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वाराणसी में तेजी से फैल रही बच्चा चोर गिरोह की अफवाह, अनजाने में ही रोज पीटे जा रहे हैं लोग

वाराणसी जिले में बच्‍चा चोरी करने की अफवाह तेजी से फैलने की वजह से पुलिस पर भी काफी दबाव अफवाह को रोकने को लेकर है। इस बाबत जिला पुलिस की ओर से लगातार ऐसे मामलों पर निगरानी भी रखी जा रही है।

By Abhishek SharmaEdited By: Updated: Sat, 10 Sep 2022 12:45 PM (IST)
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वाराणसी जिले में बच्‍चा चोरी की अफवाह को लेकर विवाद की स्थिति रोज बन रही है।
वाराणसी, जागरण संवाददाता। बच्‍चा चोरी करने वाले गिरोह की अफवाह तेजी से बनारस में भी फैल रही है। खासतौर पर ग्रामीण क्षेत्रों में लोग इसे सच मान रहे हैं। पिछले 15 दिनों में कई जगहों पर बच्चा चोर के शक में ग्रामीणों ने निर्दोष लोगों को पीट दिया। एसपी ग्रामीण सूर्यकांत त्रिपाठी ने इसे लेकर कड़ी चेतावनी दी है। अब एडीजी कानून एवं सुरक्षा ने भी चेतावनी दी है।

चोलापुर थाना के भदवा में दो सितम्बर को मानसिक रोगी को ग्रामीणों ने बच्चा चोर समझकर पुलिस के हवाले कर दिया। गौशाला के समीप शुक्रवार रात्रि एक अज्ञात व्यक्ति को ग्रामीणों ने देखा था। पूछने पर अपना पता उड़ीसा व बंगाल बताता रहा। ग्रामीणों ने बच्चा चोर समझते हुए उसे पीट दिया और 112 नंबर पर पुलिस को सूचना दी। मौके पर पहुंची पुलिस ने पूछताछ कर अपने साथ थाने ले गई।

बडागांव थाना क्षेत्र के हरहुआ स्थित रिंग रोड फेज वन के पास आठ सितंबर की शाम स्थानीय लोगों ने देखा कि एक अधेड़ कुछ समय से घूम रहा है। इसी बीच कुछ लोगों उसके पास जाकर पूछताछ करते हुए बच्चा चोर कहकर मारने पीटने लगे। किसी राहगीर ने घटना की सूचना हरहुआ पुलिस को दी। सूचना मिलते ही प्रभारी चौकी इंचार्ज विशाल सिंह मौके पर जाकर ग्रामीणों को समझा-बुझाकर घायल अधेड को इलाज के लिए प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्र बडागांव ले गये।

जंसा थाना क्षेत्र के भटौली गांव में आठ सितंबर को देर रात भटकते हुए मानसिक रूप से बीमार अधेड़ पहुंच गया। उस पर बच्चा चोरी का आरोप लगाकर ग्रामीणों ने पिटाई शुरू कर दी। देखते ही देखते मौके पर ग्रामीणों की भारी भीड़ जुट गई। घटना की सूचना किसी ने जंसा पुलिस को दे दी मौके पर पहुंची पुलिस ने ग्रामीणों से किसी तरह अधेड़ को छुड़ाकर थाने ले आई। काफी पूछताछ के बाद अधेड़ अपने को जौनपुर के एक गांव का निवासी बताया। स्वजनों ने बताया कि तीन दिन पहले अधेड़ घर से निकल गया था। उसका इलाज वाराणसी में हो रहा है।

राजातालाब के असवारी गांव में नौ सितंबर की शाम को ग्रामीणों ने एक मानसिक रूप से बीमार महिला को बच्चा चोर की अफवाह में पकड़ उसकी पिटाई कर दी। इसके बाद महिला को राजातालाब पुलिस के हवाले कर दिया।पुलिस ने जांच- पड़ताल करने के बाद महिला के स्वजनों को बुलाकर उसे सौप दिया। महिला क्षेत्र के ही जगरदेवपुर गांव की रहने वाली है।

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