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गंगा की अविरलता की दिशा में बढ़ रहे कदम, गंगा सेवा निधि को पत्र लिख पीएम ने गंगा दशहरा की दी शुभकामना

गंगा दशहरा पर प्रधानमंत्री ने काशी की जनता को शुभकामना दी है। इस आशय का पत्र दशाश्वमेध घाट पर नित्य संध्या गंगा आरती कराने वाली संस्था गंगा सेवा निधि को भेजा है। उन्होंने लिखा है कि मां गंगा के धरती पर अवतरण दिवस गंगा दशहरा की सभी को अनंत शुभकामनाएं।

By Saurabh ChakravartyEdited By: Updated: Thu, 09 Jun 2022 10:25 PM (IST)
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दशाश्वमेध घाट पर गंगा आरती कराने वाली संस्था गंगा सेवा निधि

जागरण संवाददाता, वाराणसी : गंगा दशहरा पर प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने काशी की जनता को शुभकामना दी है। इस आशय का पत्र दशाश्वमेध घाट पर नित्य संध्या गंगा आरती कराने वाली संस्था गंगा सेवा निधि को भेजा है। उन्होंने लिखा है कि मां गंगा के धरती पर अवतरण दिवस गंगा दशहरा की सभी को अनंत शुभकामनाएं। इस पावन पर्व पर गंगा सेवा निधि द्वारा गंगा दशहरा महोत्सव आयोजन के विषय में जानकर अत्यंत प्रसन्नता हुई है।

शुभकामना पत्र में पीएम मोदी ने संस्कृत श्लोक लिखते हुए कहा है कि भगवान शिव के भाल को सुशोभित करने वाली मां गंगा असंख्य जीवों के कष्टों का शमन करती हैं। ऐसी पुण्यसलिला, मोक्षदायिनी मां गंगा को मेरा बारंबार प्रणाम है। मां गंगा भारत की समृद्ध संस्कृति और लोक आस्था की सनातन स्त्रोत हैं। पूजनीय गंगा की महत्ता असीमित है। हम भाग्यशाली हैं कि हमें मां गंगा की स्नेह धारा से सिंचित होने का अवसर मिला है। नमामि गंगे परियोजना के तहत गंगा को स्वच्छ और निर्मल बनाने व गंगा संरक्षण की दिशा में अहम कदम उठाए गए हैं। जन भागीदारी की ऊर्जा और संकल्पित प्रयासों से जीवनदायिनी गंगा की अविरलता को सुनिश्चित करने की दिशा में हम तेजी से आगे बढ़ रहे हैं। गंगा दशहरा के पावन अवसर पर हम मां गंगा की पूजा-अर्चना के साथ इनकी सेवा और स्वच्छता के लिए अपने प्रयासों में और तेजी लाने का भी संकल्प लें। मां गंगा हम सभी का कल्याण करें, इसी कामना के साथ महोत्सव के सफल आयोजन की हार्दिक शुभकामनाएं।

गंगा की पूजा-अर्चना कर लिया अविरलता-निर्मलता का संकल्प

ज्येष्ठ शुक्ल दशमी पर गुरुवार को गंगा दशहरा के मान विधान के तहत काशीवासियों ने गंगा का पूजन-अर्चन किया। दुग्धाभिषेक किया, महाआरती की और गंगा की अविरलता व निर्मलता का संकल्प लिया। दशाश्वमेध घाट पर गंगा सेवा निधि की ओर से आयोजित समारोह में 11 अर्चकों ने मुख्य अतिथि जिला जज डा. अजय कृष्ण विश्वेश समेत अतिथियों से मां गंगा का वैदिक रीति से पूजन कराया। रिद्धी-सिद्धी के रूप में 22 कन्याओं के साथ महाआरती की। इस दौरान 5100 दीपमालाओं से घाट को भव्य रूप दिया गया। मुख्य न्यायिक दंडाधिकारी भारतेंद्र सिंह, मंत्री रवींद्र जायसवाल, विधायक सौरभ श्रीवास्तव, पूर्व विधायक अजय राय, लोकायुक्त भारत सरकार पीके मोहंती आदि विशिष्ट अतिथि थे। अध्यक्षता सएमपीएसएम कमांडेंट 39 जीटीसी ब्रिगेडियर राजीव नाग्याल ने की। गंगा सेवा निधि के संस्थापक पं. सत्येंद्र मिश्र को पुष्पांजलि भी दी गई। सुशांत मिश्र ने स्वागत, संचालन अंकिता खत्री व उत्कर्ष सहत्रबुद्धे और धन्यवाद संस्था के सचिव सुरजीत कुमार सिंह ने किया। सांस्कृतिक संध्या में राहुल मुखर्जी के सानिध्य में ईशान चौधरी, हेमानगी, पलक, संचीता, कुशुकी, तुशीका, तोशीता आदि ने प्रस्तुति दी।