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Varanasi Accident: तेज रफ्तार जेसीबी की चपेट में आए बाइक सवार, दो युवकों की मौत; मचा हड़कंप

बाबतपुर-मंगारी राजमार्ग पर एक दर्दनाक हादसे में 23 वर्षीय सागर और 24 वर्षीय सतीश की मौत हो गई। जेसीबी की चपेट में आने से सागर की मौके पर ही मौत हो गई जबकि सतीश ने गंगापुर सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में दम तोड़ दिया। जेसीबी चालक की लापरवाही और अस्पताल में डॉक्टरों की अनुपस्थिति के कारण सतीश की जान नहीं बच सकी।

By Rakesh Srivastava Edited By: Vivek Shukla Updated: Sat, 28 Sep 2024 02:24 PM (IST)
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हादसे के बाद रोते बिलखते परिजन। जागरण

संवाद सूत्र जागरण, बाबतपुर। बाबतपुर-मंगारी स्टेट हाईवे पर शुक्रवार शाम तेज रफ्तार जेसीबी की चपेट में आने से बाइक सवार 23 वर्षीय कनई (लोहता) निवासी सागर की मौके पर ही मौत हो गई जबकि 24 वर्षीय गणेशपुर (मुंहबोला साला) तरना निवासी सतीश को गंगापुर सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में देर तक इलाज न मिला और उनकी भी सांसे कमजोर पड़ गईं।

जेसीबी एयरपोर्ट के निर्माणाधीन नए टर्मिनल बिल्डिंग के कार्य में लगा है। फूलपुर पुलिस ने जेसीबी को कब्जे में लेते हुए जौनपुर के खुटहन निवासी आरोपित चालक जितेंद्र कुमार को गिरफ्तार किया है। सगार के पिता सुरेंद्र ने केस दर्ज कराया है।

आधा घंटा में आने को बोले थे, बुआ करती रहीं इंतजार

सागर रिश्ते के साला सतीश के साथ बाइक से बुआ से मिलने उनके घर मंगारी जा रहे थे। उन्होंने अपनी बुआ शीला को बता दिया था कि आधा घंटा में पहुंच रहा हूं। सगार और सतीश बाइक से एयरपोर्ट बाउंड्री के समीप गुजर रहे थे कि निर्माणाधीन नए टर्मिनल के तरफ़ से आए तेज रफ्तार जेसीबी ने टक्कर मार दी। जेसीबी के आगे का हिस्सा सागर के सीने में घुस गया था।

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प्रत्यक्षदर्शियों मुताबिक जेसीबी चालक वीडियो काल से बात करते ड्राइविंग कर रहा था। इधर बुआ आधा घंटा इंतजार के बाद दोनों के न पहुंचने से परेशान हुईं तो स्वजन से संपर्क कीं तो हादसे की भनक पर हास्पिटल पहुंची, जहां भतीजे का शव देख बिखल उठीं। सागर चार भाइयो में तीसरे नंबर के थे, जबकि सतीश इकलौता था। दोनों अविवाहित थे।

हास्पिटल में डाक्टर होते तो बच सकती थी सतीश की जान

पुलिस सागर और सतीश दोनों को गंगापुर सीएचसी ले गई, जहां डाक्टर नहीं थे। फार्मासिस्ट ने सागर को मृत घोषित कर दिया, जबकि सतीश उस समय जीवित थे। आधा घंटा बाद उनकी भी मौत हो गई। पुलिस पांच बजे दोनों घायलों को लेकर हास्पिटल पहुंची थी। चिकित्सा अधीक्षक डा. सुजीत डेढ़ घंटे बाद 6:25 बजे पहुंचे। उन्होंने बताया की डाक्टर सक्षम की ड्यूटी थी, जो मौके पर नहीं थे।

संवेदन हीन लोग बनाते रहे वीडियो

दिल को दहला देने वाले हादसे के बाद भी संवेदनहीन कुछ लोग मदद करने के बजाए वीडियो बनाते दिखे। उन्होंने पुलिस या एंबुलेंस को सूचना देना भी मुनासिब नहीं समझा। हरहुआ निवासी गौरव सिंह पहुंचे तो एंबुलेंस और पुलिस को इत्तला दिए।

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हास्पिटल में डाक्टर को नदारद देख स्वास्थ्य विभाग के टोल फ्री नंबर 104 पर सूचना दी गई तो डेढ़ घंटे बाद चिकित्सा अधीक्षक पहुंचे। इंस्पेक्टर फूलपुर फूलपुर प्रवीण सिंह ने बताया कि हादसे के लापरवाही उजागर होने पर सख्त कार्रवाई की जाएगी।

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