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UP Election 2022 : बलिया में छठें चरण में तीन मार्च को मतदान, जानिए अब तक क्‍या रहा चुनाव परिणाम

UP Vidhan Sabha Chunav 2022 छठे चरण में तीन मार्च को बलिया सहित आंबेडकरनगर बलरामपुर बस्ती देवरिया गोरखपुर कुशी नगर महराजगंज संतकबीर नगर सिद्धार्थ नगर के कुल 57 सीटों पर वोट डाले जाएंगे। बलिया जिले के सात विधान सभा सीट में मतदान की तैयारियां पूरी हो चुकी हैं।

By Abhishek SharmaEdited By: Updated: Mon, 28 Feb 2022 11:47 AM (IST)
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बलिया जिले में मतदान आगामी तीन मार्च को छठवें चरण में प्रस्‍तावित है।

बलिया [लवकुश सिंह]। विधान सभा चुनाव में जगह-जगह बजते होली गीतों पर भी सियासी रंग चढ़ा हुआ है। बसंत की बयार के बीच जिले के सातों सीट पर चुनाव अब दिलचस्प अंदाज में पहुंच गया है। दलगत उम्मीदवारों व कार्यकर्ताओं से अब गांव की गलियां भी गुलजार हैं। बलिया पहले कांग्रेस का गढ़ माना जाता था। पूर्व प्रधानमंत्री स्व. चंद्रशेखर की राजनीति में सक्रियता के बाद यहां समाजवादियों का दबदबा कायम हुआ। फिर भी जिले की सियासत पर 2007 में नीला रंग चढ़ा। 2012 में लाल और 2017 में भगवा। इस बार जिले की सियासत पर कौन सा रंग हावी होगा, यह तस्वीर भी अब साफ होने लगी है।

छठे चरण में 10 जिलों में तीन मार्च को मतदान है। इसमें बलिया सहित आंबेडकरनगर, बलरामपुर, बस्ती, देवरिया, गोरखपुर, कुशी नगर, महराजगंज, संतकबीर नगर, सिद्धार्थ नगर के कुल 57 सीटों पर वोट डाले जाएंगे। बलिया के सात विधान सभा सीट 10वें चक्रव्यूह के तौर पर है। 2007 में सिर्फ बसपा आठ सीटों में से सात सीट अपने पाले में की थी। 2012 में सपा की खूब हवा चली तो भी पांच का दम ही दिखा सकी। रसड़ा सीट बसपा के पाले में रही और फेफना में भाजपा ने परचम लहराया। बैरिया, बलिया नगर, बांसडीह, बेल्थरारोड और सिकंदरपुर में सपा की जीत हुई। 2017 के चुनाव में भाजपा की लहर चली तो भी भाजपा पांच सीट से ज्यादा नहीं ले सकी। रसड़ा में बसपा और बांसडीह भी सपा ने अपना कब्जा बरकरार रखा। बैरिया, बलिया नगर, बेल्थरारोड, फेफना और सिकंदरपुर में भाजपा ने जीत दर्ज किया।

इस बार जिले के साताें सीटों पर किसका परचम लहराएगा। हवा का रूख जानने जब हम शहर के स्टेशन परिसर में दाखिल हुए तो वहां मौजूद विभिन्न विधान सभा क्षेत्रों के यात्रियों ने खुद के समर्थन के दल को बेहतर बताने में कोई कसर बाकी नहीं रखा। भाजपा के पक्षधर अरूण सिंह बोले..भइया कोई कुछ भी कर ले भाजपा का हरा पाना मुश्किल है। सवाल किया कौन सा मुख्यमंत्री हैं जो आपदा की घड़ी में इतनी बार बलिया आए। बाढ़ के दौरान या कोरोना महामारी के दौरान योगी जी ने यहां की स्थिति को करीब से परखा। जरूरी इंतजाम भी किए। सरकार महीने में दो बार राशन दे रही है। बिना भेदभाव भाजपा ने गरीबों का भला किया है। लेकिन सपा के समर्थक यह मानने को तैयार नहीं हैं। सपा की ओर से शिवकुमार बोले...मुख्यमंत्री के बलिया आने से क्या भला हो गया। मेडिकल कालेज की सौगात से यह जिला वंचित रहा। शहर जलजमाव से कराहता रहा। एनएच-31 की सड़क में चुनाव के समय कार्य शुरू हुआ है। सपा ने बहुत काम किया था। बसपा के पक्षधर अनिल राम बोले..यह चुनाव पूरी तरह जातिगत हो चला है। नेता भी जाति के हिसाब से ही वोट का अनुमान लगा रहे हैं। यह लोकतंत्र के लिए अच्छा नहीं है। कांग्रेस की ओर से रूपेश चौबे बोले..बिना भेदभाव वाली राजनीति सिर्फ कांग्रेस करती है।

बलिया में मतदाताओं की स्थिति

-24,68804 : कुल मतदाता

-13,42472 : पुरुष मतदाता

-1,26244 : महिला मतदाता

-88 : थर्ड जेंडर

विधान सभा चुनाव-2012 में मिले दलगत वोट

-2244298 : कुल मतदाता

-1185954 : मतदान

-52.8 : मतदान प्रतिशत

-29.3 : सपा

-23.1 : बसपा

-15.5 : भाजपा

-12.4 : सुभासपा

-6.6 : कांग्रेस

विधान सभा चुनाव 2017 में दलगत वोट

-2356157 : कुल मतदाता

-1275412 : मतदान

-54.1 : मतदान प्रतिशत

-34.0 : भाजपा

-27.0 : सपा

-25.5 : बसपा

-7.6 : निर्दलीय

-3.2 : सुभासपा

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