Uttarakhand Rains: बागेश्वर में अतिवृष्टि से चार मकानों पर कहर, आठ सड़कों पर आया मलबा; यातायात बंद
Uttarakhand Rains उत्तराखंड में भारी बारिश ने तबाही मचाई है। बागेश्वर में कई आवासीय मकान क्षतिग्रस्त हो गए हैं और 22 किसानों की 0.690 हेक्टेयर भूमि में मलबा भर गया है। कई मोटर मार्ग भी बंद हैं जिससे ग्रामीण क्षेत्रों की यातायात व्यवस्था पूरी तरह से पटरी से उतर गई है। बता दें कि शुक्रवार को बागेश्वर में भारी बारिश की चेतावनी जारी की गई थी।
जागरण संवाददाता, बागेश्वर। Uttarakhand Rains: जिले में वर्षा का दौर जारी है। शुक्रवार को अलर्ट जारी रहा। कक्षा एक से 12 वीं तथा आंगनबाड़ी केंद्र बंद रहे। हिमालयी गांवों में रुक-रुक का वर्षा हुई।
कत्यूर घाटी में झमाझम वर्षा के साथ सुबह हुई। किसानों की मेहनत पर पानी फिर गया। वहीं, अतिवृष्टि से आवासीय मकान भी क्षतिग्रस्त हुए हैं। सुबह से शाम तक आठ मोटर मार्ग बंद रहे।शुक्रवार को जिला मुख्यालय छोड़कर अन्य भागों में रुक-रुक का वर्षा हुई। तहसील गरुड़ के अमस्यारी निवासी संजय जोशी पुत्र गोपाल दत्त का आवासीय भवन क्षतिग्रस्त हो गया है। इसके अलावा थान डंगोली में विजय सिंह पुत्र नारायण सिंह, जशोदा देवी पत्नी किशन राम, जगदीश नाथ पुत्र हीरा नाथ का मकान तथा आंगन अतिवृष्टि की भेंट चढ़ गए हैं।
22 किसानों की 0.690 हेक्टेयर भूमि में मलबा भरा
दुगनाकुरी तहसील में अतिवृष्टि से ग्राम पंचायत बैकोड़ी में 22 किसानों की 0.690 हेक्टेयर भूमि में मलबा भर गया है। धान की फसल बर्बाद हो गई है। तहसीलदार आकलन कर रहे हैं। किसानों को नियमानुसार सहायता राशि वितरित की जाएगी।अतिवृष्टि से पगना-सतेश्वर, रमाड़ी-कनौली, सनेती-बैकोड़ी, काफलीकमेड़ा, भयूं-गडेरा, कपकोट-कर्मी, चेटाबगड़-भनार, भयूं-गुलेर, गुलमपरगड़, मुनार-गांसी आदि मोटर मार्ग यातायात के लिए बंद हैं। जिससे ग्रामीण क्षेत्रों की यातायात व्यवस्था पूरी तरह से पटरी से उतर गई है।
ग्रामीणों को 10 से 25 किमी तक पैदल चलकर तहसील मुख्यालय पहुंचना पड़ रहा है। इधर, जिला आपदा अधिकारी शिखा सुयाल ने कहा कि सड़कों को खोलने के लिए लोडर मशीनें लगाईं गईं हैं।
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