वाराणसी लोकसभा सीट देश भर में सबसे अधिक चर्चा में, जानिए क्यों तलाश रहे लोग!
लोकसभा चुनाव 2019 की अधिसूचना जारी होने की तैयारियों के बीच देश के ही नहीं बल्कि विदेशी लोग भी भारत में चुनावी हालात के बीच वाराणसी लोकसभा को तलाश रहे हैं।
By Abhishek SharmaEdited By: Updated: Mon, 11 Mar 2019 08:28 PM (IST)
वाराणसी [विनोद पांडेय]। लोकसभा चुनाव 2019 की अधिसूचना जारी होने और 19 मई को वाराणसी में चुनाव होने की सूचना के साथ ही देश के ही नहीं बल्कि विदेशी के लोग भी भारत में चुनावी हालात के बीच वाराणसी लोकसभा और इसकी जानकारी को तलाश रहे हैं। ऐसा आखिर हो भी क्यों न, दरअसल वाराणसी से देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी वर्तमान में सांसद हैं और आगामी चुनाव लड़ने की तैयारी कर रहे हैं। यहां विकास से लेकर पीएम की प्राथमिकता आधारित योजनाएं देश भर में चर्चा का विषय बनती हैं। आइए जानते हैं वाराणसी लाेकसभा के बारे में सब कुछ -
वाराणसी लोकसभा क्षेत्र : लोक सभा निर्वाचन क्षेत्र भारत के उत्तर प्रदेश का एक लोकसभा निर्वाचन क्षेत्र है। वर्ष 2009 में हुए आम चुनावों में भारतीय जनता पार्टी के डा. मुरली मनोहर जोशी तथा 2014 के चुनावों में पीएम नरेंद्र मोदी यहां से सांसद चुने गए हैं। वाराणसी जिले में पांच विधानसभा निर्वाचन क्षेत्र शामिल हैं। इस संसदीय क्षेत्र में अब तक 16 बार लोकसभा का चुनाव हो चुका है। अब तक कांग्रेस ने सात बार तो भाजपा ने छह बार जीत हासिल की है। एक-एक बार जनता दल, माकपा व लोकदल ने जीत हासिल की।
एक नजर में संसदीय क्षेत्र
-जनसंख्या : कुल-4157469, पुरुष- 2173080, महिला-1984389
-मतदाता : कुल-2839204, पुरुष- 1563368, महिला-1275695, अन्य-141
-मतदान केंद्र :1140वाराणसी संसदीय क्षेत्र में विस क्षेत्र
-387 रोहनिया : जनसंख्या- 581799, कुल मतदाता-383068, पुरुष मतदाता- 213901, महिला मतदाता-169147, अन्य-20-388 वाराणसी उत्तरी : जनसंख्या- 533931, कुल मतदाता-390243, पुरुष मतदाता-215388, महिला मतदाता- 174823, अन्य-32
-389 वाराणसी दक्षिणी : जनसंख्या- 373811, कुल मतदाता-284408, पुरुष मतदाता-158804, महिला मतदाता- 125585, अन्य-19-390 वाराणसी कैंटोमेंट : जनसंख्या -554323, कुल मतदाता-411569, पुरुष मतदाता-228728, महिला मतदाता- 182817, अन्य-24
-391 सेवापुरी : जनसंख्या- 515683, कुल मतदाता-327643, पुरुष मतदाता- 178448, महिला मतदाता-149181, अन्य-14वाराणसी संसदीय क्षेत्र के सांसद
-1952 : रघुनाथ सिंह अखिल भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस 1957 : रघुनाथ सिंह, अखिल भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस
1962 : रघुनाथ सिंह, अखिल भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस 1967 : सत्य नारायण सिंह, अखिल भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी (माक्र्सवादी)1971 : राजाराम शास्त्री, अखिल भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस 1977 : चंद्रशेखर, भारतीय राष्ट्रीय लोकदल1980 : कमलापति त्रिपाठी, अखिल भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस (इंदिरा)1984 : श्यामलाल यादव, अखिल भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस (इंदिरा)1989 : अनिल कुमार शास्त्री, जनता दल1991 : श्रीशचंद्र दीक्षित, भारतीय जनता पार्टी1996 : शंकर प्रसाद जायसवाल, भारतीय जनता पार्टी1998 : शंकर प्रसाद जायसवाल, भारतीय जनता पार्टी1999 : शंकर प्रसाद जायसवाल, भारतीय जनता पार्टी2004 : डा. राजेश कुमार मिश्रा, अखिल भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस (इंदिरा)2009 : डा. मुरली मनोहर जोशी, भारतीय जनता पार्टी2014 : नरेंद्र मोदी, भारतीय जनता पार्टी पीएम ने दी सौगात : वर्ष 2014 में हुए लोकसभा चुनाव में पीएम नरेंद्र मोदी ने तीन लाख से अधिक मतों से विजय प्राप्त की। इसके बाद बनारस के नाम से प्रसिद्ध इस लोकसभा क्षेत्र में अभूतपूर्व विकास हुआ। काशी में विकास के नजरिए से यह एतिहासिक दौर रहा है। पीएम नरेंद्र मोदी ने श्रीकाशी विश्वनाथ मंदिर को कारिडोर के रूप में विकसित करने का संकल्प लिया जो अब मूर्तरूप ले रहा है। आजादी के बाद बाबा दरबार के लिए यह सबसे बड़ी परियोजना बनाई गई है। ऐसे ही नगर के अन्य क्षेत्रों के साथ ग्रामीण इलाकों में भी विकास की गंगा बही जिससे घाट, मंदिर, कुंड, तालाब, सहयोगी नदियां, सड़कें, गलियां, बिजली व्यवस्था में सुधार आया है।मुद्दे हैं कुछ खास : गंगा की सहयोगी नदियों वरुणा और असि को पुनर्जीवन देना। वाराणसी में लंबित योजनाओं को पूर्ण करना। कचरा प्रबंधन को मुकम्मल रूप देना। यहां पर पढे लिखे युवाओं के बीच रोजगार भी एक बड़ा मुददा है। वहीं अधिग्रहीत जमीनों के एवज में मुआवजा वितरण आदि स्थानीय मुद्दे लंबे समय से रहे हैं।बीते वर्षों में दो बड़ी घटनाएं : बीते वर्ष चौकाघाट से लहरतारा के बीच बन रहे फ्लाईओवर हादसे में कई लोगों की जान गई। वहीं वर्ष 2016 में जय गुरुदेव की सभा के लिए जा रही भीड में राजघाट पुल पर मची भगदड़ में कई लोगों की मौत भी हुई थी।
आपके शहर की हर बड़ी खबर, अब आपके फोन पर। डाउनलोड करें लोकल न्यूज़ का सबसे भरोसेमंद साथी- जागरण लोकल ऐप।