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भारत-जापान की दोस्‍ती का प्रतीक 'रुद्राक्ष' काशी की बन जाएगी खास पहचान, देखें तस्‍वीरें...

PM Modi Varanasi Visit 2021 रुद्राक्ष नाम के अंतरराष्‍ट्रीय कन्‍वेंशन सेंटर की सौगात देकर रिश्‍तों को धरातल पर उतार दिया। 15 जुलाई को पीएम नरेंद्र मोदी इस भवन का उद्घाटन करेंगे तो इस दौरान जापान के राजदूत सतोषी सुजुकी भी जापान सरकार के प्रतिनिधि के तौर पर मौजूद रहेंगे।

By Abhishek SharmaEdited By: Updated: Wed, 14 Jul 2021 05:40 PM (IST)
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15 जुलाई गुरुवार के दिन पीएम नरेंद्र मोदी इस कन्‍वेंशन सेंटर का उद्घाटन करेंगे।
वाराणसी, इंटरनेट डेस्‍क। भारत और जापान की दोस्‍ती में दोबारा उस समय दिसंबर वर्ष 2015 में गति आई जब जापान के पीएम शिंजो अबे का भारत दौरा हुआ। इस दौरान उन्‍होंने भारत को बुलेट ट्रेन की सौगात दी तो वाराणसी में जापान के सहयोग से रुद्राक्ष नाम के अंतरराष्‍ट्रीय कन्‍वेंशन सेंटर की सौगात देकर रिश्‍तों को धरातल पर उतार दिया। 15 जुलाई गुरुवार के दिन पीएम नरेंद्र मोदी इस कन्‍वेंशन सेंटर का उद्घाटन करेंगे तो इस दौरान जापान के राजदूत सतोषी सुजुकी भी जापान सरकार के प्रतिनिधि के तौर पर मौजूद रहेंगे। इसके बनने से शहर में सांस्‍कृतिक और प्रवासी भारतीय दिवस जैसे वैश्विक आयोजनों के लिए जगह की कमी नहीं रहेगी। इसके अलावा प्रदर्शनी और मेलों के अलावा पर्यटन व कारोबार से जुडे़ सरकारी आयोजन भी यहां आसानी से हो सकते हैं।  

भारत और जापान के राष्‍ट्रीय झंडे रुद्राक्ष कन्‍वेंशन सेंटर में दोनों देशों की दोस्‍ती के प्रतीक के दौर पर फहरा कर रिश्‍तों को धरातल मिलने का सुबूत दे रहे हैं। 

 

रंग बिरंगी जापान छतरियों और लाल रंग की लालटेन के साथ जापानी बांस सैंसुई पर आकर्षक तरीके से जापानी परंपराओं के अनुरूप सजाए गए हैं। 

गैलरी में एक लंबी कतार में रंगबिरंगी जापानी छतरियां जापान की परंपरा के प्रतीक के तौर पर पूरी गैलरी में जापानी अनुभूति के साथ मानो क्‍योटो का लुक प्रदान करती नजर आती हैं। 

1200 लोगों के बैठने के लिए बना भव्‍य सभागार एयरकंडीशन की हवा से ठंडा बना रहता है, यहां होने वाले भव्‍य आयोजनों में अनोखी जापानी शैली का निर्माण और सजावट सभागार की खास विशेषता है।

पूरे रुद्राक्ष इंटरनेशनल कन्‍वेंशन सेंटर को कुंंतलों गेंदे और अन्‍य मौसमी फूूलों से दिन रात एक कर सजाया जा रहा है ताकि उद्घाटन के दौरान फूलों की गमक से पूरा परिसर शानदार खु‍श्‍बुओं से भरा हुआ नजर आए।

 

परिसर में रोपे गए पौधे भी इन दिनों रंग बिरंगी रोशनी से नहाए नजर आ रहे हैं, बाउंड्री के चारों ओर पौधों को जगमग करने के लिए लाइटें लगाई गई हैं।

 

परिसर की गैलरी में 12 दिसंबर 2015 की वह तस्‍वीर भी लगाई गई है जब दशाश्‍वमेध घाट पर पीएम नरेंद्र मोदी के साथ जापानी पीएम शिंजो अबे गंगा आरती में शामिल हुए थे।

 

रुद्राक्ष कन्‍वेंशन सेंटर के परिसर में बनी गैलरी में 12 दिसंबर 2015 की वह तस्‍वीर भी लगाई गई है जब दशाश्‍वमेध घाट पर पीएम नरेंद्र मोदी के साथ जापानी पीएम शिंजो अबे गंगा आरती में शामिल हुए और बुर्ज पर बैठकर पूरी गंगा आरती के गवाह बने थे, इस दौरान पीएम नरेंद्र मोदी ने जापानी पीएम को काशी की गंगा आरती की परंपरा के बारे में भी बीच बीच में जानकारी दी थी। इससे जापानी पीएम भी काफी अभिभूत नजर आए थे।

रुद्राक्ष इंटरनेशनल कन्‍वेंशन सेंटर वाराणसी का प्रतीक भी बनाया गया है, गुरुवार को यह पीएम नरेंद्र मोदी और अन्‍य गणमान्‍य लोगों को प्रदान किया जाएगा। इसके जरिए भारत जापान संबंंधों को नया आयाम मिलेगा। इस प्रतिकृति में भारत और जापान के प्रतीक झंडों को भी शामिल किया गया है।  

जापान सरकार के 186 करोड़ की आर्थिक सहायता से अंतरराष्ट्रीय कन्वेंशन सेंटर वाराणसी में 2.87 हेक्‍टेयर में बना है। इसमें 12 सौ लोगों के बैठने की विशेष सुविधा है, साथ ही एक समय में 120 कारों को पार्क किया जा सकता है। मेन हॉल, मीटिंग रूम, गैलरी और आधुनिक आडियो और वीडियो सिस्टम के अलावा बेहतरीन लाइटिंग से सजावट जापानी आर्किटेक्‍ट की देखरेख में हुई है। इसके निर्माण में जापान और भारतीय शैली का प्रयोग देखा जा सकता है। वहीं परिसर में अंडरग्राउंड पार्किंग सुविधा के अलावा जापानी शैली में हरियाली की गई है जिसे लेवल थ्री मानक का माना गया है। वीसीसी (वाराणसी कन्‍वेंशन सेंटर) को पर्यावरण के अनुकूल भवन बनाया गया है, यह एकीकृत आवास मूल्यांकन (गृह) के लिए हरित रेटिंग के स्तर तीन के लिए उपयुक्त पाया गया है।

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