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Rahul Gandhi Birthday: 54 साल के हुए राहुल गांधी, प्रदेश कांग्रेस अध्‍यक्ष अजय राय ने दी शुभकामनाएं

कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे ने पार्टी के शीर्षस्थ नेताओं के साथ बैठक के बाद राहुल के रायबरेली से सांसद बने रहने और प्रियंका को वायनाड से उपचुनाव में उम्मीदवार बनाने का एलान किया। प्रियंका गांधी वाड्रा ने वायनाड से उम्मीदवार बनाए जाने पर खुशी जाहिर करते हुए चुनावी राजनीति में उतारने के कांग्रेस के भरोसे को कायम रखने का वादा किया है।

By Jagran News Edited By: Vivek Shukla Updated: Wed, 19 Jun 2024 01:59 PM (IST)
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राहुल गांधी के साथ अजय राय। फोटो क्र‍ेडिट- x @kashikirai

डिजिटल डेस्‍क, जागरण, वाराणसी। कांग्रेस नेता राहुल गांधी आज अपना 54वां जन्‍मदिन मना रहे हैं। सोशल मीडिया पर लोग राहुल गांधी को शुभकामनाएं दे रहे हैं। ऐसे में यूपी कांग्रेस प्रदेश अध्‍यक्ष अध्‍यक्ष अजय राय ने भी सोशल मीडिया एक्‍स पर उन्‍हें बधाई दी।

उन्‍होंने लिखा कि भारत की जनता की निडर आवाज, दूरदर्शी व भविष्यद्रष्टा नेतृत्व, धैर्य और संकल्प की प्रतिमूर्ति, करुणा एवं दया से सम्पन्न, शिव की तरह नफ़रत व विद्वेष को पचा जानेवाले हमारे प्रिय नेता आदरणीय श्री राहुल गांधी जी को जन्मदिन पर दिल की गहराइयों से बहुत बहुत बधाई। बाबा विश्वनाथ जी से आपके दीर्घायु होने की प्रार्थना करता हूं। आप सदा ऐसे ही जनता के दुखदर्द और भारत माता की गरिमा व स्वाभिमान के लिये लड़ते रहें। हर हर महादेव।

राहुल गांधी रायबरेली से रहेंगे सांसद वायनाड से प्रियंका लड़ेंगी उपचुनाव

कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने केरल की वायनाड लोकसभा सीट से इस्तीफा देने का निर्णय कर उत्तर प्रदेश की रायबरेली सीट का संसद में प्रतिनिधित्व करने का फैसला किया है। कांग्रेस ने साथ ही एक बड़ा राजनीतिक फैसला करते हुए वायनाड सीट से प्रियंका गांधी वाड्रा को चुनाव मैदान में उतारने का भीएलान कर दिया है।

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वायनाड से लोकसभा उपचुनाव में उम्मीदवार बनाए जाने की पार्टी की घोषणा से प्रियंका गांधी वाड्रा की चुनावी राजनीति की पारी शुरू करने का रास्ता साफ हो गया है।

बता दें कि यूपी कांग्रेस प्रदेश अध्‍यक्ष अजय राय बीते दिनों बड़ा बयान दिया था। उन्‍होंने कहा था कि नीट में हुई धांधली को लेकर पूरा देश उलझा हुआ था कि एक और दुखद झटका ट्रेन हादसे का लगा। शर्म और दुर्भाग्य की बात है कि मौजूदा समय में हमारे देश के राजनेताओं में इतनी शर्म नहीं बची कि अपनी सरकार में हुए हादसों की नैतिक जिम्मेदारी लेते हुए इस्तीफा दे सकें।