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बिहार में भभुआ रेलवे स्टेशन पर छूट गई ट्रेन, दो बच्‍चे बोगी में बिलखते मिले तो आरपीएफ ने की मदद

आरपीएफ टीम ने माता पिता से बिछड़े दो बच्चों को मिलाया। बच्चों के साथ कोडरमा से कालका की यात्रा कर रहे मां बाप भभुआ स्टेशन पर उतर गए लेकिन बच्चे पीडीडीयू जंक्शन पहुंच गए। आरपीएफ टीम को ट्रेन के कोच संख्या एस-10 में दोनों बच्चे रोते हुए मिले।

By Abhishek SharmaEdited By: Updated: Sun, 04 Apr 2021 04:32 PM (IST)
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आरपीएफ टीम ने माता पिता से बिछड़े दो बच्चों को मिलाया।

चंदौली, जेएनएन। बिहार के भभुआ रेलवे स्‍टेशन पर मां बाप के उतर जाने के बाद आरपीएफ को हावड़ा-कालका मेल में बच्‍चे रोते मिले, टीम की तत्परता से दो घंटे में परिजन जंक्शन पहुंचे और बच्‍चों को देखकर उनकी आंखें भर आईं। वहीं मामले की जानकारी होने के बाद गया से पीडीडीयू जंक्शन तक के सभी स्टेशनों पर अनाउंसमेंट कर आरपीएफ के कार्य को सराहा गया। दरअसल परिवार कोडरमा से कालका की यात्रा पर था और भभुआ स्टेशन पर खाने का सामान लेने के लिए दंपती उतरे और ट्रेन छूट गई। 

आरपीएफ टीम की तत्परता ने रविवार को माता पिता से बिछड़े दो बच्चों को मिलाया। बच्चों के साथ कोडरमा से कालका की यात्रा कर रहे मां बाप भभुआ स्टेशन पर उतर गए लेकिन बच्चे पीडीडीयू जंक्शन पहुंच गए। आरपीएफ टीम को ट्रेन के कोच संख्या एस-10 में दोनों बच्चे रोते हुए मिले। टीम की सक्रियता से दो घंटे में ही परिजन बच्चे से मिल सके। जवानों ने गया से पीडीडीयू जंक्शन तक के सभी स्टेशनों पर अनाउंसमेट करवाया। परिजनों ने आरपीएफ के कार्य की सराहाना की। दंपति भभुआ स्टेशन पर खाने का सामान लेने के लिए उतरे थे लेकिन ट्रेन कब चल दी, उन्हें पता नहीं चला।

आरपीएफ टीम जंक्शन पर चेकिंग कर रही थी। सुबह 7.50 बजे हावड़ा-कालका मेल प्लेटफार्म पर सात पर पहुंची। जवानों ने देखा कि ट्रेन के एस-10 कोच में दो बच्चे बैठकर रो रहे थे।। बच्चों के आसपास किसे के न होने पर जवानों ने उनसे पूछताछ की। बच्चों ने बताया कि वे माता पिता से बिछड़ गए हैं। जवान बच्चों को पोस्ट पर ले आए और तत्काल इसकी सूचना सुरक्षा नियंत्रण कक्ष को दी। गया स्टेशन से पीडीडीयू जंक्शन के मध्य रफीगंज, डेहरी आन सोन, सासाराम, भभुआ, दुर्गावती, सैयदराजा, चंदौली मछवार स्टेशन पर उद्घोषणा करवाई गई व बिछड़े मां बाप को सूचना प्रसारित की गई।

इसका परिणाम रहा कि दो घंटे में ही बच्चों की मां व पिता स्थानीय जंक्शन पहुंचे। हजारीबाग, झारखंड निवासी व्‍यक्ति ने बताया कि पत्नी और दो बेटी के अलावा सबसे छोटी बच्ची के साथ कोडरमा से कालका की यात्रा पर थे। भभुआ स्टेशन पर गाड़ी रुकी तो वे दोनों बच्चों के लिए कुछ खाने पीने का सामान लेने के लिए गाड़ी से उतरे थे। गाड़ी कब खुलकर चली गई, पता ही नहीं चला। बच्चों के लिए दोनों परेशान हो गए लेकिन थोड़ी देर बाद स्टेशन पर अनाउंसमेंट हुआ तो जान में जान आई। टीम में उप निरीक्षक मुकेश कुमार, महिला उप निरीक्षक अर्चना कुमारी मीना, आरक्षी सावित्री फोगड़िया शामिल रही।

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