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Bageshwar News: उत्तराखंड में इन जगहों पर गुलदार का आतंक... दहशत के चलते अमस्यारी के विद्यालय आज रहेंगे बंद

अमस्यारी क्षेत्र में फिर से गुलदार दिखने से ग्रामीण डरे हुए हैं। जिलाधिकारी ने राजकीय प्राथमिक विद्यालय और राजकीय इंटर कालेज अमस्यारी बुधवार को एक दिन के लिए बंद रखने का आदेश दिया है। गुलदार की दहशत के कारण अभिभावकों ने जिलाधिकारी से अनुरोध किया था। गरुड़ तहसील क्षेत्र में 24 अगस्त सुबह सवा सात बजे गुलदार ने स्कूल जा रही भिलकोट की छात्रा ज्योति पर हमला कर दिया था।

By Jagran NewsEdited By: riya.pandeyUpdated: Wed, 30 Aug 2023 09:08 AM (IST)
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उत्तराखंड में इन जगहों पर गुलदार का आतंक

जागरण संवाददाता, बागेश्वर: अमस्यारी क्षेत्र में फिर से गुलदार दिखने से ग्रामीण डरे हुए हैं। जिलाधिकारी ने राजकीय प्राथमिक विद्यालय और राजकीय इंटर कालेज अमस्यारी बुधवार को एक दिन के लिए बंद रखने का आदेश दिया है। गुलदार की दहशत के कारण अभिभावकों ने जिलाधिकारी से अनुरोध किया था।

बना हुआ है गुलदार का आतंक

गरुड़ तहसील क्षेत्र के इंटर कालेज अमस्यारी में 24 अगस्त सुबह सवा सात बजे गुलदार ने स्कूल जा रही भिलकोट की छात्रा ज्योति पर हमला कर दिया था। उसके साथ दिव्या भी थी। उसी गांव के भाष्कर ने गुलदार के हमले को नाकाम किया। वहां वर्तमान में भी गुलदार का आतंक बना है।

गुलदार के डर से विद्यायलों में अवकाश

बीते मंगलवार को फिर गुलदार कालेज परिसर में दिखा, जिसके बाद क्षेत्र में दहशत फैल गई। जिला प्रशासन ने तत्काल संज्ञान लिया। जिलाधिकारी अनुराधा पाल ने 30 अगस्त को विद्यालयों में अवकाश घोषित कर दिया है। वन विभाग को कार्रवाई के निर्देश दिए हैं।

नरभक्षी गुलदार के बदले व्यवहार से वन विभाग भी चिंतित

वहीं टिहरी में प्रतापनगर ब्लॉक के भरपूरिया गांव में नरभक्षी गुलदार के बदले व्यवहार से वन विभाग भी चिंतित है। 20 अगस्त से भरपूरिया गांव के आसपास गुलदार नजर नहीं आ रहा है। जबकि आमतौर पर गुलदार इंसान पर हमला करने के बाद कुछ दिन उसी क्षेत्र के आसपास घूमता है लेकिन यहां पर गुलदार की तीन दिन बाद भी लोकेशन नहीं मिल पाई है।

19 अगस्त को भरपूरिया गांव में तीन साल के मासूम आरव पर गुलदार ने हमला कर दिया था जिससे आरव की मौत हो गई थी। उसके बाद वन विभाग ने टीम गांव में तैनात है और दो कैमरा ट्रैप के अलावा पिंजरा भी लगाया गया है।

नहीं मिला गुलदार का लोकेशन

गुलदार को नरभक्षी घोषित कर उसे मारने के लिये शूटर भी तैनात किये गये हैं लेकिन तीन दिन बाद भी गुलदार की लोकेशन नहीं मिली है। ऐसे में विभाग परेशान है कि गुलदार किसी आसपास के गांव में न चला गया हो। इसके अलावा गुलदार पिंजरे और कैमरा ट्रैप के आसपास भी नजर नहीं आया है। जबकि आमतौर पर गुलदार ने अपने शिकार के आसपास ही कुछ समय तक रहता है।

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