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'राष्ट्रीय डाक सप्ताह' के तहत वाराणसी में डाक विभाग ने मनाया वित्तीय सशक्तिकरण दिवस, योजनाओं की दी गई जानकारी

वित्तीय सशक्तिकरण को समाज के अंतिम व्यक्ति तक पहुंचाने में डाकघरों की अहम् भूमिका है। आज भी डाकघर की बचत योजनाएं सर्वाधिक लोकप्रिय हैं और इनमें लोग पीढ़ी-दर-पीढ़ी निवेश करते आ रहे हैं। 755 गांवों को सुकन्या समृद्धि ग्राम और 363 गांवों को सम्पूर्ण बीमा ग्राम बनाया जा चुका है।

By Saurabh ChakravartyEdited By: Updated: Mon, 10 Oct 2022 05:29 PM (IST)
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'राष्ट्रीय डाक सप्ताह' के तहत लाभार्थियों को पासबुक और बांड भी सौंपे।

वाराणसी, जागरण संवाददाता। वित्तीय सशक्तिकरण को समाज के अंतिम व्यक्ति तक पहुंचाने में डाकघरों की अहम् भूमिका है। आज भी डाकघर की बचत योजनाएं सर्वाधिक लोकप्रिय हैं और इनमें लोग पीढ़ी-दर-पीढ़ी निवेश करते आ रहे हैं। डाकघरों में एक ही छत के नीचे बचत, डाक जीवन बीमा और इण्डिया पोस्ट पेमेंट्स बैंक की सुविधा होने से लोगों को निवेश के ढेरों विकल्प उपलब्ध होने से सहूलियत है।

उक्त उद्गार 'राष्ट्रीय डाक सप्ताह' के तहत 10 अक्टूबर को वाराणसी प्रधान डाकघर में 'वित्तीय सशक्तिकरण' दिवस पर आयोजित कार्यक्रम में वाराणसी परिक्षेत्र के पोस्टमास्टर जनरल कृष्ण कुमार यादव ने व्यक्त किये। डाक विभाग द्वारा वाराणसी, जौनपुर, भदोही, चंदौली, गाजीपुर, बलिया जनपदों में अभियान चलाकर सुकन्या समृद्धि, डाक बचत योजना, इंडिया पोस्ट पेमेंट्स बैंक और डाक जीवन बीमा से अधिकाधिक लोगों को जोड़ा गया। इस अवसर पर प्रवर अधीक्षक डाकघर राजन संग उन्होंने लाभार्थियों को पासबुक और बांड भी सौंपे।

पोस्टमास्टर जनरल कृष्ण कुमार यादव ने कहा कि वित्तीय समावेशन के आर्थिक के साथ-साथ सामाजिक आयाम भी महत्वपूर्ण हैं। वाराणसी परिक्षेत्र के सभी 274 डाकघरों को सीबीएस प्लेटफॉर्म पर माइग्रेट किया जा चुका है। डाकघरों में बचत खाता, आवर्ती जमा खाता, पीपीएफ, सीनियर सिटिज़न बचत खाता, मासिक आय योजना, सावधि जमा खाता, एनएससी, केवीपी और सुकन्या समृद्धि योजना उपलब्ध हैं।

हाल ही में भारत सरकार द्वारा लघु बचत योजनाओं को बढ़ावा देने हेतु टीडी, एमआईएस, वरिष्ठ नागरिक बचत योजना और किसान विकास पत्र की ब्याज दरों में भी वृद्धि की गई है। सुकन्या समृद्धि योजना जहाँ 'बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ' को धार दे रही है, वहीं इंडिया पोस्ट पेमेंट्स बैंक के माध्यम से डाकिया अब चलते-फिरते बैंक बन गए हैं।

755 गांवों को सुकन्या समृद्धि ग्राम और 363 गांवों को सम्पूर्ण बीमा ग्राम बनाया जा चुका है

पोस्टमास्टर जनरल कृष्ण कुमार यादव ने बताया कि वाराणसी परिक्षेत्र के डाकघरों में 30 लाख बचत खाते, 2.65 लाख सुकन्या खाते, 5.50 लाख आईपीपीबी खाते संचालित हैं। 755 गांवों को सुकन्या समृद्धि ग्राम और 363 गांवों को सम्पूर्ण बीमा ग्राम बनाया जा चुका है।

इस वर्ष अब तक लगभग 7,000 लोगों का डाक जीवन बीमा किया जा चुका है, जिससे 5.16 करोड़ रूपये का न्यू प्रीमियम प्राप्त हुआ। वित्तीय सशक्तिकरण के तहत हर व्यक्ति को डाकघर बचत व बीमा योजनाओं से जोड़ने की पहल की जा रही है।

वाराणसी पूर्वी मंडल के प्रवर अधीक्षक डाकघर राजन ने कहा कि 10 साल तक की बेटियों का मात्र ₹ 250 से डाकघर में खुलने वाला सुकन्या समृद्धि योजना सिर्फ निवेश का ही एक माध्यम नहीं है, बल्कि यह बालिकाओं के उज्ज्वल व समृद्ध भविष्य से भी जुड़ा हुआ है। इस योजना में एक वित्तीय वर्ष में अधिकतम डेढ़ लाख रूपये जमा किये जा सकते हैं।

इस अवसर पर बचत बैंक क्विज भी आयोजित किया गया, जिसमें महिला अभिकर्ता मंजू देवी, डायरेक्ट एजेंट अमन कुमार गुप्ता, महिला अभिकर्ता मधु सिंह को क्रमश: प्रथम, द्वितीय व तृतीय पुरस्कार से पोस्टमास्टर जनरल श्री कृष्ण कुमार यादव ने सम्मानित किया।

इस अवसर पर सीनियर पोस्टमास्टर सीएस बरुआ, सहायक निदेशक ब्रजेश शर्मा, इंडिया पोस्ट पेमेंट्स बैंक सीनियर मैनेजर सुबलेश सिंह, सहायक अधीक्षक एसके चौधरी, दिलीप यादव, निरीक्षक रमेश यादव, श्रीकांत पाल, कमल भारती, दीपमणि, राजेंद्र यादव, श्रीप्रकाश गुप्ता, प्रीति सहित तमाम लोग उपस्थित रहे। कार्यक्रम का संचालन कुमारी अजिता ने किया।

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