कुदरत ने औली के जंगल को क्रिसमस ट्री का स्वरूप किया प्रदान, इस नजारे को देखकर पर्यटक हो रहे मंत्रमुग्ध
इन दिनों औली का नजारा देखते ही बन रहा है। ऐसा प्रतीत हो रहा है जैसे कुदरत ने औली के जंगल को क्रिसमस ट्री का स्वरूप प्रदान कर व्हाइट क्रिसमस मनाने की तैयारी की हो।
By Sunil NegiEdited By: Updated: Tue, 24 Dec 2019 08:19 AM (IST)
चमोली, रणजीत सिंह रावत। भारी बर्फबारी के बाद समुद्रतल से 9500 फीट से लेकर 10500 फीट तक की ऊंचाई पर स्थित विश्व प्रसिद्ध हिमक्रीड़ा स्थल औली का नजारा देखते ही बन रहा है। ऐसा प्रतीत हो रहा है, जैसे कुदरत ने औली के जंगल को क्रिसमस ट्री का स्वरूप प्रदान कर व्हाइट क्रिसमस मनाने की तैयारी की हो। इस नजारे को देखकर पर्यटक मंत्रमुग्ध हो रहे हैं। जानकारों का कहना है कि बर्फ पड़ने के बाद क्रिसमस ट्री की तरह सजा ऐसा जंगल दुनिया में शायद ही कहीं और देखने को मिले।
यदि आप भी क्रिसमस और नए साल का जश्न मनाने औली आ रहे हैं तो इस जंगल का करीब से दीदार करना न भूलिएगा। यहां पाइन ट्री, ग्रीन ओक, सिल्वर ओक आदि के शंकुधारी जंगल ने इन दिनों बर्फ की चादर ओढ़ी हुई है।
जंगल के वीडियो और फोटो सोशल मीडिया खूब वायरल हो रहे हैं। जोशीमठ-औली रोपवे के टॉवर नंबर चार से लेकर टॉवर नंबर दस तक की मखमली ढलानों पर फैला यह खूबसूरत जंगल बर्फ के आगोश में क्रिसमस ट्री जैसा ही नजारा पेश कर रहा है।
रोपवे के ऑपरेशन मैनेजर दिनेश भट्ट कहते हैं कि हर साल बड़ी संख्या में पर्यटक क्रिसमस ट्री के दीदार को यूरोप जाते हैं। लेकिन, जैसा अद्भुत सम्मोहन औली का यह जंगल बिखेर रहा है, उसके सामने पूरी दुनिया में क्रिसमस पर्व पर की जाने वाली कृत्रिम सजावट भी फीकी है। क्रिसमस पर्व पर देश-दुनिया के पर्यटकों को प्रकृति का यह सबसे अनूठा उपहार है।
औली में होटल-हट्स की बुकिंग फुलजीएमवीएन (गढ़वाल मंडल विकास निगम) के नंदा देवी ईको हट्स प्रबंधक कमल किशोर डिमरी बताते हैं कि औली में क्रिसमस और नए साल का उत्सव मनाने को सभी तैयारियां पूरी हैं। निजी होटल, ईको हट्स समेत निगम के होटलों की बुकिंग फुल हो चुकी है। क्रिसमस मनाने तीन से चार हजार पर्यटकों के औली पहुंचने की उम्मीद है। यहां लगभग 1200 पर्यटकों के ठहरने की व्यवस्था है। बाकी जोशीमठ में ठहराए जाएंगे।
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