बुजुर्गों ने थामी रेल आंदोलन की कमान
जागरण संवाददाता, बागेश्वर: बागेश्वर-टनकपुर रेल लाइन के लिए क्रमिक अनशन 46वें दिन भी जारी र
जागरण संवाददाता, बागेश्वर: बागेश्वर-टनकपुर रेल लाइन के लिए क्रमिक अनशन 46वें दिन भी जारी रहा। बुजुर्गो ने रेल आंदोलन की धार तेज करने की कमान थामी। उन्होंने शासन-प्रशासन पर बेरुखी का आरोप लगाया और नारेबाजी की। संघर्ष समिति के अध्यक्ष नीमा दफौटी ने सभा की अध्यक्षता की। उन्होंने कहा कि अंग्रेजों के जमाने में प्रस्तावित और सर्वे होने के बावजूद भी बागेश्वर-टनकपुर रेल लाइन का मामला खटाई में पड़ा हुआ है। उन्होंने कहा कि कपड़ा राज्य मंत्री अजय टम्टा ने पिछले दिनों रेलमंत्री से मिलाने का भरोसा दिया, लेकिन एक पखवाड़ा बीत जाने के बावजूद भी मुलाकात नहीं कराई गई है। उन्होंने कहा कि विधायक रेल आंदोलनकारियोंसे बात करने को तैयार नहीं हैं। उन्होंने कहा कि जनता से चुनकर जनप्रतिनिधि बनते हैं और जनता की समस्या का हल उनके पास नहीं होता है। उन्होंने कहा कि लोकसभा चुनाव में ऐसे जनप्रतिनिधि और पाíटयों को कड़ा जबाव दिया जाएगा। उन्होंने कहा कि आंदोलन की धार तेज की जाएगी। क्रमिक अनशन में 79 साल के पूर्व इंजीनियर तेज ¨सह रावत, गोपाल ¨सह रावत, हीरा ¨सही रावत, ग्राम प्रधान गिरीश चंद्र जोशी बैठे। इस मौके पर खड़क राम आर्य, राजेंद्र ¨सह पूना, प्रेम ¨सह दानू, गो¨वद ¨सह भंडारी, डीआर आर्य, सुरेंद्र ¨सह पिलख्वाल, आनंद बल्लभ तिवारी, लक्ष्मण ¨सह परिहार, चंदन ¨सह ऐठानी, हेमा जोशी, महीप पांडे, सरस्वती गैलाकोटी, पार्वती पांडे, मालती पांडे, डॉ. दिनेश चंद्र लोहनी, केवल ¨सह डियोड़ी, रमेश प्रकाश पर्वतीय, गंगा ¨सह पांगती, रमेश चंद्र उपाध्याय आदि मौजूद थे।