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Varanasi News: पत्थरगली में गिरा जर्जर मकान, फंसे लोगों को एनडीआरएफ की टीम निकाला बाहर

वाराणसी में जर्जर भवनों के गिरने का सिलसिला जारी है। विशेश्वरगंज के पत्थरगली में 100 साल पुराना भवन गिर गया लेकिन कोई घायल नहीं हुआ। नगर निगम ने पहले ही भवन स्वामी को नोटिस दिया था लेकिन किराएदारी विवाद के चलते मरम्मत नहीं हो पाई। एनडीआरएफ ने मकान में फंसे 10 लोगों को सुरक्षित बाहर निकाला। ऐसे और भी पुराने भवन हैं जिन पर कार्रवाई नहीं हुई है।

By Ajay Krishna Srivastava Edited By: Shivam Yadav Updated: Fri, 04 Oct 2024 01:59 AM (IST)
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कोतवाली थाना क्षेत्र के पत्थर गली में गिरा जर्जर भवन। जागरण

जागरण संवाददाता, वाराणसी। शहर में जर्जर भवनों के गिरने का सिलसिला अब भी जारी है। इस क्रम में गुरुवार को सुबह 10.30 बजे विशेश्वरगंज स्थित पत्थरगली में भवन संख्या के 9/13 का आगे का हिस्सा भरभराकर गिर गया। 

संयोग की रहा कि कोई घायल नहीं हुआ। वहीं मकान के नीचे गली में खड़ी एक बाइक दब गई। सूचना मिलने पर एसीपी कोतवाली ईशान सोनी और कोतवाली थाना प्रभारी राजीव सिंह तत्काल पहुंच गए और हालात का जायजा लिया। एनडीआरएफ की टीम ने राहत और बचाव कार्य शुरू किया। मकान में फंसे करीब दस लोगों को पीछे के रास्ते से बाहर निकला।

सौ साल पुराना था मकान

करीब सौ साल पुराने इस मकान में दरारें आ गई थी। इसे देखते हुए नगर निगम ने गिराने के लिए भवन स्वामी को नोटिस भी दिया था। इसके बावजूद अब तक कोई ठोस कार्रवाई नहीं की गई। 

मकान के स्वामी रामचंद्र ठाकुर ने स्वीकार किया कि निगम ने गिराने या मरम्मत कराने की नोटिस दी थी। भवन में लंबे समय से तीन किराएदार अशोक यादव, विनोद कुमार गौड़ और मोहन कुमार विश्वकर्मा अपने परिवारों के साथ रह रहे थे। 

किराएदार भवन खाली करने के लिए तैयार नहीं थे। किरायेदारी विवाद के चलते मकान की मरम्मत नहीं हो पा रही थी। मकान की जर्जर स्थिति के बावजूद लंबे समय से तीनों किराएदारों का परिवार इस मकान रह रहे थे। इसके चलते भवन की मरम्मत नहीं हो पा रही थी। 

गुरुवार की सुबह बारिश के दौरान छत से पानी का रिसाव होने लगा। वहीं धूप निकलने पर मकान का 20 फिट लंबा बारजा अचानक तेज आवाज के साथ भरभराकर गिर गया। इससे किराएदार ही नहीं आसपास के लोग भी डर गए। 

वहीं, किराएदारों ने चिल्लाना शुरू किया। शोर-गुल सुनकर मदद करने के लिए क्षेत्रीय नागरिक भी पहुंच गए। क्षेत्रीय नागरिकों ने इसकी सूचना पुलिस को दी। थोड़ी देर में एनडीआरएफ की टीम ने मकान में फंसे करीब दस लोगों को पीछे के रास्ते से सुरक्षित बाहर निकाला। 

फिलहाल, किराएदार पड़ोसी के यहां शरण लिए हुए हैं। नगर निगम व एनडीआरएफ की टीम देरशाम तक गली से मलबा हटाने का काम कर रही थी। स्थानीय निवासियों में घटना को लेकर चिंता है, खासकर ऐसे पुराने भवनों के बारे में जिन्हें नगर निगम द्वारा नोटिस दिए गए हैं, लेकिन उन पर अभी तक कोई कार्रवाई नहीं की गई है।

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