Vindhya Corridor चैत्र नवरात्र के बाद शुरू होगा कार्य, सभी की सहमति लेने की हो रही है कोशिश
विंध्याचल में विंध्यवासिनी कारिडोर को लेकर जनपद स्तर पर तैयारियां तेज कर दी गई हैं। स्थानीय लोगों की सहमति ली जा रही है और मकानों व दुकान की नाप की जा चुकी है।
By Saurabh ChakravartyEdited By: Updated: Tue, 28 Jan 2020 09:13 PM (IST)
मीरजापुर, जेएनएन। विंध्याचल में विंध्यवासिनी कारिडोर को लेकर जनपद स्तर पर तैयारियां तेज कर दी गई हैं। स्थानीय लोगों की सहमति ली जा रही है और मकानों व दुकान की नाप की जा चुकी है। प्रशासनिक अधिकारियों ने बताया कि चैत्र नवरात्र तक जमीनी स्तर पर तैयाारियां पूरी कर ली जाएंगी और नवरात्र के बाद कारिडोर निर्माण शुरू किया जाएगा।
विंध्याचल धाम में नवरात्र के दौरान रोजाना दो लाख से ज्यादा श्रद्धालु दर्शन करने पहुंचते हैं। किसी-किसी दिन यह आंकड़ा पांच लाख से भी उपर पहुंच जाता है। इतना ही नहीं विंध्याचल धाम से लेकर काली खोह मंदिर व अष्टभुजा पहाड़ी पर भी श्रद्धालुओं की भीड़ उमड़ती है। नगर मजिस्ट्रेट जगदंबा सिंह ने बताया कि नवरात्र के समय दर्शनार्थियों को कोई असुविधा न हो इसलिए यह कार्य नवरात्र बाद ही किया जाएगा। साथ ही यह कोशिश की जाएगी कि अगले शारदीय नवरात्र से पहले परिक्रमा पथ का कार्य पूरा कर लिया जाए। गंगा किनारे के घाटों का निर्माण और सड़कों के चौड़ीकरण का कार्य भी इसी बीच किया जाएगा।
दी जा रही है नोटिस
विंध्य कारिडोर के तहत विंध्याचल में कुल 92 परिसंपत्तियां प्रभावित हो रही हैं। इनके कुल 60 मालिक हैं। अभी तक 25 लोगों ने कुछ शर्तों के साथ विंध्यवासिनी कारिडोर के लिए सहमति दे दी है। पिछले सप्ताह से प्रशासन द्वारा सभी को नोटिस जारी करने की प्रक्रिया शुरू कर दी गई। इसमें सहमति और असहमति का कालम बना हुआ है। अधिकारियों ने बताया कि कार्य शुरू करने से पहले कम से कम 80 फीसद लोगों की समहति हो जाएगी।
आपके शहर की हर बड़ी खबर, अब आपके फोन पर। डाउनलोड करें लोकल न्यूज़ का सबसे भरोसेमंद साथी- जागरण लोकल ऐप।