Move to Jagran APP

Varanasi News: रेलवे कर्मचारी की संदिग्ध परिस्थितियों में मौत, पत्नी और बेटे समेत कमरे में मिला शव

रविवार को रेलवे कर्मचारी उसकी पत्नी और ढाई साल का बेटा अपने घर में मृत पाए गए। मौके पर पहुंची पुलिस की टीम ने पाया कि तीनों के मुंब से झाग निकल रहा है जिसके चलते आत्महत्या का अंदेशा लगाया जा रहा है। जांच जारी है।

By Jagran NewsEdited By: Ritu ShawUpdated: Mon, 02 Jan 2023 09:09 AM (IST)
Hero Image
Varanasi News: रेलवे कर्मचारी की संदिग्ध परिस्थितियों में मौत, पत्नी और बेटे समेत कमरे में मिला शव
जागरण संवाददाता, वाराणसी: रेलवे कर्मचारी उसकी गर्भवती पत्नी व बेटे की संदिग्ध हालात में मौत हो गई। रविवार को तीनों की लाश एक ही बिस्तर पर पड़ी मिली। उनके मुंह से झाग निकल रही थी। पहुंची पुलिस को कमरे में जलाई हुई अंगीठी मिली। प्रारंभिक जांच में मौत की वजह स्पष्ट नहीं हो सकी है। आशंका है कि अंगीठी से निकले जहरीले धुएं की वजह से तीनों की मौत हुई है। मुंह से झाग निकलने व पति-पत्नी के मोबाइल फ्लाइट मोड पर होने के कारण पुलिस आत्महत्या से भी इनकार नहीं कर रही है।

मौत की वजह जानने के लिए पोस्टमार्टम रिपोर्ट का इंतजार हो रहा है। मूलरूप से बिहार के नालंदा जिले के बादलपुर गांव के रहने वाले राजीव रंजन पटेल रेलवे के सिग्नल विभाग में इएसएम (इलेक्ट्रिकल सिग्नल मेंटेनर) पद पर तैनात थे। दस माह पहले ककरहा (सुल्तानपुर) से स्थानांतरित होकर वो काशी स्टेशन आए थे। पत्नी अनुपमा व ढाई साल के बेटे हर्ष के साथ काशी रेलवे स्टेशन के रेलवे कालोनी के क्वार्टर नंबर 29 बी में रहते थे।

बीते शनिवार को ड्यूटी करने बाद घर लौटे तो परिवार के साथ नए साल के स्वागत को लेकर उत्साहित थे। बेटा आसपास के बच्चों के साथ पटाखों का आनंद ले रहा था। खुद व पत्नी देर शाम तक आसपास के लोगों के साथ बातचीत बात करते रहे। रात में खाना खाकर सोने चले गए। रविवार की सुबह आठ बजे रेलवे का हेल्पर संतोष कुमार आईपी रूम की चाभी लेने उनके घर पहुंचा। देर तक दरवाजा खटखटाता रहा लेकिन किसी ने दरवाजा नहीं खोला। इसकी सूचना स्टेशन मास्टर को दी। उनके निर्देश पर पहुंचे आरपीएफ जवान दो कमरे के क्वार्टर का दरवाजा तोड़कर अंदर दाखिल हुए तो अंदर के कमरे तीनों मृत पड़े मिले।

आदमपुर थाने की पुलिस ने शवों को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेजा। वहीं, फोरेंसिक टीम ने क्वार्टर की बारीकी से जांच की। एडिशनल पुलिस कमिश्नर संतोष सिंह का कहना है कि कुछ परिस्थितियां ऐसी हैं जो सामूहिक आत्महत्या की आशंका उत्पन्न करती हैं। तीनों की मुंह से झाग निकाल रहा था। उनके मोबाइल फोन फ्लाइट मोड पर थे। वहीं, राजीव की पत्नी अनुपमा का हाथ उसके बेटे हर्ष के मुंह पर था। ऐसा लग रहा जैसे उसने मुंह दबाने की कोशिश की है। हालांकि, फोरेंसिक टीम को कमरे में कोई जहरीली पदार्थ या उसका पैकेट आदि नहीं मिला है।

रात में जलाई थी अंगीठी

राजीव ने ठंड से बचने के लिए रात में अंगीठी जलाई थी। इसके लिए दिन में ही बाजार से लकड़ी लेकर आया था। खाना खाने के बाद उसने अंगीठी जलाया और सोने वाले कमरे में रख दिया था। कमरा पूरी तरह से बंद था। आशंका है कि अंगीठी से निकली जहरीली गैस कार्बन मोनो आक्साइड की वजह से धीरे-धीरे अचेतावस्था में गए होंगे और उनकी मौत हो गई होगी। राजीव के दोस्त राहुल का कहना है कि उसने अंगीठी जलाने से मना किया था।

दोस्तों के साथ करते रहे हंसी-मजाक

राजीव रंजन के स्वजन आत्महत्या से पूरी तरह से इनकार कर रहे हैं। उनका कहना है कि परिवार आर्थिक रूप से बेहद समृद्धशाली है। पति-पत्नी के बीच भी रिश्ता मधुर था। बीएलडब्ल्यू में फीटरमैन पद पर काम करने वाले राजीव के चचेरे भाई विजय पटेल व दोस्त राहुल पटेल का कहना था वह रात साढ़े आठ बजे तक लोगों से फोन पर बात करता रहा। उसकी पत्नी अहमदाबाद में रहने वाली बहन से रात दस बजे तक वीडियो काल पर बात कर रही थी।

धीरे-धीरे मौत की तरफ ले जाती है कार्बन मोनो आक्साइड

पं. दीनदयाल उपाध्याय जिला अस्पताल के सीनियर फीजिशियन डा. मनीष यादव का कहना है कि कार्बन मोनो आक्साइड बेहद खतरनाक गैस है। यह इंसान को धीरे-धीरे मौत की तरफ ले जाती है। अंगीठी आदि के धुएं से यह गैस निकलती है। किसी बंद कमरे में अंगीठी जलाई जाए तो कमरे में मौजूद आक्सीजन से जलती है। धीरे-धीरे कार्बन मोनो आक्साइड कमरे में भरने लगता है। इसके प्रभाव में कमरे में मौजूद लोग धीरे-धीरे अचेतावस्था में चले जाते हैं और उनकी मौत हो जाती है।

आपके शहर की हर बड़ी खबर, अब आपके फोन पर। डाउनलोड करें लोकल न्यूज़ का सबसे भरोसेमंद साथी- जागरण लोकल ऐप।