Move to Jagran APP

PM मोदी 26 सितंबर को करेंगे वाराणसी एयरपोर्ट की नई टर्मिनल बिल्डिंग का शिलान्यास, 1015 करोड़ आएगा का खर्च

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी 26 सितंबर को लाल बहादुर शास्त्री एयरपोर्ट की नई टर्मिनल बिल्डिंग का वर्चुअली शिलान्यास करेंगे। 897 करोड़ की लागत से बनने वाली इस तीन मंजिला इमारत में आठ एयरोब्रिज 72 चेक इन काउंटर और 14 सिक्योरिटी काउंटर होंगे। निर्माण कार्य 36 महीने में पूरा होगा। शिलान्यास के दौरान टर्मिनल बिल्डिंग के निर्माण स्थल के पास टेंट लगाया जाएगा।

By Ashok Singh Edited By: Vivek Shukla Updated: Thu, 19 Sep 2024 11:53 AM (IST)
Hero Image
प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी 26 सितंबर को वर्चुअली शिलान्यास करेंगे। जागरण (फाइल फोटो)
संवाद सूत्र, जागरण बाबतपुर। लाल बहादुर शास्त्री एयरपोर्ट की नई टर्मिनल बिल्डिंग का प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी 26 सितंबर को वर्चुअली शिलान्यास करेंगे। इसके बाद प्रधानमंत्री जब आगामी अक्टूबर में काशी आएंगे तो उसका भूमि पूजन करेंगे।

इसके लिए जिला प्रशासन और एयरपोर्ट अथारिटी ने तैयारी शुरू कर कर दी है। इसी क्रम में जिलाधिकारी एस राजलिंगम बुधवार को एयरपोर्ट पहुंचे और टर्मिनल शिलान्यास के संबंध में जानकारी ली।

एयरपोर्ट निदेशक पुनीत गुप्ता ने बताया कि प्रधानमंत्री देश के छह एयरपोर्ट के नए टर्मिनल बिल्डिंग का वर्चुअली शिलान्यास करेंगे जिसमें वाराणसी समेत बागडोगरा, शोलापुर, दरभंगा, आगरा और सहारनपुर शामिल है। शिलान्यास के दौरान टर्मिनल बिल्डिंग के निर्माण स्थल के पास टेंट लगाया जाएगा।

इसे भी पढ़ें-पूर्वोत्तर रेलवे के सफाईकर्मियों के लिए खुशखबरी, अब बन सकेंगे टीसी और क्लर्क

वहां एलईडी स्क्रीन पर सीधा प्रसारण किया जाएगा। टेंट में पांच हजार लोगों के बैठने की व्यवस्था होगी। कार्यक्रम में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ भी शामिल हो सकते हैं। हालांकि अभी कार्यक्रम का संपूर्ण शेड्यूल तय नहीं है।

897 करोड़ से बनेगी तीन फ्लोर की बिल्डिंग

नए टर्मिनल बिल्डिंग का टेंडर पहले ही अहलूवालिया कंस्ट्रक्शन कंपनी को मिला है। कंपनी के अधिकारी पिछले एक माह से बाबतपुर में कैंप कर निर्माण की तैयारी शुरू कर दिए हैं। टेंडर 897 करोड़ रुपए का हुआ है। तीन फ्लोर की बिल्डिंग में ग्राउंड फ्लोर पर आगमन, प्रथम तल से यात्री प्रस्थान व दूसरे पर कार्यालय होगा।

निर्माण 75,000 वर्गमीटर में होगा। इसमें आठ एयरोब्रिज, 72 चेक इन काउंटर्स, 14 सिक्योरिटी काउंटर्स सहित अन्य विश्वस्तरीय सुविधाओं का निर्माण होगा। मुख्य भवन विश्वनाथ धाम और बीएचयू के सिंह द्वार की तर्ज पर होगा। चेक इन काउंटर गंगा में संचालित अलकनंदा क्रूज की तर्ज पर होगा।

टर्मिनल के भीतर काशी की संस्कृति से जुड़ी कलाकृतियां बनाई जाएंगी। एक समय में 5000 यात्री का आवागमन हो सकता है। भूमि की कमी के कारण निर्माण नहीं हो पा रहा था। उत्तर प्रदेश सरकार एयरपोर्ट के विस्तार के लिए भूमि अधिग्रहण कर रही है इसके लिए प्रदेश सरकार ने 550 करोड़ रुपये की पहली किस्त जारी कर दी है।

किसानों से जमीन खरीदने का कार्य प्रगति पर है। भू-अधिग्रहण पर 1015 करोड़ का खर्च आएगा। अधिग्रहण के बाद रनवे विस्तार आइएलएस कैट-3 प्रणाली का इंस्टालेशन नया एयरपोर्ट टर्मिनल, कार्गो टर्मिनल, विमान हैंगर, विमान स्टैंड, नया रडार सहित अन्य कार्य होने हैं।

इसे भी पढ़ें-यूपी में मानसून की वापसी ने मचाया कहर, धूप और बरसात से ढह रहे मकान, 10 की मौत

विस्तार के बाद एयरपोर्ट पर बोइंग विमान आसानी से लैंड हो सकेंगे। मौसम खराब होने की स्थिति में विमान को डायवर्ट या निरस्त नहीं करना पड़ेगा। शून्य दृश्यता में भी विमान आसानी से लैंड हो सकेंगे। निर्माण कार्य 36 माह में पूरा होगा।

क्यों जरूरी है नया टर्मिनल

वर्तमान टर्मिनल की क्षमता 800 यात्रियों की ही है जो 2010 में बनाया गया था। वाराणसी में लगातार श्रद्धालुओं और पर्यटकों की संख्या बढ़ रही है। जिस समय नया टर्मिनल बिल्डिंग बना था उस समय प्रतिदिन 2000-3000 यात्री आते थे। वर्तमान में प्रतिदिन 10,000 के लगभग यात्रियों का आवागमन होता है।

इस दृष्टि से नए टर्मिनल का निर्माण आवश्यक हो गया था। अक्सर कई विमान एक साथ एयरपोर्ट पर लैंड करते हैं। यात्रियों की संख्या इतनी अधिक हो जाती है कि बैठने को कुर्सी भी नहीं मिल पाती है। यात्रियों को फर्श पर ही बैठना पड़ता है।

आगमन हाल में एक मात्र कन्वेयर बेल्ट है। एक साथ तीन-चार विमान लैंड होने पर यात्रियों को घंटों इंतजार करना पड़ता है। कई बार विमानन कंपनियों के अधिकारियों और यात्रियों के बीच नोक-झोंक भी होती है।

आपके शहर की हर बड़ी खबर, अब आपके फोन पर। डाउनलोड करें लोकल न्यूज़ का सबसे भरोसेमंद साथी- जागरण लोकल ऐप।