Vivah Muhurat 2024: चार महीनों तक विवाह के लिए कोई शुभ मुहूर्त नहीं, नवंबर की इस तारीख से आरंभ होंगे वैवाहिक लग्न
शहनाईयां अब बंद हो चुकी हैं। चार महीनों तक विवाह के लिए कोई शुभ मुहूर्त (Vivah Shubh Muhurat 2024) नहीं है। बैंड बाजा बरात शहनाई और विवाह की मिठाई के लिए 17 नवंबर तक प्रतीक्षा करनी होगी । इसके बाद 15 दिसंबर तक विवाह की लग्न मिलेगी। इस बीच 29 दिनों में कुल 11 वैवाहिक लग्न मिलेंगे जिनमें बरातें सजेंगी।
जागरण संवाददाता, वाराणसी। सोमवार रात 10:15 बजे के बाद विशाखा नक्षत्र लगने के साथ ही वैवाहिक लग्नों पर विराम लग गया। नक्षत्र के समाप्त होते ही 17 जुलाई को हरिशयनी एकादशी के साथ चातुर्मास्य आरंभ होने के साथ सभी शुभ कार्यों पर रोक लग जाएगी। अब चार महीनों तक न तो मंगल शहनाई की गूंज सुनाई देगी, न विवाह की मिठाई मिलेगी। बैंड, बाजा, बरात, शहनाई और विवाह की मिठाई के लिए 17 नवंबर तक प्रतीक्षा करनी होगी। इसके बाद 15 दिसंबर तक विवाह की लग्न मिलेगी।
काशी हिंदू विश्वविद्यालय के ज्योतिष विभाग के पूर्व अध्यक्ष प्रो. विनय कुमार पांडेय बताते हैं कि 15 जुलाई को इस सत्र की अंतिम वैवाहिक लग्न था। रात्रि में 10:15 बजे के पश्चात विशाखा नक्षत्र आरंभ हो गया। इसमें विवाह लग्न नहीं होता। इसके बाद 17 जुलाई से हरिशयनी एकादशी के बाद सभी शुभ कार्यों पर भी विराम लग जाएगा। 12 नवंबर को देवोत्थान एकादशी के पश्चात शुभ कार्य आरंभ होंगे तो शुक्र-शनि की युति मिलने के पश्चात तिथि, वार, करणों के संयोग से 17 नवंबर से पुन: विवाह के लग्न आरंभ हो जाएंगे। यह क्रम 15 दिसंबर तक बना रहेगा।
29 दिनों में कुल 11 वैवाहिक लग्न
इस बीच 29 दिनों में कुल 11 वैवाहिक लग्न मिलेंगे, जिनमें बरातें सजेंगी। इसके पश्चात सूर्य के धनु राशि में प्रवेश कर जाने पर खरमास आरंभ हो जाएगा और पुन: सभी मांगलिक कृत्यों पर 15 जनवरी तक के लिए विराम लग जाएगा। प्रो. पांडेय ने बताया कि इसी 17 नवंबर से 15 दिसंबर के बीच में द्विरागमन, वधू प्रवेश व गृह प्रवेश के लिए भी शुभ मुहूर्त मिलेंगे। इन मुहूर्तों का निर्णय वधू के आगमन व प्रवेश की दिशा, स्थिति और अन्यान्य कारणों पर निर्भर करता है।ये भी पढ़ें - क्या यूपी में बिजली होने वाली है महंगी? कंपनियां तो 25 प्रतिशत तक बढ़ोतरी की फिराक में; अब होगी सुनवाई
आपके शहर की हर बड़ी खबर, अब आपके फोन पर। डाउनलोड करें लोकल न्यूज़ का सबसे भरोसेमंद साथी- जागरण लोकल ऐप।