...तो बच सकती थी अल्मोड़ा हादसे में 36 लोगों की जान, काम में सुस्ती बन रही दुर्घटना का कारण
अल्मोड़ा में हुई बस दुर्घटना ने 36 लोगों की जान ले ली। इस हादसे का एक बड़ा कारण सड़कों पर Almora Accident क्रैश बैरियर न होना भी है। जिले की 331.44 किलोमीटर लंबी सड़कों पर क्रैश बैरियर लगाने का काम अभी तक पूरा नहीं हो पाया है। अभी तक केवल 153 किलोमीटर लंबी सड़कों पर ही क्रैश बैरियर लगाए गए हैं।
जागरण संवाददाता, अल्मोड़ा। पहाड़ की सर्पीली सड़कों पर दुर्घटनाओं को रोकने के लिए क्रश बैरियर लगाए जाने थे। इस वर्ष अब तक क्रश बैरियर लगना तो दूर अभी तक चिन्हीकरण का कार्य भी पूरा नहीं हो पाया है। जिले की 331.44 किमी लंबी सड़कों पर क्रश बैरियर लगाने के लिए चिन्हीकरण का कार्य किया जाना था।
अभी तक केवल 153 किमी लंबी सड़कों पर ही चिन्हीकरण का कार्य पूरा हो पाया है। वहीं लक्ष्य के अनुरूप केवल 28 प्रतिशत क्रश बैरियर लगाए गए हैं।
सल्ट तहसील के कूपी में ज्यूंखड़ाचौड़ा बैंड के पास अगर क्रश बैरियर लगा होता तो 36 यात्रियों की जान बच सकती थी। जिले में ऐसी कई संभावित दुर्घटना स्थल है जहां अभी तक क्रश बैरियर नहीं लगे हैं। सरकारी विभागों की सुस्ती का खामियाजा सड़कों में यात्रा करने वाले आम यात्री को भुगतना पड़ रहा है।
जिले की राज्य, नेशनल हाइवे की 331.44 किमी सड़कों पर इस वर्ष कुल 82.168 किमी लंबाई में क्रश बैरियर लगाने का लक्ष्य मिला था। लेकिन अभी तक केवल 23.296 किमी लंबाई पर ही क्रश बैरियर लगाए गए हैं। अभी 58.872 किमी लंबाई में क्रश बैरियर लगाए जाने है। अभी केवल राष्ट्रीय राजमार्ग ने लक्ष्य के अनुरूप कार्य पूरा किया है।
संभावित दुर्घटना क्षेत्रों में प्राथमिकता से कार्य किया जा रहा है। इस कार्य में लापरवाही बरतने पर सख्त कार्रवाई की जाएगी।
आलोक कुमार पांडेय, जिलाधिकारी, अल्मोड़ा
सल्ट दुर्घटना में मारे गए कुल 36 लोगों में से 29 धूमाकोट तहसील के
अल्मोड़ा: सल्ट तहसील के कूपी दुर्घटना में मारे गए 29 लोग पौड़ी गढ़वाल जिले के धूमाकोट के रहने वाले है। जबकि चार मृतक नैनीताल व तीन मृतक अल्मोड़ा जिले के रहने वाले है। दुर्घटना में 26 पुरुष, नौ महिला व एक बच्चा शामिल है।सल्ट तहसील के कूपी में हुई गढ़वाल मंडल ओनर्स लिमिटेड की बस दुर्घटना में कुल 36 लोग मारे गए जबकि 27 लोग गंभीर रूप से घायल हो गए थे। मृतकों में अधिकतर पौड़ी गढ़वाल जिले स्थित धूमाकोट तहसील के मल्ला पट्टी गुजडू के रहने वाले है।
उसके अलावा तीन मृतक सल्ट और चार मृतक रामनगर के रहने वाले है। जिलाधिकारी आलोक कुमार पांडेय ने बताया कि पांच मृतकों के स्वजनों को दो-दो लाख मुआवजे के रूप में कुल 10 लाख दिए गए हैं। राहत कार्य जारी है।यह भी पढ़ें: पलक झपकते ही तीखे मोड़ पर थमती गई सांसें, कोई बोला एक्सल टूटा; कुछ ने कहा- पट्टा गया
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