घर बैठे बदरी-केदार का महाभिषेक, पेटीएम के जरिये दान और चढ़ावा
बदरी-केदार मंदिर समिति ने श्रद्धालुओं के लिए इस साल से ऑनलाइन पूजा का विकल्प खोल दिया है। कहीं से भी पेटीएम के जरिये इन धामों के लिए दान और चढ़ावा भेज सकेंगे।
गोपेश्वर, [हरीश बिष्ट]: बदरी-केदार मंदिर समिति ने श्रद्धालुओं के लिए इस साल से ऑनलाइन पूजा का विकल्प खोल दिया है। यही नहीं, भक्तगण अब देश-दुनिया में कहीं से भी पेटीएम के जरिये इन धामों के लिए दान और चढ़ावा भेज सकेंगे।
अभिषेक और महाभिषेक पूजाएं
श्री बदरीनाथ और केदारनाथ धाम में अभिषेक और महाभिषेक पूजाओं का अपना महात्म्य है। अब इन्हें घर बैठे ऑनलाइन भी संपन्न कराया जा सकेगा। हर साल लाखों की संख्या में श्रद्धालु इन दोनों धामों में दर्शनों के लिए आते हैं।
मंदिर ये दोनों पूजाएं सामान्य दिनों में रोजाना सुबह चार बजे से साढ़े छह बजे तक होती हैं। दोपहर और शाम को अन्य पूजा, आरती होती हैं। केदारनाथ धाम में श्रद्धालुओं की संख्या बढऩे पर कई बार ये पूजाएं सुबह ढाई बजे से शुरू कर दी जाती हैं। बदरीनाथ धाम में एक बार में 35 श्रद्धालु तक विशेष पूजा में बैठते हैं, जबकि केदारनाथ में एक बार में एक ही परिवार के सदस्यों के लिए यह पूजा संपन्न कराई जाती है। अब भक्तगण मंदिर पहुंचे बिना भी परिवार सहित ऑनलाइन पूजा संपन्न करा सकेंगे।
डाक से घर पहुंचेगा प्रसाद
ऑनलाइन पूजा का विकल्प चुनने वाले श्रद्धालुओं के हिस्से की विशेष पूजा मंदिर समिति कराएगी। वेदपाठी या धर्माधिकारी भक्त के नाम, गोत्र को पुकारकर ठीक वैसी ही पूजाएं करेंगे, जैसे स्वयं श्रद्धालु के मौजूद रहने पर की जाती है।
इसके बाद पूजा प्रसाद डाक के जरिये उनके घर तक पहुंचाया जाएगा। मंदिर समिति की वेबसाइट डब्ल्यूडब्ल्यूडब्ल्यू.बदरीकेदार.ओआरजी पर इन पूजाओं की बुकिंग की जाएगी।
पेटीएम से भी दान
श्री बदरीनाथ-केदारनाथ मंदिर समिति के सीईओ बीडी सिंह ने बताया कि अब तक यात्री पूजा, दान व चढ़ावे का भुगतान पर्ची कटाकर मंदिर समिति को करते थे। लेकिन, यात्रियों की संख्या हजारों में होने के कारण भुगतान के लिए उन्हें लंबी लाइन लगानी पड़ती थी। यात्रा के चरम काल में तो कई यात्री बिना दान किए ही भगवान के दर्शन कर वापस लौट जाते थे। इसके मद्देनजर मंदिर समिति ने इस साल से पेटीएम से दान देने की सुविधा भी दे दी है।
श्रद्धालुओं को मिलेगी मुफ्त चाय
भगवान बदरी विशाल के दर्शनों के लिए लाइन में लगने वाले यात्रियों की सुविधा को ध्यान में रख मंदिर समिति ने इस बार उनके लिए मुफ्त चाय की व्यवस्था की है। श्रद्धालुओं के लिए मंदिर समिति भंडारा भी लगाएगी।
विशेष पूजाओं की दरें
बदरीनाथ धाम:-
महाभिषेक पूजा- 4300 रुपये प्रति व्यक्ति
अभिषेक पूजा- 4101 रुपये प्रति व्यक्ति
वेद पाठ- 2100 रुपये प्रति व्यक्ति
गीता पाठ- 2500 रुपये प्रति व्यक्ति
स्वर्ण आरती- 376 रुपये
विष्णु सहस्रनाम पाठ- 456 रुपये
कपूर आरती- 151 रुपये
शयन आरती- 3100 रुपये
केदारनाथ धाम:-
महाभिषेक- 1700 रुपये प्रति व्यक्ति
रुद्राभिषेक- 1300 रुपये
लघु रुद्राभिषेक- 1100 रुपये
बालभोग- 900 रुपये
शिव सहस्रनाम पाठ- 360 रुपये
शिव महिमास्त्रोत पाठ- 360 रुपये
शिव तांडवास्त्रोत पाठ- 340 रुपये
षोडशोपचार- 1000 रुपये
संपूर्ण आरती- 1500 रुपये
ये होंगे भुगतान के विकल्प
- मंदिर समिति के खाते में ऑनलाइन राशि भुगतान
- पेटीएम के जरिये मंदिर समिति के खाते में भुगतान
- मंदिर समिति के नाम बैंक ड्राफ्ट
ऐसे कराई जाती है पूजा...
बदरीनाथ धाम के धर्माधिकारी भुवन चंद्र उनियाल के मुताबिक धर्माधिकारी द्वारा भगवान की मूर्ति के समक्ष संबंधित व्यक्ति का नाम, निवास का नाम, गोत्र का नाम व अन्य पारिवारिक सदस्यों के नाम का संकल्प लेकर पूजाएं संपन्न कराई जाती हैं। आपदा के दौरान दो लाख से अधिक पूजाएं फोन पर कराई गई थीं।
सवाल श्रद्धा का...
केदारनाथ धाम के मुख्य पुजारी शिवशंकर लिंग के अनुसार यह (ऑनलाइन पूजा) उन भक्तों के लिए एक सुविधा है, जो यहां तक नहीं पहुंच पाते हैं। उनकी श्रद्धा वही रहती है, उसमें कोई कमी नहीं आती। लिहाजा इस तरह की पूजा से धार्मिक परंपराओं को किसी भी रूप में नुकसान होने वाली बात नहीं है।
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