Varanasi News: काशी विश्वनाथ मंदिर में अनाधिकृत प्रवेश और पेड़ा बेचने पर सात के खिलाफ केस, बलपूर्वक लगा रहे थे दुकान
काशी विश्वनाथ मंदिर में बिना अनुमति के प्रवेश करने और जबरन लाल पेड़ा बेचने के आरोप में सात लोगों के खिलाफ मामला दर्ज किया गया है। मंदिर प्रशासन ने 21 अगस्त को ही दुकान बंद करने का नोटिस दिया था लेकिन आरोपियों ने 18 अक्टूबर को फिर से दुकान लगा ली। चौक पुलिस ने मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी है।
जागरण संवाददाता, वाराणसी। नायब तहसीलदार मिनी एल. शेखर ने श्रीकाशी विश्वनाथ मंदिर में अनाधिकृत प्रवेश करने और बलपूर्वक लाल पेड़ा बेचने के आरोप में सात लोगों के खिलाफ विभिन्न धाराओं में केस दर्ज कराया है।
चौक पुलिस को दी गई तहरीर में उन्होंने बताया कि मंदिर प्रशासन की अनुमति से परिसर में महादेव लाल पेड़ा पंडार के नाम से लाल पेड़ा बेचा जाता था। गत 21 अगस्त को उक्त दुकान को बंद करने के लिए नोटिस दिया गया था। मंदिर परिसर से 31 अगस्त तक दुकान हटाने के निर्देश दिए गए थे, जिसका पालन भी करा लिया गया था।
इसी बीच 18 अक्टूबर की सुबह 8.15 बजे अंकित सिंह व उसके भाई अपने सहयोगी रवि यादव, दिनेश सिंह, आशुतोष यादव, राकेश, धीरज दुबे व अमन गोड की मदद से जबरन लाल पेड़ा लेकर आए तथा बलपूर्वक तोड़फोड़ करते हुए शंकराचार्य चौक (धाम परिसर में) में दुकान लगाई। हेल्पडेस्क कर्मियों के मना करने पर भी न तो काउंटर हटाया, न पेड़ा बेचना बंद किया। चौक पुलिस केस दर्ज कर घटना की जांच शुरू कर दी है।
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सुगम दर्शन में प्रसाद वैकल्पिक, 250 रुपये में ले सकेंगे टिकट
श्रीकाशी विश्वनाथ धाम में सुगम दर्शन के लिए अब 250 रुपये में टिकट लिया जा सकेगा। पहले इसके लिए 300 रुपये शुल्क था। नई व्यवस्था के तहत प्रसाद वैकल्पिक कर दिया गया है। जो श्रद्धालु प्रसाद लेना चाहेंगे, उसका अलग से शुल्क टिकट में जुड़ जाएगा।
मुख्य कार्यपालक अधिकारी विश्व भूषण मिश्र के अनुसार सुगम दर्शन के टिकट शुल्क में कोई परिवर्तन नहीं किया गया है। सिर्फ प्रसाद का शुल्क अलग किया गया है, जो श्रद्धालु की इच्छा पर निर्भर होगा।इसे भी पढ़ें-सब्जियों की महंगाई के बीच टमाटर को मिली 'पुलिस सुरक्षा', क्या है मामला
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