये का खर्च आया है। जब इसे औद्योगिक स्तर पर बनाया जाएगा तो पांच से छह हजार रुपये अधिक कीमत नहीं आएगी। पवन संतरी को आगामी 14-15 अक्टूबर को दिल्ली में होने वाले आइइवेंट्स-23 में भी प्रदर्शन के लिए भी चयनित किया गया है। आइआइटी सेक्शन आठ के तहत, संस्थान इसे स्वयं अपने वर्कशाप में निर्मित करेगा और एक वर्ष के भीतर बाजार में उतार सकता है।

जनजीवन को मिले सुविधा, संस्थान का प्रयास

‘आइआइटी बीएचयू देश की साइबर सुरक्षा से लगायत सैटेलाइट तक के क्षेत्र में अपनी भूमिका निभा रहा है। संस्थान का लगातार प्रयास है कि प्रत्येक क्षेत्र में देश को आत्मनिर्भर बनाने वाले शोधों के साथ ही जन-जीवन के स्तर को वैज्ञानिक तरीके से उन्नत बनाने वाले शोध हों। ‘पवन संतरी’ इसी दिशा में एक महत्वपूर्ण अनुसंधान है।’

-प्रो. पीके जैन, निदेशक, आइआइटी बीएचयू।

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