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बिहार की जहरीली शराब के लिए केमिकल भेजने वाला पुलिस हिरासत में, पूछताछ में खोले कई राज

जहरीली शराब के लिए कच्चे माल के रूप में होम्योपैथिक केमिकल भेजने वाला आरोपी रामनगर थाना क्षेत्र के टेंगरा मोड से गिरफ्तार कर लिया गया। पूछताछ में उसने कई राज खोले हैं। आरोपी की निशानदेही पर वाराणसी से अभी और गिरफ्तारियां हो सकती हैं।

By Jagran NewsEdited By: Ashisha Singh RajputUpdated: Tue, 27 Dec 2022 02:16 PM (IST)
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पुलिस सोमवार को अदालत से ट्रांजिट रिमांड बनवाकर उसे अपने साथ ले गई।

जागरण संवाददाता, वाराणसी: बिहार में 74 लोगों की जान लेने वाली जहरीली शराब के लिए कच्चे माल के रूप में होम्योपैथिक केमिकल भेजने वाला आरोपी उत्तर प्रदेश के वाराणासी के रामनगर थाना क्षेत्र के टेंगरा मोड से गिरफ्तार कर लिया गया। पुलिस सोमवार को अदालत से ट्रांजिट रिमांड बनवाकर उसे अपने साथ ले गई। पूछताछ में उसने कई राज खोले हैं। आरोपी की निशानदेही पर वाराणसी से अभी और गिरफ्तारियां हो सकती हैं।

ऐसे ट्रांसपोर्ट होता था केमिकल

बिहार जहरीली शराब कांड के विवेचक विकास सिंह ने बताया कि वाराणसी के भेलूपुर थाना क्षेत्र के बिरदोपुर का निवासी संजीव कुमार श्रीवास्तव का संपर्क जहरीली शराब कांड से जुड़े राजेश सिंह से था। संजीव होम्योपैथिक कंपनी में मेडिकल रिप्रेजेंटेटिव है। उसने होम्योपैथिक दवा के रूप में कच्चा माल सीरप बताकर 84 पेटियों में भरकर रामकटोरा के एक ट्रांसपोर्ट के जरिए बिहार भेजा था। यहां से भेजे गए इस केमिकल को ही पानी में मिलाकर और रंग डालकर जहरीली शराब बनाई गई और इसे ग्राहकों को बेचा गया, जिसे पीकर 74 लोगों की मौत हो गई थी।

फ्लैट खरीद छुपकर रह रहा था आरोपी

इस मामले में छपरा के इसुआपुर थाना क्षेत्र में मुकदमा दर्ज कराया गया है। राजेश के जरिए संजीव के बैंक खाते में रुपये भी आए और वह शराब कांड के आरोपितों से लगातार फोन से संपर्क में भी था। इसने टेंगरा मोड के पास एक मंहगा फ्लैट खरीदा है। पिछले कुछ दिनों से वहीं छुपकर रह रहा था। मजिस्ट्रेट सौम्य अरुण की अदालत संजीव को 17 घंटे की ट्रांजिट रिमांड पर देने का आदेश दिया। निर्देशित किया की संबंधित अदालत में मंगलवार को दोपहर एक बजे तक आरोपित को पेश करें।

मास्टरमाइंड ने हरियाणा में कंपाउंडर बन सीखा नुस्खा

सारण के एसपी संतोष कुमार ने बताया कि मास्टरमाइंड राजेश उर्फ डॉक्टर हरियाणा में कंपाउंडर के रूप में काम कर चुका है। वहीं उसने स्पिरिट का प्रयोग कर जख्मों का इलाज करने और स्पिरिट एवं केमिकल से शराब बनाने का नुस्खा सीखा था। उसने ही स्पिरिट और अन्य केमिकल से निर्मित शराब की मशरक, इसुआपुर सहित अन्य क्षेत्रों में आपूर्ति की थी।

बता दें कि सारण में जहरीली शराब से 74 लोगों की जान चली गई थी। पुलिस ने खुलासा करते हुए मास्टरमाइंड सहित पांच आरोपितों को गिरफ्तार भी कर किया था जिनके पास से होमियोपैथी दवा की सैकड़ों बोतलें बरामद की गई थीं।

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