वाराणसी में रोपवे के लिए 14 अक्टूबर को खुलेगा टेंडर, योजना को धरातल पर लाने में जुटा महकमा
वाराणसी शहर में पीपीपी माडल पर प्रस्तावित रोपवे का टेंडर 14 अक्टूबर को खुलेगा। शहर को जाम से मुक्त कराने के लिए कैंट स्टेशन से गोदौलिया तक प्रस्तावित रोपवे परियोजना को धरातल पर उतारने के लिए विकास प्राधिकरण के साथ नेशनल हाईवे लाजिस्टिक प्राइवेट लिमिटेड पूरी तरह जुट गया है।
जागरण संवाददाता, वाराणसी : शहर में पब्लिक प्राइवेट पार्टनरशिप (पीपीपी) माडल पर प्रस्तावित रोपवे का टेंडर 14 अक्टूबर को खुलेगा। शहर को जाम से मुक्त कराने के लिए कैंट रेलवे स्टेशन से गोदौलिया तक प्रस्तावित रोपवे परियोजना को धरातल पर उतारने के लिए विकास प्राधिकरण के साथ नेशनल हाईवे लाजिस्टिक प्राइवेट लिमिटेड (एनएचएलएमएल) पूरी तरह जुट गया है।
फिर से निविदा निकाली है, क्योंकि एक कंपनी होने पर निविदा नहीं हो सकती
एनएचएलएमएल की पूरी कोशिश है किसी तरह टेंडर फाइनल कर जल्द से जल्द काम शुरू कराया जा सके। पिछली बार टेंडर में दो कंपनियां आई थी जिसमें मेरठ की कृष्णा कंसटेलेशन प्राइवेट कंपनी टेक्निकल बिड में फेल हो गया। सिर्फ हरियाणा की गवार कंस्ट्रक्शन होने पर नेशनल हाईवे लाजिस्टिक प्राइवेट लिमिटेड (एनएचएलएमएल) ने फिर से निविदा निकाली है, क्योंकि एक कंपनी होने पर निविदा नहीं हो सकती है।
भारतीय राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण (एनएचएआइ) की नेशनल हाईवे लाजिस्टिक मैनेजमेंट कंपनी लिमिटेड (एनएचएलएमएल) को रोपवे के काम को पूरा करने के लिए लगाया गया है। एनएचएलएमएल ने परियोजना का अध्ययन कर पुन : फीजिबिलिटी रिपोर्ट तैयार कर 14 मई को हाइब्रिड एन्यूइटी माडल (एचएएम) पर वीडीए ने निविदा निकाली है, फिर 30 जून, 15 व 22 जुलाई तथा अब 14 अक्टूबर को खुलेगा।
पांच स्थानों पर बनेगा स्टेशन
कंपनी ने एलाइनमेंट का विस्तृत अध्ययन कर पुन : फीजिबिलिटी रिपोर्ट तैयार कर वीडीए को सौंपी है। फीजिबिलिटी रिपोर्ट के मुताबिक परियोजना में पांच स्टेशन प्रस्तावित किए गए हैं जिसमें पहला स्टेशन कैंट रेलवे स्टेशन, उसके बाद काशी विद्यापीठ, रथयात्रा, गिरजाघर क्रासिंग, जोकि टर्निंग स्टेशन होगा तथा अंतिम स्टेशन गोदौलिया पर है।
एक नजर में परियोजना
लंबाई-3.750 किलोमीटर
बजट-461 करोड़ रुपये
स्टेशन की संख्या : पांच
टर्मिनल संख्या दो
रफ्तार : 20 किमी प्रति घंटा
संचालन : 16 घंटे
टावर की संख्या : 30
एक तरफ से एक समय में 4500 यात्रियों की सुविधा