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वाराणसी रेल मंडल की खास रणनीति, अब DDU नहीं जाएंगे टीटीई; कैंट स्टेशन पर ही संभालेंगे ड्यूटी

उत्तर रेलवे (वाराणसी) ने अपने चल टिकट परीक्षकों के लिए एक नई रणनीति बनाई है जिससे उन्हें ट्रेन लाने के लिए डीडीयू जंक्शन तक नहीं जाना पड़ेगा। दूसरे जोन के टीटीई ट्रेन को वाराणसी तक पहुंचाएंगे। इस पहल से ट्रेनें बिना वाणिज्यकर्मी के नहीं पहुंचेंगी राजस्व बचेगा और टीटीई को ज्यादा ड्यूटी मिलेगी। रेल नियम मुताबिकदिन में 12 बजे से पहले निकलने पर ट्रैवेल एलाउंस पूरे दिन का बनता है।

By Rakesh Srivastava Edited By: Riya Pandey Updated: Wed, 09 Oct 2024 09:59 PM (IST)
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अब दूसरे जोन के टीटीई वाराणसी लाएंगे ट्रेनें (प्रतीकात्मक फोटो)

जागरण संवाददाता, वाराणसी। नार्दर्न रेल (वाराणसी) के चल टिकट परीक्षकों को ट्रेन लाने के लिए डीडीयू जंक्शन जाना नहीं पड़ेगा। डीडीयू जंक्शन तक ट्रेन लाने वाले दूसरे जोन के टीटीई (चल टिकट परीक्षक) गाड़ी वाराणसी तक पहुंचाएंगे।

वाराणसी से डीडीयू जंक्शन ट्रेन लाने जाने के दौरान कई टीटीई के जाम में फंस जाने से ट्रेनें बगैर वाणिज्यकर्मी के ही पहुंचती हैं। इसी दुश्वारी के दृष्टिगत नार्दन रेल प्रशासन अपने टीटीई को वाराणसी में ही ट्रेन ड्यूटी उपलब्ध कराने की दिशा में काम शुरू कर दिया है।

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नार्दन रेल प्रशासन की बातचीत में दूसरे कई रेल जोन के वाणिज्य अफसर कुछ शर्तों के साथ 22 ट्रेनें अपने टीटीई से वाराणसी तक भेजने को राजी भी हो गए हैं।

ट्रेनें अनमैंड नहीं चलेंगी, राजस्व भी बचेगा

नार्दन रेल प्रशासन की रणनीति से ट्रेनें बगैर टीटीई के डीडीयू से वाराणसी नहीं पहुंचेंगी। दूसरा यह कि टीटीई डीडीयू से ट्रेन लाने के लिए अनावश्यक दौड़-भाग करने से बच पाएंगे। तीसरा और सबसे महत्वपूर्ण यह कि रेलवे का राजस्व बचेगा और टीटीई को ड्यूटी ज्यादा मिलेगी।

रेल नियम मुताबिक ड्यूटी के लिए दिन में 12 बजे से पूर्व निकलने पर ट्रैवेल एलाउंस पूरे दिन का बनता है। वाराणसी से डीडीयू ट्रेन लाने के लिए टीटीई को चार घंटे पूर्व निकलना पड़ता है। जबकि दूसरे जोन के टीटीई को वाराणसी तक ट्रेन लाने में आधा घंटे अतिरिक्त ड्यूटी करनी पड़ेगी।

दूसरे जोन के टीटीई के लिए रनिंग रूम तैयार

नार्दन रेल के लखनऊ मंडल का हिस्सा होने के कारण कैंट स्टेशन पर रनिंग रूम जैसी कोई व्यवस्था पूर्व में नहीं थी। इसलिए भी दूसरे जोन के टीटीई को बुलाने की पहल पहले कभी नहीं हुई। अब जब शानदार रनिंगरूम उपलब्ध है, कैंट स्टेशन प्रशासन रेलवे को सहूलियत देने वाले निर्णय पर काम करने लगा है।

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