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अल्मोड़ा जेल में संक्रामक रोगों की दस्तक

अल्मोड़ा जिला कारागार में संक्रामक रोग तेजी से फैल रहे हैं। कैदी बुखार सर्दी जुकाम आदि रोगों से ग्रसित हो रहे हैं।

By JagranEdited By: Updated: Tue, 05 Jul 2022 06:34 PM (IST)
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अल्मोड़ा जेल में संक्रामक रोगों की दस्तक

अल्मोड़ा जेल में संक्रामक रोगों की दस्तक

जागरण संवाददाता, अल्मोड़ा : जिला कारागार में संक्रामक रोग तेजी से फैल रहे हैं। कैदी बुखार, सर्दी-जुखाम आदि रोगों से ग्रसित हो रहे हैं। जेल में 80 से अधिक कैदी संक्रमण की चपेट में आ चुके हैं। बैरकों में क्षमता से अधिक कैदी होने से रोग फैलने की भी आशंका है। जबकि बीते दिनों विभिन्न बीमारी के बाद एक कैदी की मौत भी हो चुकी है।

इन दिनों वायरल फीवर के मामले बढ़ रहे हैं। अस्पतालों में भी काफी संख्या में रोगी पहुंच रहे हैं। वहीं जिला कारागार में भी काफी संख्या में कैदी और बंदी वायरल की चपेट में आ गए हैं। बीते दिनों बहुत अधिक कैदी संक्रमित हो चुके थे। इधर अब भी कारागार में 80 से अधिक कैदी वायरल की चपेट में हैं। कैदियों को सर्दी, जुखाम, बुखार, खांसी आदि की शिकायत है। हालांकि कैदियों का जेल के ही अस्पताल में उपचार किया जा रहा है। लेकिन कई बार हालत बिगड़ने पर उन्हें जिला अस्पताल लाया जा रहा है। पिछले दिनों चार से पांच मरीजों को जिला अस्पताल लाया गया।

हर बैरक में क्षमता से अधिक रोगी, कैसे रहें सुरक्षित

अल्मोड़ा जिला कारागार में अधिकतर समय क्षमता से अधिक कैदी रहते हैं। फ्लू, वायरल फीवर और अन्य संक्रामक रोगों के बीच सोशल डिस्टेसिंग जरूरी है। संक्रामक रोग साथ में रहने वालों को फैलने का खतरा रहता है। जिला कारागार में एक ही बैरक में औसतन 40 से अधिक कैदी हैं। ऐसे में एक को भी रोग हुआ तो अन्य लोगों के भी फैलने की आशंका है।

102 की क्षमता 357 कैदी

अल्मोड़ा में आठ बैरक वाले जिला कारागार में इन दिनों कुल 357 कैदी हैं। बैरक की क्षमता 102 है, लेकिन क्षमता की सापेक्ष यहां 250 से अधिक कैदी हैं।

कुछ दिन पहले काफी कैदी और बंदी वायरल फीवर की चपेट में आ गए थे। फिलहाल स्थिति नियंत्रण में हैं। इन दिनों वायरल फीवर कम हो गया है।

- जयंत पांगती, जेल अधीक्षक जिला कारागार अल्मोड़ा

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