Move to Jagran APP

श्रीकाशी विश्वनाथ धाम में मार्च के महीने में लगा श्रद्धालुओं का तांता, 95.63 लाख भक्तों ने किया बाबा के दर्शन

श्रीकाशी विश्वनाथ धाम में मार्च माह ने श्रद्धालु संख्या का दोहरा रिकार्ड बनाया। महीने में तीन दिन ऐसे रहे जिसमें सामान्य दिन में श्रद्धालु संख्या के रिकार्ड टूटते-बनते रहे। अंतिम दिन 31 मार्च को 636975 श्रद्धालु मंदिर पहुंचे। यह पर्व अतिरिक्त दिवस का रिकार्ड रहा। मार्च के 31 दिनों में 9563432 श्रद्धालु मंदिर आए। यह संख्या 2023 के सावन के रिकार्ड को पीछे छोड़ते हुए नया रिकार्ड बना गई।

By Jagran News Edited By: Abhishek Pandey Updated: Mon, 01 Apr 2024 07:25 AM (IST)
Hero Image
श्रीकाशी विश्वनाथ धाम में मार्च के महीने में लगा श्रद्धालुओं का तांता
जागरण संवाददाता, वाराणसी। श्रीकाशी विश्वनाथ धाम में मार्च माह ने श्रद्धालु संख्या का दोहरा रिकार्ड बनाया। महीने में तीन दिन ऐसे रहे जिसमें सामान्य दिन में श्रद्धालु संख्या के रिकार्ड टूटते-बनते रहे। अंतिम दिन 31 मार्च को 6,36,975 श्रद्धालु मंदिर पहुंचे। यह पर्व अतिरिक्त दिवस का रिकार्ड रहा।

मार्च के 31 दिनों में 95,63,432 श्रद्धालु मंदिर आए। यह संख्या 2023 के सावन के रिकार्ड को पीछे छोड़ते हुए नया रिकार्ड बना गई। श्रीकाशी विश्वनाथ धाम के नव्य-भव्य स्वरूप का लोकार्पण होने के बाद से ही श्रद्धालुओं की संख्या निरंतर बढ़ती जा रही है।

31 मार्च को छह लाख से अधिक श्रद्धालुओं ने किए दर्शन

मार्च विश्वनाथ धाम में श्रद्धालुओं के आगमन की दृष्टि से ऐतिहासिक माह रहा। मंदिर में 17 मार्च को सामान्य दिवस में सर्वाधिक 5.03 लाख श्रद्धालु संख्या का रिकार्ड बना। इसके 11वें दिन ही 28 मार्च को 5.28 लाख भक्तों के साथ पुराना रिकार्ड टूटा और मार्च के अंतिम दिन 6,36,975 श्रद्धालु संख्या के साथ नया रिकार्ड बन गया।

मासिक श्रद्धालु संख्या की बात करें तो इस माह के सापेक्ष मार्च 2023 में धाम आने वाले श्रद्धालुओं की संख्या 37,11,060 थी। पर्व मास अनुसार अगस्त 2023 में सावन मास में अधिकतम संख्या 95,62,206 थी । अब सामान्य माह में 95 लाख 63 हजार 432 भक्तों के आने से वह रिकार्ड संख्या भी पीछे हो गई।

श्रीकाशी विश्वनाथ मंदिर व विशिष्ट क्षेत्र विकास परिषद के मुख्य कार्यपालक अधिकारी विश्वभूषण मिश्र ने बताया कि दिसंबर 2021 में मंदिर का नव्य-भव्य स्वरूप सामने आने के बाद हेड काउंट कैमरा लगाया गया जिसके माध्यम से श्रद्धालु संख्या की गणना की जा रही है।

इसे भी पढ़ें: जब मुख्तार के इशारे पर गरजी थी AK-47, अपने खास को सौंपी थी रेशम-चांदी तस्करी व कोयला कारोबार की जिम्मेदारी

आपके शहर की हर बड़ी खबर, अब आपके फोन पर। डाउनलोड करें लोकल न्यूज़ का सबसे भरोसेमंद साथी- जागरण लोकल ऐप।