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UP Election 2022 : वाराणसी की हर सीट पर चाहिए भाजपा की जीत, स्पष्ट संदेश लेकर आए अमित शाह

UP Election 2022 वाराणसी की आठों सीट पर भाजपा की जीत चाहिए। यह स्पष्ट संदेश लेकर गृहमंत्री अमित शाह सोमवार को बनारस पहुंचे। नदेसर पैलेस में वरिष्ठ पदाधिकारियों के साथ मंथन किया। चुनावी तैयारियों का फीडबैक लेने के साथ ही मंशा भी साफ कर दी।

By Saurabh ChakravartyEdited By: Updated: Tue, 22 Feb 2022 12:27 AM (IST)
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केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह नदेसर पैलेस में वरिष्ठ पदाधिकारियों के साथ मंथन करने बनारस पहुंचे।

जागरण संवाददाता, वाराणसी : जिले की आठों सीट पर भाजपा की जीत चाहिए। यह स्पष्ट संदेश लेकर गृहमंत्री अमित शाह सोमवार को बनारस पहुंचे। नदेसर पैलेस में वरिष्ठ पदाधिकारियों के साथ मंथन किया। चुनावी तैयारियों का फीडबैक लेने के साथ ही मंशा भी साफ कर दी। जीत में कोई कसर नहीं रह जाए, इसके लिए वरिष्ठ कार्यकर्ता भी बनारस पहुंच गए हैं जो आठों विस क्षेत्रों में मतदान तक प्रवास करेंगे। पूर्वांचल में सांस्कृतिक राष्ट्रवाद मुद्दा होगा जिसके लिए काशी को प्रचार में माडल के तौर पर प्रस्तुत किया जाएगा।

नदेसर स्थित एक तारांकित होटल में अमित शाह पूरे रंग में थे। प्रदेश पदाधिकारियों के साथ ही भाजपा काशी क्षेत्र के वरिष्ठ पदाधिकारी पूरी तैयारी के साथ पहुंचे थे। अमित शाह ने एक-एक कर सबसे चुनावी तैयारियों के बाबत जानकारी ली। प्रशिक्षित प्रवासी कार्यकर्ताओं की भूमिका पर प्रकाश डाला। प्रचार की रणनीति पर बिंदुवार साझा किया। अमित शाह ने प्रदेश की कानून व्यवस्था पर फोकस करने का निर्देश दिया। इसके लिए पूर्वांचल के माफियाओं के आतंक को याद दिलाने के लिए कहा। इसके सहारे सपा सरकार को घेरने की रणनीति बनाई। सपा सरकार में आतंकी घटनाओं में शामिल लोगों के मुकदमे वापसी पर टारगेट करने के लिए कहा गया। इस दौरान सपा सरकार के उस कोट को भी रेखांकित करते हुए जनता के समक्ष रखने के लिए कहा गया जिसे आतंकी घटनाओं में शामिल आरोपितों के मुकदमे वापसी के लिए दस्तावेज में दर्ज किया गया है। काशी क्षेत्र के 71 विस सीटों पर पूरी ताकत लगाकर जीत के लिए आगे बढऩे के लिए अमित शाह ने पदाधिकारियों को प्रेरित किया। वर्ष 2017 के चुनाव में काशी क्षेत्र में जीत का फीसद अन्य क्षेत्रों के सापेक्ष कम होने को लेकर भी चर्चा की। कहा कि ऐसा इस बार नहीं होना चाहिए।

जहां कमियां रहीं हैं उसे दूर किया जाए। उन सीटों पर अधिक फोकस हो, जहां पर कम अंतर पर भाजपा ने हार का सामना किया। ऐसे विस सीटों पर सपा व बसपा के पदाधिकारियों व कार्यकर्ताओं को भाजपा में शामिल किया जाए ताकि हार के अंतर को दूर कर जीत की ओर कदम बढ़ाया जा सके। इसके लिए सपा, बसपा व कांग्रेस के असंतुष्ट पदाधिकारियों व कार्यकर्ताओं से संपर्क करने के लिए निर्देशित किया। पूर्वांचल में सांस्कृतिक राष्ट्रवाद के मुद्दे पर अयोध्या में निर्माणाधीन राम मंदिर, वाराणसी में श्रीकाशी विश्वनाथ धाम के नव्य व भव्य स्वरूप के साथ ही मीरजापुर में मां विंध्यवासिनी धाम को केंद्र में रखने की बात कही। सपा प्रमुख व पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव के संसदीय क्षेत्र आजमगढ़ में सपा को डैमेज करने के लिए अहमदाबाद के सीरियल ब्लास्ट के आरोपित के परिवारीजनों के सपा से संबंध को उजागर करने के लिए अभियान चलाने का निर्देश दिया।

बड़ी जीत से दें 2024 का संदेश

अमित शाह की बैठक का नजरिया बड़ा था। उन्होंने सिर्फ जीत से संतोष करने को लेकर आगाह किया। हर सीट पर बड़ी जीत हासिल करने का लक्ष्य दिया ताकि वर्ष 2024 में होने वाले लोकसभा चुनाव के लिए भी बड़ा संदेश जनता के बीच जा सके। साथ ही विपक्षी दल सहम जाए। इसमें पीएम नरेन्द्र मोदी के संसदीय सीट वाराणसी, रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह के संसदीय क्षेत्र लखनऊ, मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ का गृह जनपद गोरखपुर, उप मुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्या का गृह जनपद प्रयागराज में विशेष फोकस करने के लिए सचेत किया।

बैठक में 21 पदाधिकारी थे मौजूद

अमित शाह की बैठक में कुल 21 पदाधिकारी मौजूद थे। इसमें केंद्रीय मंत्री व प्रदेश चुनाव प्रभारी धर्मेंद्र प्रधान, प्रदेश संगठन महामंत्री सुनील बंसल, प्रदेश सह प्रभारी सुनील ओझा, बिहार के प्रदेश संगठन महामंत्री रत्नाकर, चुनाव सह प्रभारी सरोज पांडेय, काशी क्षेत्र प्रभारी सुभ्रत पाठक, काशी क्षेत्र के अध्यक्ष महेशचंद श्रीवास्तव, जिला प्रभारी सलिल विश्नोई, जिलाध्यक्ष हंसराज विश्वकर्मा, महानगर अध्यक्ष विद्यासागर राय, आठ विधानसभा क्षेत्रों के लिए प्रवासी वरिष्ठ कार्यकर्ता आदि शामिल थे।

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