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वाराणसी में सपा ने दिया कांग्रेस को झटका, राबिया कलाम बेटे सहित सपा में शामिल

कांग्रेस को समाजवादी पार्टी ने पूर्व विधायक राबिया कलाम को बनारस में झटका दे दिया है। राबिया के साथ उनके बेटे जीशान कलाम ने भी लखनऊ में सपा ज्वाइन कर लिया। महाराष्ट्र सपा के अध्यक्ष अबू हाशमी की मौजूदगी में दोनों को पार्टी की सदस्यता दी।

By Abhishek SharmaEdited By: Updated: Wed, 05 Jan 2022 11:35 AM (IST)
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कांग्रेस को समाजवादी पार्टी ने पूर्व विधायक राबिया कलाम को बनारस में झटका दे दिया है।

वाराणसी, जागरण संवाददाता। लड़की हूं लड़ सकती हूं... नारे के साथ विधानसभा चुनाव में बढ़त बनाने की कोशिश में जुटी कांग्रेस को समाजवादी पार्टी ने पूर्व विधायक राबिया कलाम को बनारस में झटका दे दिया है। राबिया के साथ उनके बेटे जीशान कलाम ने भी लखनऊ में सपा ज्वाइन कर लिया। महाराष्ट्र सपा के अध्यक्ष अबू हाशमी की मौजूदगी में सपा राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव ने मंगलवार को दोनों को पार्टी की सदस्यता दी। साथ ही वाराणसी में पार्टी को मजबूत करने का निर्देश भी दिया।

हालांकि राबिया मूलतः समाजवादी ही रही हैं। उनके पति स्व. अब्दुल कलाम समाजवादी पार्टी के कद्दावर नेता थे। वह सपा के टिकट पर शहर उत्तरी विधानसभा से पहली बार वर्ष 1996 में और दूसरी बार 2002 के विधानसभा चुनाव में विधायक चुने गए। गंभीर बीमारी से पीड़ित कलाम का वर्ष 2005 में निधन हो गया। इसके बाद राबिया राजनीति में आईं और शहर उत्तरी से ही 2005 के चुनाव में सपा के टिकट पर चुनाव लड़ कर विधायक बनीं।

पार्टी में स्थानीय स्तर पर अनबन के कारण उन्होंने 2012 के चुनाव से ठीक पहले कांग्रेस का दामन थाम लिया। कांग्रेस ने उन्हें शहर उत्तरी से टिकट भी दिया लेकिन इस चुनाव में राबिया का दांव उल्टा पड़ा। वह चौथे नंबर पर रहीं और सपा की प्रदेश में सरकार भी बनी। वर्ष 2017 में कांग्रेस ने भी उनसे दूरी बना ली। सपा से गठबंधन में कांग्रेस यह सीट मिली लेकिन तकनीकी रोड़े दूर करते हुए सपा कोटे के ही अब्दुल समद अंसारी को टिकट दे दिया गया। इस पर उनके समर्थकों ने खुलेआम विरोध प्रदर्शन भी किया, लेकिन पार्टी ने ध्यान नहीं दिया। यही नहीं अभी टिकटों की घोषणा भले न हुई लेकिन कांग्रेस में उनकी अनदेखी जारी रही।

माना जा रहा है कि इससे भी राबिया का कांग्रेस से मोहभंग होता चला गया। इसका परिणाम मंगलवार को पुनः समाजवादी पार्टी में पुत्र समेत वापसी के रूप में सामने आया। इस संबंध में राबिया कलाम का कहना है कि वर्ष 2022 के चुनाव में सिर्फ सपा ही भाजपा को टक्कर दे सकती है। समाजवादी पार्टी की एक बार फिर उत्तर प्रदेश में बनने जा रही है।