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Badrinath Dham में तीर्थयात्रियों की संख्या बढ़ने से रौनक, एक माह बाद शीतकाल के लिए बंद होंगे मंदिर के कपाट

Badrinath Dham बदरीनाथ धाम में इन दिनों तीर्थयात्रियों की संख्या में इजाफा देखने को मिल रहा है। प्रतिदिन 5000 से अधिक श्रद्धालु बदरीनाथ धाम पहुंच रहे हैं। आगामी 17 नवंबर को बदरीनाथ धाम के कपाट शीतकाल के लिए बंद हो जाएंगे। इस साल अब तक 11 लाख से अधिक यात्री दर्शन को पहुंच चुके हैं। वहीं आपदा प्रभावित जोशीमठ में यात्री रुकने के लिए दिलचस्पी ले रहे हैं।

By Devendra rawat Edited By: Nirmala Bohra Updated: Fri, 18 Oct 2024 12:18 PM (IST)
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Badrinath Dham: आगामी 17 नवंबर को बदरीनाथ धाम के कपाट शीतकाल के लिए बंद होंगे। फाइल फोटो

संवाद सहयोगी, जागरण, गोपेश्वर । Badrinath Dham: बदरीनाथ धाम में इन दिनों तीर्थ यात्रियों की संख्या बढ़ने से रौनक है। प्रतिदिन पांच हजार से अधिक तीर्थयात्री बदरीनाथ धाम पहुंच रहे हैं। इससे यात्रा कारोबार से जुड़े लोगों को भी राहत मिली है।

धाम की चोटियों में बर्फ की सफेद चादर भी यात्रियों को आकर्षित कर रही है। बदरीनाथ धाम में इन दिनों ठंड पहले से बढ़ गई है। बता दें कि आगामी 17 नवंबर को बदरीनाथ धाम के कपाट शीतकाल के लिए बंद होने वाले हैं।

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अब तक 11 लाख से अधिक यात्री दर्शन को पहुंचे

मानसून के दौरान यात्रियों की संख्या नाममात्र की रह जाती है, लेकिन अब बदरीनाथ यात्रा के लिए कुछ वर्षों से श्राद्ध पक्ष में भीड़ उमड़ती रही है। इस वर्ष श्राद्ध पक्ष के बाद लगातार यात्रियों की संख्या में बढ़ोत्तरी हुई है। बदरीनाथ धाम में इस साल अब तक 11 लाख से अधिक यात्री दर्शन को पहुंच चुके हैं।

यात्रियों की आवाजाही से बदरीनाथ सहित यात्रा पड़ावों में भी रौनक है। कपाट बंद होने तक होटल कारोबारियों को अग्रिम बुकिंग मिल रही है। इस माह तो दीपावली से पूर्व होटलों में 40 प्रतिशत से अधिक अग्रिम बुकिंग हो चुकी है।

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धार्मिक नगरी जोशीमठ में भी चहल-पहल

आपदा प्रभावित जोशीमठ में अब आपदा का साया हट चुका है। यात्री इस धार्मिक नगरी में रुकने के लिए यात्री दिलचस्पी ले रहे हैं। यहीं कारण है कि जोशीमठ में पर्यटन व तीर्थाटन कारोबार से उम्मीद जगी है। बताया गया कि 2022-23 में आपदा के बाद से जोशीमठ में यात्री रुकने से कतरा रहे थे।

स्थितियों को सामान्य देख जोशीमठ में ठहर रहे लोग

भूधंसाव को लेकर देश-विदेश में हुए प्रचार के बाद लोग यहां पर रहना असुरक्षित समझ रहे थे, लेकिन इस यात्रा सीजन के दौरान यहां पहुंचे लोग स्थितियों को सामान्य देख जोशीमठ में ठहर रहे हैं। होटल कारोबारियों का कहना है कि इन दिनों भी उनके यहां निरंतर अग्रिम बुकिंग हो रही हैं। लोग जोशीमठ के तीर्थस्थलों के दर्शन करने के साथ औली आवाजाही को भी बदरीनाथ यात्रा के साथ जोड़ रहे हैं।

जोशीमठ के कारोबारियों के लिए राहत भरी खबर

आपदा के बाद इस बार यात्रा कारोबार से जोशीमठ के कारोबारियों के लिए राहत भरी खबर है। जोशीमठ औली के प्रमुख होटल व्यवसायी अजय भट्ट का कहना है कि यात्री पर्यटकों के लिए जोशीमठ को सुरक्षित देखकर यहां ठहरने में दिलचस्पी दिखाई जा रही है जो पर्यटन तीर्थाटन के लिए शुभ संकेत हैं।

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