UP Election 2022 : वाराणसी में मतगणना स्थल पर ईवीएम विवाद में दिखी विभिन्न राजनीतिक दलों की एकता
वाराणसी के पहड़िया मंडी में ईवीएम को लेकर हुए विवाद के बाद भाजपा के कई विरोधी राजनीति दल एकजुट गए। इस दौरान सपा के साथ सुभासपा कांग्रेस के नेता प्रत्याशी और कार्यकर्ता धरने पर रहे। वैसे सभी दलों के कार्यकर्ता सुबह से ही स्ट्रांग रूम पर पहुंचने लगे थे।
By Saurabh ChakravartyEdited By: Updated: Tue, 08 Mar 2022 11:06 PM (IST)
जागरण संवाददाता, वाराणसी : पहड़िया मंडी में ईवीएम को लेकर हुए बवाल के बाद मौके सपा के साथ ही राजनीति दल जुट गए। मौके पर सपा क टीम के अलावा सुभासपा सपा के सुनील सोनकर,अरविंद राजभर भी धरने पर। सपा एमएलसी आशुतोष सिन्हा सपा दक्षिणी प्रत्याशी किशन दीक्षित के साथ कैंट प्रत्याशी पूजा यादव भी पहुंची। मतगणना स्थल पर पहुंचे पूर्व सांसद और कैंट प्रत्याशी डा. राजेश मिश्रा, शहर दक्षिणी की कांग्रेस प्रत्याशी मुदिता कपूर भी मौके पर हैं। इनके साथ बसपा के नेताओं की भी जुटान हुई है। भीड़ के बीच में आपत्ति जनक नारे भी लगाए जा रहे। उपद्रवी बवाल के पूरे मूड में रहे।
मजबूत लोकतंत्र में निष्पक्ष चुनावी प्रक्रिया कराना जिला प्रशासन के लिए बना चुनौती। लाख मनाने के बावजूद भी सपा कार्यकर्ता लगातार कर रहे विरोध प्रदर्शन अन्य राजनीतिक दलों के लोग भी मतगणना स्थल पर जुटे। घंटो से जिला प्रशासन के लिए अमर्यादित भाषा का प्रयोग करते हुए नारेबाजी जारी, प्रशासन मूकदर्शक ।
यह भी पढे़ं : वाराणसी में मतगणना स्थल से EVM ले जाते दो वाहन सपाइयों ने पकड़े, अखिलेश यादव बोले - 'चौकन्ना रहें'पहड़िया स्थित स्ट्रांग रूम में मतदान के बाद ईवीएम के स्ट्रांग रूम में पहुंचने के बाद से ही सपा के कार्यकर्ता उसकी निगरानी के लिए पहड़िया मंडी में पहुंच गए थे। ईवीएम की निगरानी के लिए सपा ने 300 कार्यकर्ताओं की टीम बनाई है। ये कार्यकर्ता सुबह से ही स्ट्रांग रूम पर पहुंचने लगे थे। दोपहर बाद शहर दक्षिणी के प्रत्याशी किशन दीक्षित भी अपने समर्थकों संग पहुंच गए। वह स्वयं ईवीएम की निगरानी में जुटे रहे। इसी बीच शाम को जब ईवीएम निकाल कर वाहन पर रख दिया गया तो कार्यकर्ता पहुंच कर अपने कब्जे में ले लिए और विरोध प्रदर्शन करने लगे। वे ईवीएम को वाहन में भरकर बाहर ले जाने और धांधली करने का आरोप लगाने लगे। हंगामा बढ़ता देखकर प्र्रशासनिक अधिकारी भी मौके पर पहुंचकर सपाइयों को समझाने में जुट गए। अधिकारी उन्हें सीसीटीवी फुटेज दिखाने की बात कहते रहे लेकिन वे किसी की कोई बात सुनने के लिए तैयार नहीं हैं। हंगामा करते हुए वे मार्ग जाम कर दिए। आवागमन बाधित कर दिया। इसके बाद जानकारी होने के बाद समाजवादी पार्टी के सभी स्थानीय नेता मौके पर पहुंच गए। किशन दीक्षित के पक्ष में अधिवक्ताओं का भी एक वर्ग भी जुट गया। प्रदर्शन कर सहे सपा के कार्यकर्ता प्रशासन से ज्यादा न्यूज चैनलों के एक्जिट पोल को लेकर नाराज थे। सपाइयों ने धरना प्रदर्शन के साथ ही भाजपा और मोदी-योगी के विरोध में नारेबाजी करते रहे। हंगामा बढ़ता देखकर ईवीएम और मतगणना स्थल की सुरक्षा को और भी पुख्ता करने का कार्य शुरू कर दिया गया।
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सब स्ट्रांग रूम में सीआरपीएफ के कब्जे में सील बंद हैंरिजर्व ईवीएम प्रशिक्षण के लिए मंडी स्थित अलग गोदाम में बने स्टोरेज से यूपी कॉलेज ले जाई जा रही थी। उसी समय कुछ राजनैतिक लोगों ने वाहन को रोक कर उसे चुनाव में प्रयुक्त ईवीएम कह कर अफवाह फैला दी। बुधवार को काउंटिंग ड्यूटी में लगे कर्मचारियों की द्वितीय ट्रेनिंग है और हैंड्स ऑन ट्रेनिंग हेतु ये मशीन ट्रेनिंग में हमेशा प्रयुक्त होती है। जो ईवीएम चुनाव में प्रयुक्त हुई थीं वे सब स्ट्रांग रूम में सीआरपीएफ के कब्जे में सील बंद हैं। उसमें सीसीटीवी की निगरानी है जिसे सभी राजनैतिक दलों के लोग देख रहे हैं।
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तीन दिन तक मत की रक्षा के लिए मतगणना केंद्र की किलेबंदीआज से,अभी से हर युवा, हर मतदाता अगले 3 दिन तक मत की रक्षा के लिए मतगणना केंद्र की किलेबंदी कर दे और ढोल-मंजीरा लेकर आजादी के अफसाने गाए। किसानों की तरह उनके लिए भी लोकतंत्र के लंगर लगेंगे व दुनिया देखेगी लोकतंत्र को कैसे बचाया जाता है। राजनीति बाहुबल के आगे जनबल झुकेगा नहीं।- अखिलेश यादव
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