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Bageshwar: बोल्डर की चपेट में आने से व्यक्ति की मौत, दिल्ली में नौकरी करता था मृतक, चार दिन पहले ही आया था घर

बोल्डर की चपेट में आने से एक व्यक्ति की मौत हो गई है। घटना के बाद कपकोट क्षेत्र में शोक की लहर दौड़ गई है। पुलिस ने शव का पोस्टमार्टम कर स्वजनों को सौंप दिया है। हिमालयी गांवों में वर्षा का दौर जारी है। रविवार को कपकोट के बड़ेत गांव के 50 वर्षीय दयाल पाठक पुत्र उर्बा दत्त पाठक घास काट रहे थे। तब बारिश भी हो रही थी।

By ghanshyam joshiEdited By: riya.pandeyUpdated: Sun, 23 Jul 2023 05:20 PM (IST)
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बोल्डर की चपेट में आने से व्यक्ति की मौत

जागरण संवाददाता, बागेश्वर: बोल्डर की चपेट में आने से एक व्यक्ति की मौत हो गई है। घटना के बाद कपकोट क्षेत्र में शोक की लहर दौड़ गई है। पुलिस ने शव का पोस्टमार्टम कर स्वजनों को सौंप दिया है। हिमालयी गांवों में वर्षा का दौर जारी है।

बोल्डर गिरने से मौत

रविवार को कपकोट के बड़ेत गांव के 50 वर्षीय दयाल पाठक पुत्र उर्बा दत्त पाठक घास काट रहे थे। तब बारिश भी हो रही थी। बड़ेत मोटर मार्ग की कटिंग का मलबा और बोल्डर गिरने लगा, जिसकी चपेट में आने से वह खाई में गिर गए। स्वजनों ने पुलिस को सूचना दी। खाई से उन्हें निकाला गया और अस्पताल में चिकित्सकों ने मृत घोषित कर दिया।

दिल्ली में नौकरी करता था मृतक

मृतक दिल्ली में नौकरी करता था। वह चार दिन पहले ही घर आया था। उन्होंने 2010 में आई आपदा में अपना इकलौता पुत्र करन पाठक को भी खोया था। 18 अगस्त 2010 में सरस्वती शिशु मंदिर सुमगढ़ के पीछे भूस्खलन हुआ था, जिसमें उनके पुत्र समेत 18 मासूम जिंदा दफन हो गए थे। मृतक की तीन पुत्रियां हैं। 24 वर्षीय रेखा और 20 वर्ष की गीता हैदराबाद में जेएनएम की पढ़ाई कर रही है। 22 वर्षीय रेनू और उनकी पत्नी चंद्रा पाठक घटना के बाद अनाथ हो गए हैं।

हर एंगल से घटना की पड़ताल

ग्राम प्रधान भूपेश ऐठानी, पूर्व जिला पंचायत अध्यक्ष हरीश ऐठानी, भावना कोरंगा, प्रहलाद कपकोटी, हरीश पाठक आदि ने घटना पर गहरा शोक व्यक्त किया है। इधर, थानाध्यक्ष कपकोट केएस बिष्ट ने कहा कि शव पोस्टमार्टम के बाद स्वजनों को सौंप दिया है। घटना की सभी तरह से जांच की जा रही है।

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