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यूपी बोर्ड परीक्षा 2022 : बोर्ड परीक्षा के पहले दिन भारी सुरक्षा व्‍यवस्‍था, कोरोना गाइड लाइन का हुआ पालन

UP Board Exam 2022 बोर्ड परीक्षा के पहले दिन भारी सुरक्षा व्‍यवस्‍था के बीच कोरोना गाइड लाइन का पालन किया गया। वहीं सीसीटीवी फुटेज पर निगाह रखने के साथ ही सुरक्षा बलों की तैनाती भी केंद्रों के पास रही।

By Abhishek SharmaEdited By: Updated: Thu, 24 Mar 2022 12:30 PM (IST)
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यूपी बोर्ड परीक्षा के पहले दिन सुबह से ही केंद्रों पर सुरक्षा कड़ी रही।

वाराणसी, जागरण संवाददाता। सूबे में यूपी बोर्ड की परीक्षा शुरू हो चुकी है। सुबह से ही स्‍कूलों में भारी सुरक्षा और जांच के बाद ही छात्रों को कक्ष में प्रवेश दिया गया। जबकि सीसीटीवी के जरिए कक्षाओं में नकल रोकने की व्‍यवस्‍था की गई है। परिसर में प्रवेश से पहले छात्रों का तापमान लिया गया और उसके बाद ही उनको आगे की ओर रवाना किया गया। परीक्षा केंद्रों के बाहर सुरक्षा व्‍यवस्‍था कड़ी रही। परीक्षा के लिए पहुंचे छात्रों से मोबाइल और घड़‍ियों को बाहर ही रखवा दिया गया। 

वहीं सचल उड़ाका दलों की टीम ने सुबह से ही अधिकारियों के निर्देश में केंद्रों पर जांच की और नकल विहीन परीक्षा संपन्‍न कराने के लिए छात्रों की सीसीटीवी निगरानी भी की गई। वहीं केंद्रों पर सुरक्षा कारणों से कोरोना संक्रमण के खतरों से निपटने के लिए भी अतिरिक्‍त जिम्‍मेदारियां केंद्र के अधिकारियों को दी गईं। वहीं केंद्रों पर गर्मी में पीने के लिए पानी की अतिरिक्‍त व्‍यवस्‍था की गई है। दो वर्ष के बाद कोरोना संक्रमण के बीच यह पहला मौका है जब परीक्षा आफ लाइन हो रही है। यूपी बोर्ड की परीक्षा को देखते हुए कोरोना संक्रमण के खतरों से भी निपटने के लिए केंद्रों पर टेंपरेचर लेने और सैनिटाइजर की व्‍यवस्‍था की गई थी। 

सीसीटीवी की निगरानी में यूपी बोर्ड के हाईस्कूल व इंटरमीडिएट की परीक्षाएं गुरुवार से शुरू हो गई। पहले दिन प्रथम पाली में हाईस्कूल की हिंदी के पेपर में कक्ष निरीक्षकों की कमी रही। कई केंद्रों पर एक कक्ष निरीक्षक के भरोसे परीक्षा करानी पड़ी। जबकि बोर्ड के मानक के अनुसार एक कक्ष में कम से दो कक्ष निरीक्षकों की ड्यूटी अनिवार्य है।

हाईस्कूल व इंटर की परीक्षा में जनपद में करीब 5500 कक्ष निरीक्षकों की जरूरत पड़ेगी। जबकि जनपद के 402 विद्यालयों में करीब 4500 शिक्षक नियुक्त हैं। इसे देखते बोर्ड ने हुए बेसिक शिक्षा विभाग से संचालित परिषदीय विद्यालयों के करीब 2400 शिक्षकों का विवरण मांगा था। बोर्ड ने इस बार कक्ष निरीक्षकों की नियुक्ति सीधे मुख्यालय से आनलाइन लगाई थी। वहीं कक्ष निरीक्षकों की सूची में तमाम विसंगितयां थी। सरदार पटेल इंटर कालेज (बावनबीघा) समेत कई केंद्रों में एक भी वाह्य कक्ष निरीक्षक की ड्यूटी नहीं लगाई गई है।

