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गोमती का दूषित पानी पी रहा है बैजनाथ गांव

संवाद सूत्र, गरुड़: धाíमक व ऐतिहासिक महत्व के गांव बैजनाथ की एक हजार से अधिक की आबादी गोम

By JagranEdited By: Updated: Fri, 16 Mar 2018 10:51 PM (IST)
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गोमती का दूषित पानी पी रहा है बैजनाथ गांव

संवाद सूत्र, गरुड़: धाíमक व ऐतिहासिक महत्व के गांव बैजनाथ की एक हजार से अधिक की आबादी गोमती नदी का दूषित पानी पीने को विवश है। इस गांव में पेयजल के लिए कोई व्यवस्था नहीं है।

बैजनाथ गांव तहसील मुख्यालय से मात्र एक किमी की दूरी पर गोमती नदी के किनारे बसा है। इसी गांव से होकर गरुड़ -ग्वालदम, बागेश्वर और कौसानी को हाईवे मार्ग गुजरता है। वर्तमान में गांव की आबादी 1256 है। गांव में कत्यूरी शासनकाल में निíमत विश्व विख्यात ऐतिहासिक बैजनाथ मंदिर होने से गांव का धाíमक व पौराणिक महत्व है। यहां प्रतिदिन हजारों देशी-विदेशी पर्यटक मंदिर के दर्शन के लिए आते हैं, लेकिन यहां पेयजल के लिए कोई व्यवस्था नहीं है। उत्तराखंड, उत्तर प्रदेश और बिहार के मुख्यमंत्री, मंत्री, राज्यपाल और कांग्रेस की पूर्व राष्ट्रीय अध्यक्ष सोनिया गांधी समेत कई वीआइपी यहां आ चुके हैं। मंदिर के पुजारी पूरन गिरी के मुताबिक मंदिर में आने वाले विशिष्ट जनों से गांव के लिए पेयजल योजना बनाने का अनुरोध किया गया लेकिन समस्या जस की तस है।

ग्रामीण राजेंद्र गिरी, भगवत गिरी, प्रकाश गिरी, दीवान गिरी का कहना है कि अब तक वह कई बार सांसद और क्षेत्रीय विधायक को इस समस्या से अवगत करा चुके हैं। पर कोई ध्यान नहीं दे रहा है। ग्राम प्रधान अनीता देवी के मुताबिक झील बनने का फायदा भी ग्रामीणों को नहीं मिला। गोमती नदी से पानी लिफ्ट कर गांव के लिए पेयजल योजना बनाने की मांग की जा रही है।

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बैजनाथ के ग्रामीणों की मांग जायज है। शीघ्र की वृहद पेयजल योजना का निर्माण किया जा रहा है। नवरात्र के शुभ मुहूर्त में निर्माण का काम प्रारंभ करा दिया जाएगा। बैजनाथ को भी पर्याप्त पानी मिलेगा।

-चंदन राम दास, विधायक

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बैजनाथ के लिए पेयजल योजना का निर्माण किया जा रहा है। शीघ्र ही ग्रामीणों समेत पर्यटकों को भी पेयजल समस्या से निजात मिलेगी।

- अशोक कुमार भट्ट, अवर अभियंता, जल संस्थान, गरुड़

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