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Kausani: बंगाली पर्यटकों से गुलजार हुई पहाड़ों की रानी कौसानी, होटल हुए बुक; यहां पढ़ें पूरी जानकारी

Kausani कौसानी में मौसम साफ रहने पर सूर्यादय के साथ ही हिमालय दर्शन होते हैं। होटल व्यापारी तैयारियों में जुट गए हैं। पर्यटकों को इस बार विशेष रूप से पहाड़ी व्यंजन गडेरी की सब्जी और मडुवे की रोटी भी परोसी जाएगी। ग्लोबल वार्मिंग के चलते कौसानी अब बारोमासी पर्यटक स्थल के रूप में जाना जाने लगा है। पहले शरद ऋतु में छोटा पर्यटन सीजन चलता था।

By Jagran NewsEdited By: Swati SinghUpdated: Mon, 25 Sep 2023 11:45 AM (IST)
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बंगाली पर्यटकों से गुलजार हुई पहाड़ों की रानी कौसानी, होटल हुए बुक
बागेश्वर, जागरण संवाददाता। पहाड़ों की रानी कौसानी बंगाली पर्यटकों से गुलजार होने लगी है। 30 सितंबर से होटल और रेस्टोरेंट में 20 प्रतिशत बुकिंग भी आ गई है। वर्षा के बाद कौसानी का सौंदर्य इस बार निखर आया है। ठंडी हवा और सुबह की गुनगुनी धूप सेहत के लिए भी अच्छी है, जिसे लेकर पर्यटक कौसानी की यात्रा प्रतिवर्ष करते हैं।

मौसम साफ रहने पर सूर्यादय के साथ ही हिमालय दर्शन होते हैं। होटल व्यापारी तैयारियों में जुट गए हैं। पर्यटकों को इस बार विशेष रूप से पहाड़ी व्यंजन गडेरी की सब्जी और मडुवे की रोटी भी परोसी जाएगी। ग्लोबल वार्मिंग के चलते कौसानी अब बारोमासी पर्यटक स्थल के रूप में जाना जाने लगा है। पहले शरद ऋतु में छोटा पर्यटन सीजन चलता था।

पहुंच रहे हैं बंगाली पर्यटक

पिछले पांच वर्ष से इस छोटे सीजन में जिस तरह से बंगाली पर्यटक पहुंच रहे हैं, उससे यह सीजन युवावस्था सा लग रहा है। केएमवीएन, लोनिवि का राज्य अतिथि गृह और जिला पंचायत का डांक बंगला समेत अधिकतर होटल की बुकिंग आने लगी है। पर्यटक सुबह हिमालय की लंबी श्रृंखला पर पड़ने वाली सूरज की सुनहरी किरण और सूर्यास्त की लालिमा के अलावा प्रकृति के अद्भुत नजारों का आनंद उठा रहे हैं। होटल ऐसोसिएशन के जिलाध्यक्ष बब्लू नेगी ने बताया कि यदि शासन प्रशासन, समस्याओं का समाधान करे तो यहां पर्यटकों की संख्या काफी बढ़ सकती है।

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कौसानी में क्या देखें

अनाशक्ति आश्रम, लक्ष्मी आश्रम, स्टेट गेस्ट हाउस, राधा कृष्ण मंदिर, चाय बागान फैक्ट्री, पिनाथेश्वर, रूद्राधारी मंदिर, शांति वन के अलावा बैजनाथ धाम और झील।

ठहरने की व्यवस्था

राज्य अतिथि गृह, केएमवीएन पर्यटक आवास गृह, जिला पंचायत का डांक बंगला, कृष्णा होटल, प्रशांत, सुमित, जीतू, हिमालया माउंट व्यू, सुमन, नेचर वैली होटल अठगाड़, हैरिटेज समेत 50 से अधिक होटल हैं।

यह समस्याएं हैं मौजूद

दर्जन भर स्ट्रीट लाइटें बंद, सड़कों की हालत खस्ता, नालियों की नहीं होती नियमित सफाई, कूड़े के निस्तारण का ठोस प्रबंध नहीं।

अधिकारी ने कही ये बात

कौसानी में पर्यटकों को किसी भी प्रकार की दिक्कतें नहीं होने दी जाएगी। पर्यटन विभाग से भी वह संपर्क कर सकते हैं। पर्यटन को बढ़ाने के लिए हरसंभव प्रयास किए जा रहे हैं। -पीके गौतम, जिला पर्यटन अधिकारी, बागेश्वर।

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