Bageshwar: बागेश्वर की मछली के लिए तलाशे जाएंगे बाजार, मत्स्य विभाग ने बनाया प्लान
Bageshwar मत्स्य विभाग और किसानों की गोष्ठी आयोजित की गई। जिसमें बाजार तलाशने का निर्णय लिया गया। आरसी तिवारी ने कहा कि उद्योग को बढ़ाने के लिए दूसरे जिलों में भी मछली भेजे जा सकती है। होटल रेस्टोरेंट सेना आदि से भी संपर्क किया जा सकता है। किसानों ने कहा कि बाजार में मांग कम है। जबकि उत्पादन अधिक है।
जागरण संवाददाता, बागेश्वर। मत्स्य विभाग और किसानों की गोष्ठी आयोजित की गई। जिसमें बाजार तलाशने का निर्णय लिया गया। अल्मोड़ा, चमोली, पिथौरागढ़ आदि स्थानों पर मछली भेजने का लक्ष्य है। उत्पादन बढ़ने से जहां किसान खुश हैं, वहीं माल कम बिकने से परेशानी बनी है।
विकास भवन में मुख्य विकास अधिकारी आरसी तिवारी की अध्यक्षता में किसानों की गोष्ठी आयोजित हुई। सीडीओ ने कहा कि जिले में मछली उत्पादन बढ़ रहा है। मत्स्य विभाग की अच्छी पहल है। उत्पादन बढ़ने से बाजार की जरूरत है। जिस पर किसान और विभाग समन्वय स्थापित करेंगे।
उद्योग को बढ़ाने के लिए बन गया प्लान
आरसी तिवारी ने कहा कि उद्योग को बढ़ाने के लिए दूसरे जिलों में भी मछली भेजे जा सकती है। होटल, रेस्टोरेंट, सेना आदि से भी संपर्क किया जा सकता है। जिला मत्स्य अधिकारी मनोज मियान ने कहा कि जगथाना के अलावा जिले के गरुड़, काफलीगैर, शामा, उडरेखानी आदि स्थानों पर भी किसान मत्स्य पालन कर रहे हैं। जिससे वर्षभर में किसानों की आमदनी भी बेहतर हो रही है।किसानों ने बताई अपनी समस्या
किसानों ने कहा कि बाजार में मांग कम है। जबकि उत्पादन अधिक है। गोष्ठी में विधायक कपकोट वर्चुअल जुड़े। उन्होंने किसानों को डीप फ्रीजर की व्यवस्था करने के निर्देश दिए। सीडीओ ने कहा कि जिला प्रशासन छह माह के भीतर यह व्यवस्था करेगा।यह भी पढ़ें: Uttarakhand: बाघों से जंगल हुआ ओवरलोड, इंसानों के बीच पहुंच रहे गुलदार; बेबस वन विभाग