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Almora News: ग्रामीण को मारने वाला हिंसक गुलदार पिंजरे में कैद, रेंजर ने कहा- दांत टूटे होने से बना आदमखोर

Almora News नौगांव के फैटनौला में ग्रामीण को मार डालने वाला हिंसक गुलदार पिंजड़े में कैद हो गया है। उसे आदमखोर घोषित करने के लिए मुख्य वन्यजीव प्रतिपालक को सिफारिश भेजी गई थी। हिंसक गुलदार को ट्रैंकुलाइज कर रेस्क्यू सेंटर अल्मोड़ा पहुंचा दिया गया है।

By Jagran NewsEdited By: Nirmal PareekUpdated: Tue, 16 May 2023 05:53 PM (IST)
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ग्रामीण को मारने वाला हिंसक गुलदार पिंजरे में कैद

जागरण संवाददाता, रानीखेत: नौगांव के फैटनौला में ग्रामीण को मार डालने वाला हिंसक गुलदार पिंजड़े में कैद हो गया है। उसे आदमखोर घोषित करने के लिए मुख्य वन्यजीव प्रतिपालक को सिफारिश भेजी गई थी। हालांकि, हिंसक गुलदार को ट्रैंकुलाइज कर सुरक्षित पकड़ने की रणनीति पर कदम बढ़ा गए। उसे रेस्क्यू सेंटर अल्मोड़ा पहुंचा दिया गया है। माना जा रहा है कि दांत टूटे होने से वह शिकार नहीं कर पा रहा था। इसीलिए मानवजीवन के लिए खतरा बन गया।

भिकियासैंण ब्लाक से लगे नौगांव ग्राम पंचायत के फैटनौला तोक (ताड़ीखेत विकासखंड) निवासी जगदीश चंद्र असनौड़ा पर शाम के वक्त गुलदार ने हमला कर दिया था। प्राथमिक विद्यालय के पास खून बिखरे होने पर वन्यजीव हमले की आशंका बढ़ी। वन क्षेत्राधिकारी तापस मिश्रा की अगुआई में टीम ने सर्च अभियान चलाया। करीब डेढ़ किमी दूर कुर्री की जंगलनुमा झाड़ियों के बीच क्षत विक्षत शव बरामद हुआ था।

इस बीच वन क्षेत्राधिकारी तापस की संस्तुति पर डीएफओ स्तर से गुलदार को मानव जीवन के लिए खतरा मानते हुए मुख्य वन्यजीव प्रतिपालक को निस्तारण के लिए पत्र भेजा गया। साथ ही 18 वन कर्मियों की विभिन्न टीमों को क्षेत्र में गश्त के लिए मुस्तैद की गई थी।

आखिरी बार दो दिन पहले कैमरे में कैद

हिंसक गुलदर बीती आठ, नौ व 13 मई को कैमरे में कैद हुआ था। इस पर ग्रामीणों को सतर्क रहने व घटनास्थल के आसपास न जाने की सलाह दी गई थी। ग्रामीण को शिकार बनाने के सप्ताहभर तक शांत रहने के बाद अचानक गतिविधियां बढ़ने से उसके पिंजड़े में फंसने की उम्मीद बढ़ गई थी। इधर मंगलवार की प्रात: वह पिंजड़े में कैद मिला।

शिकार करने में अक्षम था

नौगांव फैटनौला क्षेत्र में गुलदार के लिए प्राकृतिक भोजन पर्याप्त है। क्षेत्र में गुलदार की गतिविधियों पर नजर को लगाए गए कैमरों में जंगली सूअर व अन्य वन्यजीव जीव भी नजर आए गए जो गुलदार के आहार का हिस्सा हैं। मगर गुलदार के कैनाइन (शिकार को दबोचने व चीरफाड़ करने वाले मुख्य नुकीले दांत) टूटे होने से वह शिकार नहीं कर पा रहा था। वन क्षेत्राधिकारी के अनुसार आसान शिकार की तलाश में वह आबादी का रुख कर गया और ग्रामीण को मार डाला।

कांबिंग और दिन रात निगरानी के बाद हम निष्कर्ष पर पहुंचे हैं कि इस क्षेत्र में एक गुलदार और है। संभवत: यह जोड़ा था। हिंसक गुलदार के कैद होने पर उसका जोड़ीदार बौखला सकती है। इसलिए हमने ग्रामीणों से सतर्क रहने और शाम ढलने के बाद अकेले इधर उधर न निकलने की सलाह दी है। जनसुरक्षा के मद्देनजर टीम गांव में गश्त करती रहेगी। दूसरा पिंजड़ा भी लगाया जाएगा।

- तापस मिश्रा, वन क्षेत्राधिकारी रानीखेत

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