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उत्तराखंड में महिलाएं पशुपालन एवं कृषि की हैं रीढ़

प्रदेश सरकार की गंगा गाय महिला योजना का जिले में शुभारंभ के मौके पर मुख्य अतिथि विधायक (कपकोट) ललित फर्स्वाण ने कहा कि उत्तराखंड में महिलाएं पशुपालन एवं कृषि की रीढ़ हैं।

By sunil negiEdited By: Updated: Sat, 05 Sep 2015 01:00 PM (IST)
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बागेश्वर। प्रदेश सरकार की गंगा गाय महिला योजना का जिले में शुभारंभ के मौके पर मुख्य अतिथि विधायक (कपकोट) ललित फर्स्वाण ने कहा कि उत्तराखंड में महिलाएं पशुपालन एवं कृषि की रीढ़ हैं। इस योजना के तहत पशुपालन नस्ल सुधार के लिए सरकार की ओर से गाय गंगा परियोजना महिलाओं के लिए मील का पत्थर साबित होगी।
आज गरुड़ ब्लॉक की ग्राम पंचायत ऐंचर में प्रदेश सरकार की महत्वाकांक्षी गंगा गाय महिला योजना का जिला पंचायत अध्यक्ष हरीश ऐठानी, विधायक ललित फर्स्वाण एवं जिलाधिकारी ने सयुंक्त रूप से किया। इस दौरान पांच महिलाओं को गाय दी गई, जबकि 17 महिलाओं को गाय खरीदने के लिए 40-40 हजार रुपये का चेक दिया गया।

इस दौरान मुख्य अतिथि विधायक ललित फर्स्वाण ने कहा कि उत्तराखंड में महिलाएं पशुपालन एवं कृषि की रीढ़ हैं। इस योजना के तहत पशुपालन नस्ल सुधार के लिए सरकार की ओर से गाय गंगा परियोजना महिलाओं के लिए मील का पत्थर साबित होगी।

उन जिला पंचायत अध्यक्ष हरीश ऐठानी ने कहा कि महिलाएं गाय गंगा परियोजना का भरपूर लाभ उठाकर अपनी आर्थिक स्थिति में सुधार लाएं और अन्य महिलाओं को भी इस परियोजना से जुड़ने के लिए प्रेरित करें। जिलाधिकारी बीएस मनराल ने योजना की जानकारी देते हुए कहा कि पशुपालन से जहां श्वेत क्रांति का आगाज होगा, वहीं महिलाओं को घर पर ही स्वरोजगार के अवसर प्राप्त होंगे।

इस दौरान जिला पंचायत सदस्य जितेंद्र मेहता, जिला पंचायत सदस्या नंदी भंडारी, जिला विकास अधिकारी डॉ महेश कुमार, एडीएम एसएस जंगपांगती, वीडियो गरुड़ एस बोरा, सीवीओ डॉ उदय शंकर, सहायक निदेशक डेयरी निर्भय नारायण सिंह, तहसीलदार गरुड़ खुशबू आर्या आदि उपस्थित थे।
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