Varanasi News: रील बनाने के चक्कर में चली गई तीन किशोरों की जान, एक ने कैंसर को दी थी मात लेकिन रफ्तार बन गया काल
उत्तर-प्रदेश के वाराणसी में एक दिल दहला देने वाला मामला सामने आया है। यहां एक सड़क हादसे में तीन किशोरों की मौत हो गई। घटना में दो ने मौके पर दम तोड़ दिया जबकि तीसरे ने इलाज के दौरान। बताया जा रहा है तीनों एक ही बाइक पर सवार होकर तेज रफ्तार में जा रहे थे और मोबाइल से रील बना रहे थे। इसी दौरान वे बस से टकरा गए।
संवाद सूत्र जागरण, रोहनिया। रील बनाने के चक्कर में तीन किशोरों की जान चली गई। तेज रफ्तार बाइक पर बैठकर मोबाइल से वीडियो बनाने के दौरान बाइक बस से टकरा गई। रोहनिया थाना क्षेत्र के अमरा अखरी से चुनार मार्ग पर गुरुवार की सुबह खनांव गांव के पास हुए हादसे में दो किशोरों की मौके पर मौत हो गई। एक की ट्रामा सेंटर में इलाज के दौरान मौत हो गई। पुलिस ने तीनों शवों को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया।
अखरी राजभर बस्ती का रहने वाला साहिल राजभर (16 वर्ष) अपने भाई की ड्यूक स्पोर्ट्स बाइक लेकर अपने दोस्तों चंद्रशेखर राजभर उर्फ चंदन (16 वर्ष) और शिवम राजभर उर्फ चंचल के साथ घूमने निकला था। तीनों बच्छांव की तरफ गए थे, लौटते समय साहिल बाइक चला रहा था और उसके दोनों साथी पीछे बैठे थे। बीच में बैठा किशोर रास्ते में मोबाइल से रील बना रहा था।तीनों खनांव गांव के पास पहुंचे तभी विपरित दिशा से आ रही भारतीय सब्जी अनुसंधान संस्थान की बस से बाइक टकरा गई। बाइक की रफ्तार तेज होने से टक्कर इतनी जोरदार हुई कि तीनों बाइक सवार किशोर छिटकर दूर जा गिरे। गंभीर चोट लगने से साहिल और चंद्रशेखर की मौके पर मौत हो गई। स्थानीय पुलिस ने गंभीर रूप से घायल शिवम को बीएचयू के ट्रामा सेंटर पहुंचाया जहां इलाज के दौरान उसकी मौत हो गई।
इसे भी पढ़ें-अंबानी परिवार की शादी में छाएगी बनारस की मिठाइयां, विदेशी भी लगाएंगे चाट के चटकारेमौत की दहलीज पर ले गई नियमों की अनदेखी
सड़क पर सुरक्षित चलने के लिए बनाए गए नियमों की अनदेखी तीनों किशोरों को मौत की दहलीज तक ले गई। व्यस्क न होने के बावजूद साहिल बिना ड्राइविंग लाइसेंस के अपने भाई की स्पोर्ट्स बाइक चलाता था। अक्सर तीन सवारी चलाता था और हेलमेट भी नहीं लगता था।
तेज रफ्तार में बाइक दौड़ाना उसे काफी पसंद था। दुर्घटना के वक्त भी उसकी बाइक की रफ्तार काफी तेज थी। उसने हेलमेट नहीं लगाया था और तीन सवारी चल रहा था। चार महीने पर पुरानी बाइक पर नंबर नहीं लिखा गया था।इसे भी पढ़ें-यूपी के 35 जिलों में भारी बारिश का अलर्ट, लखनऊ-वाराणसी में होगी झमाझम बरसात
कैंसर से जीता मौत से हाराशिवम कई साल तक ब्लड कैंसर से लड़ता रहा। इलाज के बाद स्वस्थ होकर कार धुलाई का काम करता था। वह कैंसर से तो जीत गया लेकिन तेज रफ्तार बाइक पर रील बनाने की लापरवाही ने उसे मौत दे दी। साहिल तीन भाई और एक बहन में दूसरे नंबर पर था। वहीं चंद्रशेखर दो भाइयों में बड़ा था।
बस छोड़कर चालक फरारदुर्घटना के बाद बस का चालक बस छोड़कर फरार हो गया। सूचना पर मौके पर पहुंचे एसीपी रोहनिया संजीव शर्मा, प्रभारी निरीक्षक राजू सिंह तथा चौकी प्रभारी ओम नारायण शुक्ला घायल को ट्रामा सेंटर पहुंचवाया। बस को कब्जे में लेकर चौकी पर भेज दिया। पुलिस को बता चला कि बस की टक्कर से पहले भी किशोरों की बाइक की दूसरे वाहन से टक्कर होते -होते बची थी। तीनों को सिर में गंभीर चोट लगी थी।
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