जबकि मानक के अनुसार 50 फीसद कक्ष निरीक्षक वाह्य होना अनिवार्य है। कई शिक्षकों की ड्यूटी विद्यालय से 20 से 25 किमी दूर लगा दिया गया था। विसंगतियों क कारण कई शिक्षक परीक्षा ड्यूटी को लेकर अंत तक भ्रम में रहे। वहीं परिषदीय विद्यालयों में भी गृह परीक्षाएं चलने के कारण बेसिक शिक्षा विभाग ने अपने शिक्षकों को बोर्ड परीक्षा को मुक्त नहीं किया। इन तमाम कारणों का खामियाजा केंद्रों को भुगतना पड़ा। पं. कमला पति त्रिपाठी ब्वायज स्कूल, पं.  कमला पति त्रिपाठी गल्र्स स्कूल, राजकीय बालिका इंटर कालेज  (मलदाहिया) सहित जनपद के अन्य केंद्र कक्ष निरीक्षक की कमी से जूझते रहे।

वहीं जनपद स्तर पर सभी केंद्रों की परीक्षा की आनलाइन मानिटरिंग राजकीय क्वींस  इंटर कालेज कंट्रोल रूम की जा रही है। वहीं पहले ही दिन  किसी भी केंद्र पर कोई कोई गड़बड़ी की शिकायत नहीं मिली। वहीं पर्यवेक्षक, दो-दो केंद्राध्यक्ष, सचल दस्ता भी परीक्षा पर कड़ी नजर रही।  जिला विद्यालय निरीक्षक डा. विनोद कुमार राय ने प्रथम पाली में सभी केंद्रों से शांतिपूर्ण तरीके से परीक्षा संपन्न होने का दावा किया है।

सीसी टीवी कैमरे की दिखी हनक : परीक्षा में कक्ष निरीक्षकों से अधिक सीसी टीवी कैमरे की हनक देखने को मिली। परीक्षा शुरू होने से पहले ही कक्ष निरीक्षकों ने परीक्षार्थियों को बता दिया कि सीसी टीवी कैमरे के माध्यम से आप पर लखनऊ से भी नजर रखी जा रही है। वहीं केंद्राध्यक्ष अपने कक्ष में बैठकर सीसी टीवी पर नजर गड़ाए हुए थे। ऐसे में दो घंटे तक परीक्षार्थी सिर झुकाए कापियों पर लिखते नजर आए।

हर केंद्र पर रही पुलिस तैनात : जनपद के सभी केंद्रों पर दो-तीन पुलिस कर्मी भी बैठे हुए दिखाई दिए। परीक्षा समाप्त होने के बाद वह केंद्रों से गए। वहीं किसी भी केंद्र पर अभिभावकों का जमावड़ा भी नहीं दिखा।

फर्जी निकली सामूहिक नकल की शिकायत : कुछ शरारती तत्वों में लखनऊ स्थित कंट्रोल रूम फोन कर श्रीराम जानकी शिक्षक संस्थान (बुच्ची) में सामूहिक नकल की शिकायत कर दी। लखनऊ से फोन घनघनाते ही जनपद के शिक्षा अधिकारी हलकान हो गया। हालांकि शिकायत फर्जी निकाली। श्रीराम जानकी शिक्षक संस्थान को परीक्षा केंद्र ही नहीं बनाया गया था।

गेट पर ही हुई जांच : परीक्षार्थियों की जांच गेट पर ही हुई। कई केंद्रों पर परीक्षार्थियों का जूता-मोजा तक उतराकर जांच किया गया।

सभी 131 केंद्रों पर हुई परीक्षा : पहले दिन हाईस्कूल में अनिवार्य हिंदी विषय की परीक्षा थी। ऐसे  में जनपद में सभी 131 केंद्रों पर परीक्षाएं हुई। जनपद में हाईस्कूल व इंटर में 93997 परीक्षार्थी पंजीकृत है। इसमेें हाईस्कूल में 46489 व इंटरमीडिएट में 47508 परीक्षा शामिल है। प्रथम पाली में कितने परीक्षार्थियों ने परीक्षा छोड़ी। इसका आंकड़ा दोपहर तक नहीं मिल सका था।

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