सोनभद्र के पास दो मालगाड़ियों की आपस में टक्कर, इंजन में फंसे पायलट सहित तीन की मौत
मध्य प्रदेश के सासन क्षेत्र में रविवार सुबह दो मालगाड़ियों की सीधी टक्कर हो गई।
सोनभद्र, जेएनएन। जिले से सटे मध्य प्रदेश के सासन क्षेत्र में रविवार सुबह करीब पांच बजे दो मालगाड़ियों की आपस में टक्कर हो गई। इस दौरान रेल इंजन में फंसे पायलट सहित तीन लोगों की मौत हो गई। विभागीय सूत्रों के अनुसार इस हादसे में करोड़ों का नुकसान हुआ है। वहीं एक मालगाड़ी के इंजन में तीन लोग फंस गए हैं उनको निकलने के लिए राहत और बचाव कार्य भी चलाया गया मगर तीनों को बचाया नहीं जा सका। हादसे के बाद मालगाड़ी की कई बोगियां दूर दूर तक पटरी से उतर कर ट्रैक से बाहर निकल गईं। तेज आवाज के बाद हादसे की जानकारी होते ही रेलवे प्रशासन और स्थानीय लोग मौके पर पहुंचे तो राहत और बचाव कार्य शुरू हो सका। रविवार की देर शाम तक ट्रैक पर मरम्मत नहीं होने की वजह से यातायात भी सामान्य नहीं हो पाया है।
रेलवे के शीर्ष अधिकारियों को हादसे की जानकारी देने के साथ ही राहत और बचाव कार्य के अलावा ट्रैक को भी ठीक करने के लिए रेलवे की टीम मौके पर रवाना हो गई है। परियोजना को समय से कोयला उपलब्ध कराने के लिए ट्रैक को शीघ्र क्लियर करना भी अब विभाग के लिए किसी चुनौती से कम नहीं है। वहीं इंजन में फंसे लोगों को समय से मदद न मिल पाने की वजह से तीनों के जीवन पर संकट बना रहा और दोपहर बाद आखिरकार तीनाें को मृत घोषित कर दिया गया। इंजन में फंसे तीनों शवों को बाहर निकालकर पोस्टमार्टम के लिए दोपहर बाद भेज दिया गया।
रेलवे प्रशासन के अनुसार अमलोरी से कोयला लेकर एक मालगाड़ी एनटीपीसी रिहंदनगर जा रही थी। एमजीआर रेलवे लाइन पर सिंगरौली के सासन में सुबह करीब पांच बजे विपरीत दिशा में जा रही मालगाड़ी की आपस में टक्कर हो गई। रेलवे सूत्रों के अनुसार जो गाड़ी कोयले से लोड थी उसमें तीन लोग फंस गए जबकि सामने वाली मालगाड़ी के लोको पायलट और अन्य लोग समय रहते इंजन से कूद गए। हालांकि इंजन में फंसे तीनों रेल कर्मियों की मौत हो गई। रेलवे सूत्रों के अनुसार सुबह का समय होने की वजह से ट्रैक पर दोनों मालगाडी एक ही समय पर आ गईं और समय रहते सूचना न मिलने की वजह से यह भीषण हादसा हो गया।
हादसे में तीन लोको पायलट फंसे
दोनों मालगाडियों के आपस में टकराने के बाद एक मालगाड़ी का इंजन बुरी तरह से क्षतिग्रस्त हो गया जिसमें राशिद अहमद लोको ड्राइवर, मनदीप कुमार, राम लक्षण बैश्य आदि फंस गए। हादसे में तीनों रेल कर्मियों ने आखिरकार दम तोड़ दिया। रेलवे अधिकारियों के अनुसार यह तीनों लोग इंजन के अंदर ही गंभीर हालत में फंसे थे मगर जब तक निकाला जाता तब तक दम तोड़ चुके थे। राहत और बचाव कार्य में करीब 12 घंटे से अधिक का समय लग रहा है। मौके पर पहुंचे रेल अधिकारियों के अनुसार हाइड्रा और क्रेन मंगाए जाने के बाद राहत और बचाव कार्य शुरु हुआ। हादसे में दोनों ट्रेनों की करीब 17 बोगियां क्षतिग्रस्त क्षतिग्रस्त हुई हैं।